
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला कांग्रेस के “जिलाध्यक्ष” को लेकर सोशल मिडिया में जबरदस्त घमासान!
अपने-अपने नेता को जिलाध्यक्ष बनाने सोशल मिडिया में लाबिंग?
वर्तमान जिलाध्यक्ष तारा देवांगन, पद्मा मनहर, शरद यादव, राजा अग्रवाल, शरद यादव,ताराचंद
पटेल और पुरषोत्तम साहू के दावेदारी की चर्चा,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने करने के लिये सभी जिले मे जिलाध्यक्ष का चयन करने के लिये तैयारी शुरू कर दिया है इस कड़ी में पर्यवेक्षको को जिलो मे भेजा जा रहा है जहा पर वे जमीनी हकीकत को तौलकर नये जिलाध्यक्ष के लिये नामो का लिफाफा दिल्ली भेजेगें। नया जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में पहली बार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष का चयन होना है इसको लेकर सोशल मिडिया मे कांग्रेस के कई हस्तिया को जिलाध्यक्ष बनाने के लिये सर्मथक आपस में भिड़ गये है और सोशल मिडिया में दावेदारो के नाम पर जिंदाबाद-मुर्दाबाद का दौर शुरू हो गया है। सांरगढ़-बिलाईगढ़ जिला के लिये पर्यवेक्षक के तौर पर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवीन रावत को जवाबदारी सौपी गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में कांग्रेस के
जिलाध्यक्ष के लिये कांग्रेसी नेताओ मे खीचतान शुरू हो गया है। पर्यवेक्षक के समक्ष अपनी लाबिंग मजबूत करने के लिये बैठको का दौर अभी सांरगढ़ में चल रहा है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार काफी संख्या में जिलाध्यक्ष के लिये आवेदन फार्म जमा करने की रणनिति बनाई गई है। किन्तु प्रमुख तौर पर जो नाम दावेदारी मे सामने आये है उसमें 6 माह पूर्व ही पार्टी का जिलाध्यक्ष का दायित्व सम्हालने वाले ताराचंद देवांगन सहित पूर्व विधायक श्रीमती पद्मा मनहर, शरद यादव, राजा अग्रवाल, ताराचंद पटेल और पुरषोत्तम साहू का नामो की चर्चा है। हालांकि इस सूची में और भी नाम पर्यवेक्षक के सामने आ सकते है। किन्तु पर्यवेक्षक को 3
नामो को ही पैनल दिल्ली भेजना है। बताया जा रहा है कि पर्यवेक्षक सारंगढ़ और बिलाईगढ़ विधानसभा के शहरी एवं ग्रामीण नेताओं से मिलकर नए अध्यक्ष के लिए उनकी पसंद का विकल्प पूछेंगे। इसके साथ ही कांग्रेस की उनके इलाकों में स्थिति को लेकर भी चर्चा की जाएगी। राष्ट्रीय स्तर पर लिए गए फैसले के अनुसार अब सभी
जिलों में नए सिरे से अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के तहत केवल नियुक्ति नहीं, बल्कि जमीन पर कांग्रेस का काम करने वाले कार्यकर्ताओं से भी रायशुमारी की जा रही है। प्रदेश के कई जिलों में पर्यवेक्षकों ने काम शुरू भी कर दिया है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में 15 अक्टूबर को ऑब्जर्वर आएंगे। पर्यवेक्षक अध्यक्ष के लिए पैनल बनाने से पहले कई बैठक करने वाले हैं। खास बात यह है कांग्रेसियों के अलावा इस बैठक में अन्य क्षेत्र के लोगों से भी चर्चा की जाएगी। कांग्रेस संगठन में जिलाध्यक्ष पद पर नए चेहरों की ताजपोशी को लेकर रायशुमारी की प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के निर्देश पर नियुक्त पर्यवेक्षक सारंगढ़ पहुंच रहे हैं। जहा पार्टी पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनके विचार सुनेगें। संगठन को मजबूती देने के लिए जिला नेतृत्व पर अब निर्णय की दिशा में ठोस कदम उठाया जा रहा है। इस संबंध में सूत्रों के अनुसार, पर्यवेक्षक वरिष्ठ नेताओ के साथ बैठक करेगें, जिसमें पूर्व और वर्तमान पदाधिकारी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई व सेवादल के प्रतिनिधि मौजूद रहेगें।
पहली बार कांग्रेस अपने नए जिला अध्यक्ष की ताजपोशी से पहले कई क्षेत्र के लोगों से उनके फीडबैक लेगी। ऑब्जर्वर पूर्व जनप्रतिनिधि, विस प्रत्याशी, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, ब्लॉक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई, किसान कांग्रेस, सेवा दल, एससी-एसटी और ओबीसी प्रकोष्ठ के नेताओं से मिलेंगे। कांग्रेसी आलाकमान ने पहले ही साफ कर दिया है कि बनाए जा रहे नए जिला अध्यक्ष के पास कई शक्तियां दी जाएगी। इन अध्यक्षों को विधानसभा, लोकसभा के अलावा स्थानीय चुनाव में टिकट वितरण के लिए आयोजित बैठक में शामिल किया जाएगा। उनसे राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि संपर्क में रहेंगे और उनकी सुनवाई की जाएगी। यही कारण है कि विपक्ष में रहने के बावजूद कांग्रेस के कई दिग्गज अध्यक्ष बनने के लिए दावेदारी कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार पर्यवेक्षक बनाए जाने के बाद से ही कुछ नेताओं ने पद के लिए अपनी लॉबिंग या तैयारी शुरू भी कर दी है। हालांकि जब ऑब्जर्वर बूथ स्तर तक जब कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे तो पता चलेगा कौन नेता कितने पानी में है। साथ ही वर्तमान अध्यक्ष के कार्यों, कार्यक्रम में सहभागिता, कार्यकर्ताओं को सहयोग और सामाजिक स्तर की भूमिका पर चर्चा करेंगे।
“जिलाध्यक्ष” को लेकर सोशल मिडिया में जबरदस्त घमासान !
सारंगढ़-बिलाईगढ जिला में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष का चयन भले ही पर्यवेक्षकगण करेगें किन्तु अभी सोशल मिडिया में अपने-अपने नेता का दावेदारी को लेकर घमासान चल रहा है। अपने- अपने नेता को जिलाध्यक्ष बनाने के लिये दावेदारी का पोस्ट जमकर किया जा रहा है। अपने नेताओ की उपलब्धी गिनाने का काम चल रहा है। सोशल मिडिया पर पोस्ट कर तगड़ी लाबिंग किया जा रहा है। ऐसे मे कांग्रेस का यह खिचतान आने वाले समय के लिये अच्छा साबित नही होगा। वही कई वरिष्ठ कार्यकर्ता लगातार आव्हान कर रहे है कि सोशल मिडिया के जगह पार्टी
मंच पर अपनी बात रखे। सोशल मिडिया पर रखकर गुटबाजी को बढ़ावा ना देवे। जिससे ज्ञात हो रहा है कि पार्टी में अभी जिलाध्यक्ष को लेकर जमकर खिचतान मची हुई है।