जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

गोमर्डा अभ्यारण्य के जंगलों में धड़ल्ले से हो रहा है अवैध कब्जा ?

गोमर्डा अभ्यारण्य के जंगलों में धड़ल्ले से हो रहा है अवैध कब्जा ?

गोमर्डा अभ्यारण्य के जंगलों में धड़ल्ले से हो रहा है अवैध कब्जा ?

 

घाटखाले जंगल अब खेत में तब्दील हुआ

कभी घने जंगल हुआ करता था घाटखाले और बहमदाई पहाड़

गोमर्डा अभ्यारण्य में अवैध कब्जा से घट रहा है जंगल?

वन विभाग के अधिकारियों–कर्मचारीयों के संरक्षण में चल रहा खेल?

अभ्यारण्य और सामान्य वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जे जारी?

सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
आज पूरा देश पर्यावरण दिवस मना रहा है और पेड़ बचाओ–जंगल बचाओ का नारा को बुलंद किया जा रहा है किंतु सारंगढ़ के प्रसिद्ध गोमर्डा अभ्यारण्य में दिन–प्रतिदिन जंगल को मिटा कर खेत का निर्माण किया जा रहा है। वन अधिकार पट्टा के लिए जंगल को उजाड़ने में लोग लगे हुए है। इसका साक्षात उदाहरण घाटखाले जंगल में चल रहा जेसीबी से जंगल हटाओ और खेत बनाओ अभियान है। जहां पर आज भी जेसीबी से जंगल को हटा कर हरेभरे पेड़ो की काटकर खेत बनाने का काम चल रहा है और वनमण्डल सारंगढ़ के वन अधिकारी एसी ऑफिस में आराम कर रहे है। ऐसे में सारंगढ़ से गोमर्डा अभ्यारण्य में जंगल से ज्यादा खेत दिखेंगे।

इस संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ में वन अधिकार पट्टे के लिए जंगल में कब्जा का काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि संरक्षित वन और सामान्य वन विभाग की जंगल इन दिनों माफिया के हाथों में हैं। आज सुबह घाटखाले में जेसीबी से सैकड़ों पेड़ो और झाड़ियों को काटकर लगभग 5 एकड़ से अधिक जंगल को समतल करके खेत का स्वरूप दे दिया गया। गोमर्डा अभ्यारण्य के मुनारा के अंदर चल रहे इस बड़े खेल के बारे में बताया जा रहा है कि वन विभाग के कुछ कर्मचारी इसे निजी जमीन बताकर कार्यवाही को नस्तीबद्ध करवा देते है जबकि अभ्यारण्य क्षेत्र में मुनारा के भीतर किसी की जमीन निजी नहीं हो सकती है। ऐसे में बड़ा खेल घाट खाले के पास खेला जा रहा है। बताया जा रहा है कि वर्षाकाल शुरू होने के पहले लगभग आधा दर्जन लोगों ने इस जमीन पर कब्जे का शुरुआत किया और जेसीबी से खेत बनाने में सफलता प्राप्त कर लिया है। जानकारो की माने तो ऐसा पहली बार नहीं हुआ है लगभग चार–पांच वर्षों मुनारा के भीतर गोमर्डा अभ्यारण्य में 100 एकड़ से अधिक खेत बन गए है। इसके एवज में सैकड़ों पेड़ो को बलि दे दिया गया है।

घाट खाले का जंगल अब खेत और मैदान बना?

सारंगढ़ शहरी सीमा के नजदीक में घाट खाले जंगल पहले घना जंगल के रूप में जाना जाता था। यहां का बहामदाई पहाड़ से घाट खाले जंगल में विचरण करने वाला दिखता नहीं था किंतु वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से यह जंगल अब खेतों में तब्दील हो गया है। उसका एक बड़ा कारण अवैध कब्जा ही है। वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने ही बेज़ा कब्जा को प्रोत्साहित किया है और लगातार आसपास के रहवासियों को अवैध कब्जा के लिए प्रेरित किया है जिससे यह जंगल अब मैदान बन गया है।

जंगल बचाओ का नारा सिर्फ कागजों पर

सारंगढ़ के गोमर्डा अभ्यारण्य की स्थिति लगातार बदहाल हो रही है, यहां पर पेड़ो की अवैध कटाई और जंगल की जमीन को वन अधिकार पट्टा के नाम पर वितरण करने के बड़े खेल में जंगल साफ हो रहा है और खेत का स्वरूप लेते जा रहे हैं। यहां पर धनाढ्य लोगों की बेशकीमती जंगल की जमीन को फर्जी तरीके से वन अधिकार पट्टा के नाम से आबंटित किया जा रहा हैं। वही इस नियम में पूर्व से कब्जे होने की शर्त के वजह से धड़ाधड़ जंगल को साफ कर खेत बना दिया जा रहा है और वन विभाग पट्टा भी दे दे रहा है। वहीं छोटे झाड़ के जंगल मद की जमीन भी इस कब्जे की जद में आ जा रही है।

गोमर्डा अभ्यारण्य में अवैध कब्जे की जांच जरूरी

गोमर्डा अभ्यारण्य के अंदर चल रहे अवैध कब्जे के इस बड़े खेल को रोकने पूरे मामले की उच्चाधिकारियों द्वारा मौका स्थल का निरीक्षण तथा करवाही ही जंगल को संरक्षित कर सकती है। वन विभाग में बरसों से जमे स्थानीय निवासी अधिकारी कर्मचारियों के कारण से गोमर्डा अभ्यारण्य में अवैध कब्जाधारियों पर कार्यवाही के स्थान पर संरक्षण मिल रहा है जिससे आने वाले दिनों में सारंगढ़ का गोमर्डा अभ्यारण्य अपने अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष करते नजर आ सकता है।

 

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