पूछता है सारंगढ

तालाबों की स्थिति हुई बदतर


सारंगढ़ अंचल में वर्तमान में तालाबों की स्थिति अत्यंत बद से बदतर हो चुकी है। किसी जमाने में सारंगढ़ को पान पानी और पालगी की नगरी कहा जाता था। वर्तमान सारंगढ़ अंचल में देखें तो तालाबों की स्थिति अत्यंत बद से बदतर हो चुकी है सारंगढ़ अंचल के किसी भी तालाब में जाइये तो वहां पर आपको हद से ज्यादा गंदगी देखने को मिलेगी नगर पालिका परिषद की सुस्त कार्यप्रणाली की वजह से आज यह स्थिति निर्मित हुई है आप चाहे तो मुड़ा तालाब जाकर देख सकते हैं आप चाहें तो तुर्की तालाब जाकर देख सकते हैं आप चाहें तो रायगढ़ रोड स्थित तालाब जाकर देख सकते हैं जबकि सारंगढ़ अंचल किसी जमाने में तालाबों के नाम से मशहूर रहा है किंतु आज की यह भयावह स्थिति आने वाले समय में बड़े से बड़े बीमारी को आमंत्रण दे रहा है। नगर पालिका में पदस्थ इंजीनियर और सीएमओ की भी कार्यप्रणाली वर्तमान में संदेह के दायरे में है क्योंकि उन्हें सारंगढ़ अंचल में बिजली सड़क और पानी से किसी प्रकार का कोई लेना देना नहीं है। एक प्रकार से कहा जाए तो सारंगढ़ क्षेत्र जो किसी जमाने में पानी की शुद्धता और स्वच्छता के लिए प्रसिद्ध हुआ करता था वह वर्तमान में अपनी गंदगी के लिए बदनाम होता जा रहा है। सर्वाधिक दुर्भाग्यपूर्ण बात यह भी है कि सारंगढ़ जिला बनने के बाद भी तालाबों की यह स्थिति है जबकि सारंगढ़ अंचल में आज भी तकरीबन इन तालाबों में प्रतिदिन 4000 से 5000 लोग स्नान आदि का कार्य करते हैं। देखना यह भी महत्वपूर्ण होगा कि क्या आने वाले दिनों में सारंगढ़ की कलेक्टर महोदय इस विषय पर संज्ञान लेंगी या नहीं।

यह कुछ तालाबों के वीडियोस डाले जा रहे हैं ताकि आम जनता इन तालाबों की स्थिति को देख सकें और समझ सके और यह भी तय कर सके कि आने वाले विधानसभा चुनाव में किन व्यक्तियों को किन जगहों तक पहुंचाना है ताकि सारंगढ़ अंचल का विकास सर्वांगीण रूप से हो सके।

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