
सारंगढ़ अंचल बना महुआ शराब की मिनी फैक्ट्री?
कोतरी में हर दिन हजारो लीटर महुआ शराब का निमार्ण,
दर्जन भर से अधिक गांवो में होता है अवैध आपूर्ति
सरकारी देशी-विदेशी शराब से ज्यादा मांग है एमडी का,
खुलेआम बिक रही है महुआ शराब
भाग-1
सारंगढ़,
सारंगढ़ अंचल में अवैध कार्य के सबसे बड़े व्यापार के रूप मे महुआ शराब टॉप पर चल रहा है। जिला मुख्यालय सारंगढ़ से सटे गांव कोतरी में प्रतिदिन हजार लीटर से अधिक महुआ शराब का निमार्ण बेधड़क हो रहा है। वही आसपास के दर्जन भर से अधिक गांवो में महुआ शराब की आपूर्ति निर्बाधगति से जारी है। इसी प्रकार से क्षेत्र में बड़े स्तर पर महुआ शराब आजीविका का स्वरूपधारण करते जा रहा है जिसके कारण से आने वाले समय मे यह घातक परिणाम दे सकता है।
छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा देशी एवं विदेशी शराब दुकान को ठेकेदारो के हाथो से मुक्त कराकर अपने हाथ मे ले लिया है और गांव-गांव में देशी-विदेशी शराब के कोचिया को ठेकेदारो से दूर करा दिया है किन्तु इसका सशक्त विकल्प तलाश करते हुए सारंगढ़ अंचल अब महुआ शराब के चंगुल के गिरफ्त में आ गया है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ अंचल में बड़े व्यापार के रूप मे महुआ शराब का बड़ा रैकेट लगा हुआ है। शहर से लगे गांव ग्राम पंचायत कोतरी मे लगभग एक दर्जन परिवार महुआ शराब के अवैध निमार्ण मे जुटे हुए है तथा हर दिन हजार लीटर से अधिक महुआ शराब का वितरण और विक्रय कर रहे है। बताया जा रहा है कि लगभग दर्जन भर से अधिक गांवो मे महुआ शराब का विक्रय किया जा रहा है तथा इस कार्य पर आबकारी विभाग का नियंत्रण लगभग शून्य हो गया है। इस संबंध में सारंगढ़ अंचल में दो दर्जन से अधिक गांवो में महुआ शराब के व्यापक उत्पादन और वितरण की खबरे छनकर सामने आ रही है। पहले सारंगढ़ में महुआ शराब को वनांचल के गांवो मे विक्रय किया जाता था तथा इसी पट्टी के गांव मे महुआ शराब के उत्पादन और विक्रय का बड़ा खेल खेला जाता था किन्तु कोरोना काल के बाद गांव-गांव में महुआ शराब के उत्पादन और वितरण ने जबरदस्त तेजी पकड़ी है। बताया जा रहा है कि कोरोना काल के प्रथम माह मे देशी-शराब दुकान के बंद होने के कारण से मदिरा प्रेमियो ने महुआ शराब की ओर रूख किया तथा इसके कारण से महुआ शराब की डिमांड गांव-गांव में बढ़ गई। और अब इस महुआ शराब की लत लगने के कारण से इसकी डिमांड़ मे काफी तेजी आ गई है। बताया जा रहा है कि इसी कारण से क्षेत्र मे दर्जन भर से अधिक महुआ शराब के माफिया के तौर पर कई नाम रसूखदार के रूप मे प्रसिद्धि प्राप्त कर रहे है।
बताया जा रहा है कि सारंगढ़ अंचल में महुआ शराब के उत्पादन और विक्रय का कार्य मे बड़े स्तर पर कार्यक्रम संपन्न हो रहा है। लगभग 100 से अधिक स्थान पर खुलेआम महुआ शराब का उत्पादन किया जाता है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार महानदी के तटीय क्षेत्र और नालो के तटीय क्षेत्र के साथ साथ गोमर्डा अभ्यारण्य के तटीय क्षेत्र स्थित गांवो मे सूनसान क्षेत्र मे व्यापक पैमाने पर महुआ शराब का धड़ल्ले से निमार्ण किया जा रहा है। शहरो मे एमडी दारू के नाम से प्रसिद्ध महुआ शराब के उत्पादन और वितरण पर आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के द्वारा कई कार्यवाही किया गया है किन्तु बड़े स्तर के उत्पादक और सपप्लायर के तौर पर बढ़ते जा रह मिनी फैक्ट्री बना महुआ शराब पर अंकुश लगाने मे पुलिस विभाग और आबकारी विभाग का प्रयास नाकाफी है।
नाश्ता के कई गुमटी बना अवैध शराब का बड़ा प्लेटफार्म?
बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे सारंगढ़ से रायगढ़ तथा सारंगढ़ से सराईपाली रोड़ मे बड़े ढ़ाबो मे शराब उपलब्ध होने की शिकायते तो आते ही रहती है अब छोटे गुमटियो मे जहा पर बड़ा-भजिया आदि नाश्ता का सामान मिलता है वहा पर खुलेआम एमडी यानि महुआ दारू की उपलब्धता है और बैठकर पीने की सुविधा है। बताया जा रहा है कि पुलिस और आबकारी विभाग का ध्यान ढ़ाबो और दारू के सप्लायरो के ऊपर रहता है किन्तु इन छोटे गुमटियो और नाश्ता के स्थल पर ध्यान नही है जिसके कारण से महुआ दारू के खपत का सबसे बड़ा जरिया कुछ गुमटी और नाश्ता के ठेले हो गये है।
कोतरी मे हर दिन बन रहा है हजार लीटर महुआ शराब?
सारंगढ़ से सटे गांव कोतरी मे महुआ शराब का बड़ा गैंग सक्रिय है। इस गैंग के द्वारा लगभग हर दिन हजार लीटर से अधिक महुआ शराब का निमार्ण खुलेआम किया जा रहा है। इस अवैध शराब को नियंत्रित करने या छापामार कार्यवाही करने का एक दो बार काम आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के द्वारा किया गया है किन्तु हर माह लाखो रूपये का बड़ा खेल यहा पर महुआ शराब के नाम पर खेला जा रहा है उसे रोकने मे दोनो ही विभाग नाकाम रहे है।