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किंकारी जलाशय : नहर की सफाई कर मलबे को सड़क किनारे पर डाल दिया, आवागमन में हो रही परेशानी

किंकारी जलाशय : नहर की सफाई कर मलबे को सड़क किनारे पर डाल दिया, आवागमन में हो रही परेशानी

किंकारी जलाशय : नहर की सफाई कर मलबे को सड़क किनारे पर डाल दिया, आवागमन में हो रही परेशानी

साल्हेओना,
किंकारी जलाशय धौरादरहा की मुख्य नहर से पानी सिंचाई के लिए साफ सफाई किया जा रहा है। लेकिन नहर के अंदर की घास – फूस, कीचड़ आदि मलबे को निकालकर ग्रामीण सड़क किनारे पर ढेर लगा दिया गया है। इससे आने जाने वालों को परेशानी हो रही है। विकासखंड बरमकेला का सबसे बड़ा जलाशय किंकारी जलाशय धौरादरहा है। इस जलाशय में भरा पानी आसपास के 50 से अधिक गावों के खेतों में सिंचाई के लिए आपूर्ति किया जाता है। खरीफ सीजन के तहत धान फसलों में अंतिम दो सिंचाई की आवश्यकता हो रही है। ऐसे में सिंचाई विभाग द्वारा किंकारी जलाशय धौरादरहा की मुख्य नहर की सफाई कराया गया है। जिसमें मुख्य नहर धनीगांव से पैंकिन तक मुख्य नहर के अंदर की घास – फूस, कीचड़, कंकड़ को निकालकर ग्रामीण सड़क सकरतुंगा पहुंच मार्ग किनारे पर डाल दिया गया है। नहर की मलबे को सड़क किनारे पर डाल देने से सड़क संकरा हो गया है और दो पहिया, चार पहिया वाहन के चालकों के लिए परेशानी हो रही है।

सड़क पहले से अतिक्रमण का शिकार

 

बरमकेला – सोहेला मुख्य सड़क से पैंकिन से सकरतुंगा तक 4 किलोमीटर पीएम ग्रामीण सड़क बनाया गया है। सड़क के एक साइड में नहर तो दूसरे साइड पर किसानों का खेत है। जिस साइड में खेतिहर जमीन है वहां सड़क तक अतिक्रमण कर दिया गया है। जिससे सड़क की चौडाई काफी कम है। अब नहर की मलबे डाल देने से सड़क संकीर्ण होता जा रहा है।

नहर की रखरखाव पर ध्यान नहीं

 

परसाडीह, आमापाली, धनीगांव के किसानों ने बताया कि किंकारी जलाशय की मुख्य नहर धनीगांव व परसाडीह तक टूट फूट गया है। इस बीच की नहर की मरम्मत नहीं होने से किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। आमापाली गांव तक की नहर पूरी तरह से जर्जर हो गया है। नतीजा विभाग के अधिकारियों ने रखरखाव पर ध्यान ही नहीं दिया। क्या कहते है ग्रामीण "मुख्य नहर की अंदर के मलबा को निकालकर सड़क किनारे पर डाल दिया गया है। इससे सड़क संकीर्ण हो गया है और आने जाने में दिक्कत हो रही है।

अग्नि पटेल, ग्रामीण, सकरतुंगा.

"सड़क व नहर की रखरखाव के लिए अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं रखा। अब नहर की सफाई मशीन से कराई गई है। जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। भोजराम पटेल, ग्रामीण, सकरतुंगा

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