जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

स्वागत 2023 : अब रेल परियोजना की है बारी, नए वर्ष में नई उम्मीद है सारंगढ़ को,

2022 की शानदार विदाई : सारंगढ़ जिला का सपना हुआ पूरा
2023 का शुभआगमन : अब रेल परियोजना की है बारी
नवीन वर्ष में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के उम्मीदो को लगेगा पंख,
इस वर्ष होना है विधानसभा चुनाव,
नये जिला में खुलने है जिला कार्यालय
शिक्षा, स्वास्थ और पर्यटन में होना है बहुत काम
सारंगढ़,
सारंगढ़ अंचल के लिये साल 2022 बहुत ही शानदार रहा है। 73 वर्षो से जिला निमार्ण के लिये तरस रहा सारंगढ़ को जिला बनाये जाने का सपना इस वर्ष पूरा हो गया तथा 1 सिंतबर को सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का गठन हो गया तथा 3 सितंबर को नये जिले का शुभारंभ हो गया। 2022 की सबसे बड़ी उपलब्धी के रूप में नये जिला का अस्तित्व में आना है जिसके बाद प्रदेश के नक्शे पर अपना खुद की पहचान बनाने में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को सहायता मिलेगी। वही 2023 में सारंगढ़ अंचल में स्वीकृत रेल परियोजना का कागजो से निकलकर यर्थाथ मे आना तथा इसके लिये मजबूत प्रयास करना सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी।
2022 की सबसे बड़ी उपलब्धी के रूप में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का अस्तित्व में आना है। हालांकि 15 अगस्त 2021 को सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था किन्तु उसको अस्तित्व में आने मे 13 माह लग गये। प्रारंभिक प्रकाशन, दावा-आपत्ति और हाईकोर्ट तक मामला जाने के कारण से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले पर संकट के बादल छाये दिख रहे थे। बरमकेला और सरिया मे नये जिला का विरोध प्रदर्शन और आंदोलन से नये जिले पर आने वाले संकट को लेकर चर्चाओ का दौर शुरू हो गया था किन्तु 2022 में इन सब समस्याओ का पूर्णरूप से निराकरण हो गया और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला अस्तित्व में आ गया। सारंगढ अंचल की राजनिति पूरी तरह से बदल गया जहा पुराने जिला रायगढ़ के साथ राजनितिक संबंध अब लोकसभा की राजनिति तक ही सिमित हो गया वही अब बिलाईगढ़ की राजनिति सारंगढ़ के साथ जुड़ गई है। पुराने जिले की राजनिति से बिल्कुल अलग सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की राजनिति का एक होना 2022 की सबसे बड़ी उपलब्धि रही जो कि जिला के रूप में सामने आया। 2022 की सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में सारंगढ़ जिला रहा तो 2023 के शुभआगमन पर सबसे बडी आशा सारंगढ़ अंचल मे रेल की सुविधा है। भाजपा प्रदेशअध्यक्ष अरूण साव के सारंग़ढ़ आगमन पर जिस प्रकार से भाजपा नेताओ और कार्यकर्ताओ ने सारंगढ़ में रेल सुविधा को मूर्त रूप देने के लिये एक सूत्रीय मांग को जबरदस्त ढंग से प्रस्तुत किया उसका परिणाम अगले दिन ही दिख गया और सांसद गोमती साय अगले दिन ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पास पहुंच गये तथा सारंगढ़ में रेल सुविधा संबंधी मांग को प्रबलता से रखा। प्रदेश भाजपाअध्यक्ष तथा बिलासपुर के सांसद अरूण साव ने सारंगढ़ में रेल सुविधा संबंधी मांग पर भाजपा नेताओ और पत्रकारो को साफ शब्दो मे आश्वासन दिया कि सारंगढ़ रेल के लिये वे भरपूर प्रयास करेगें। जिसके कारण से 2023 में सारंगढ़ में रेल का सपना को पूरा करना एक अहम वर्ष साबित हो सकता है।
2023 में वे उम्मीद जिनको लगना है पंख
नवीन जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के लिये 2023 एक उम्मीदो भरा नया वर्ष के रूप में सामने आया है। नये वर्ष मे सबसे बड़ी मांग सारंगढ़ में रेल सुविधा की रहेगी साथ ही सारंगढ़ के पहुंच मार्गो की बदहाल व्यवस्था मे पूर्णरूप से सुधार भी बड़ी उम्मीद के रूप में सामने खड़ी रहेगी। सारंगढ़-सरसीवां मार्ग, सारंगढ़-रायगढ़ मार्ग, सारंगढ़-सरायपाली मार्ग तथा सारंगढ़ के बायपास तक की पहुंच मार्ग की नवीनीकरण की मांग को 2023 में पूरा होने की उम्मीद है। वही नवीन जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में सभी विभागो की कार्यालय पूरी क्षमता के साथ खुलना भी 2023 की बड़ी मांग के रूप मे सामने रहेगी। अभी तक महज आधा दर्जन कार्यालय का ही स्थापना नये जिले मे हुआ है तथा उसमें भी कर्मचारी और अधिकारी की नियुक्ति नाम मात्र का हुआ है। ऐसे मे नये जिला मे सभी कार्यालयो की स्थापना और उसके लिये कर्मचारियो की सेटअप की मंजूरी के साथ-साथ नये जिले मे मैदानी अमला की पदस्थापना भी बड़ी चुनौती के रूप मे सामने होगी। साथ ही शिक्षा और स्वास्थ के क्षेत्र के साथ साथ पर्यटन के क्षेत्र मे भी बहुत काम होना है।
जिला बनने के बाद बदल गई राजनितिक स्थिति
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का गठन होने के बाद नये जिला मे राजनितिक स्थिति बदल गई। जहा पुराने रायगढ़ जिले में जहा पांच विधायको के साथ सारंगढ़ की राजनिति पर गहरा असर था वही नये जिले बनने के बाद बिलाईगढ़ विधायक और संसदीय सचिव चंद्रदेव राय का सारंगढ़ की राजनिति में आगमन भी जिला निमार्ण के बाद नये समीकरण के रूप मे सामने आया है। नये जिले मे रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक, सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े, बिलाईगढ़ विधायक चंद्रदेव राय के आसपास की कांग्रेस के राजनिति घूमेगी। वही भाजपा की राजनिति में सरसीवां के सुभाष जालान को जिलाध्यक्ष की बागड़ोर देने के बाद भाजपा सक्रिय होने में अभी जोर लगा रही है। वही बसपा का लगातार टूटने से तीसरी शक्ति का उपस्थिति नये जिले में रस्म अदायगी के तौर पर रहेगी। नया जिला सारंगढ़ अभी दो लोकसभा में आ रहा है रायगढ़ लोकसभा और जांजगीर लोकसभा में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का भाग आ रहा है इस कारण से नये जिले मे तीन विधायक और दो सांसद यहा होगे। पुराने जिले रायगढ़ की राजनिति से सारंगढ़ से मुक्त हुआ किन्तु बिलाईगढ़ की मजबूत राजनिति से सारंगढ़ का नाता जुड़ गया है।
2 माह में ही कलेक्टर का तबादला चर्चा का विषय
नवीन जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ में आईएएस डी.राहुल वेंकट पहले कलेक्टर के रूप मे पदस्थ हुए। 1 सितंबर 2022 को उनका पदस्थापना आदेश जारी कर दिया गया किन्तु 31 अक्टूबर को ही उनका तबदला कर दिया गया तथा उनके स्थान पर आईएएस डा.फरिहा आलम सिद्धकी को सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का कलेक्टर पदस्थ किया गया। कलेक्टर बनने के पूर्व डी.राहुल वेंकट यहा ओएसडी के रूप मे कार्यरत थे। किन्तु महज 2 माह मे ही उनको कलेक्टर पद से विदाई से कई सवाल खड़े हो रहे थे। साफ-स्वच्छ छबि के सरल व्यवहार के ईमानदार अधिकारी के रूप मे सारंगढ़ में काफी लोकप्रिय रहे प्रथम कलेक्टर डी.राहुल वेंकट के असमय तबदला से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला को बड़ा झटका लगा था। इस तबदला की चर्चा पूरे प्रदेश में जमकर हुआ था। विपक्ष ने इसे अच्छे अधिकारी को जबरन तबादला की आलोचना भी की थी।
शुभआगमन 2023 पर आशा की किरण
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले मे 2023 मे होने वाले कुछ महत्वपूर्ण कार्यो मे एक ओर जहा केन्द्र सरकार की स्वीकृत रेल परियोजना का मूर्त रूप लेना है तथा इसके लिये फंड की व्यवस्था बजट में करना है तो दूसरी तरफ जिला कार्यालयो की स्थापना तथा शुभारंभ भी प्रदेश सरकार के लिये बड़ी चुनौती है। वही सारंगढ़ में साराड़ीह बैराज से पानी की व्यवस्था, उच्च शिक्षा के लिये स्नोकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना, सारंगढ़ के बदहाल सड़को की जीर्णोद्धार करना तथा गोमर्डा अभ्यारण्य के 28 ग्रामो पर लगा जमीन की खरीद-बिक्री पर लगा प्रतिबंध हटाने की मांग का पूरा होना तथा स्वास्थ, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र मे कार्य होना शुभआगमन 2023 के लिये बड़ी आशा है।

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