
नगर पंचायत पवनी में 60 लाख रूपये के स्ट्रीट लाइट घोटाले में सीएमओ कटघरे में ?
नगर पंचायत पवनी का मामला: मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद जांच अटकी,
गड़बड़ी पाये जाने के बाद अब लीपापोती का प्रयास?
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/बिलाईगढ़,
नगर पंचायत पवनी में लगभग 60 लाख की लागत से किए गए स्ट्रीट लाइट कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बिलाईगढ़ के अध्यक्ष भागवत साहू ने उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत के सीएमओ मंजीद खान, और ठेकेदार फिरोज खान (अकलतरा) की मिलीभगत से सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। कथित अनियमितताओं के आरोप नई लाइटों के नाम पर पुरानी और खराब लाइटें लगाई
गईं।पुराने जंग लगे पोलों को रंग-रोगन कर रिकॉर्ड में नया बताकर भुगतान किया गया।घटिया सामग्री के कारण लाइटें जल्द खराब हो गईं। भागवत साहू ने बताया कि शिकायत के बाद एसडीएम वर्षा बंसल ने प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी पाई, लेकिन भुगतान रोकने के बजाय घटिया लाइटों की रिपेयरिंग का आदेश दे दिया।
ठेकेदार फिरोज खान ने स्वयं लिखित में कहा था कि लगाए गए सेट केवल “ट्रायल” के लिए थे और उन्होंने भुगतान नहीं मांगा था, फिर भी भुगतान जारी कर दिया गया। भागवत साहू के अनुसार, इस मुद्दे की शिकायत सीधे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से की गई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने तुरंत कलेक्टर सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जांच के निर्देश दिए। हालांकि, बाद में जांच की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बावजूद सीएमओ मंजीद खान ने जांच रोक दी, जिसे साहू ने मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना बताया।
इस पूरे मामलें में नगर पंचायत पवनी के भाजपा अध्यक्ष कुलदीप साहू की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। भागवत साहू ने आरोप लगाया, “यह घोटाला भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के संरक्षण में हुआ है, इसलिए मामले को दबाया जा रहा है। भागवत साहू ने प्रदेश सरकार से तीन मुख्य मांगें रखीं—स्वतंत्र उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। सीएमओ मजीद खान, एसडीएम वर्षा बंसल और ठेकेदार फिरोज खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो।भुगतान और निरीक्षण में शामिल सभी अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाए।
क्या कहते है भागवत साहू
भागवत साहू का कहना है कि जब एसडीएम की जांच में गड़बड़ी साबित हो चुकी थी, तब भी भुगतान रोकने के बजाय रिपेयरिंग का आदेश देना और 60 लाख का भुगतान करना जनता के पैसों की खुली लूट है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद सीएमओ ने जांच रोक दी, यह लोकतंत्र और सुशासन से विश्वासघात है। यदि निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो मैं हाईकोर्ट जाऊंगा।”
भागवत साहू, अध्यक्ष, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, बिलाईगढ़