जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

धान खरीदी केन्द्र रक्शा के गड़बड़झाला मामले में सारंगढ़ टाईम्स के खबर का असर : हटाये गये सभी कर्मचारी? फर्जी तरीके से धान खरीदी के आरोप में विधायक पति गनपत जांगड़े का बैंक खाता होल्ड करने लिखा पत्र?

धान खरीदी केन्द्र रक्शा के गड़बड़झाला मामले में सारंगढ़ टाईम्स के खबर का असर : हटाये गये सभी कर्मचारी? फर्जी तरीके से धान खरीदी के आरोप में विधायक पति गनपत जांगड़े का बैंक खाता होल्ड करने लिखा पत्र?

धान खरीदी केन्द्र रक्शा के गड़बड़झाला मामले में सारंगढ़ टाईम्स के खबर का असर : हटाये गये सभी कर्मचारी? फर्जी तरीके से धान खरीदी के आरोप में
विधायक पति गनपत जांगड़े का बैंक खाता
होल्ड करने लिखा पत्र?

धान खरीदी में दोषियो पर एफआईआर दर्ज
करने की सुगबुगाहट?
कार्यवाही को लेकर अभी भी संशय के बादल
नही हटे?
जांच रिर्पोट आने के बाद ही होगा दूध का दूध
और पानी का पानी?

सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बहुचर्चित कोसीर सेवा सहकारी समिति के उप खरीदी केन्द्र रक्शा में विधायक श्रीमती उत्तरी जांगडे के पति गनपत जांगड़े के नाम पर 272 कट्टा धान खरीदी के विवाद मे मामला अब गहराते दिख रहा है। सारंगढ़ टाईम्स में इस मामले मे छपी खबर का बड़ा असर देखने को मिल रहा है रक्शा उप खरीदी केन्द्र के फड़ प्रभारी, बारदाना प्रभारी, आवक प्रभारी और हमालो को खरीदी केन्द्र से हटाया जा रहा है। साथ ही विधायक पति गनपत जांगड़े के छ.ग.राज्य ग्रामीण बैंक का खाता को होल्ड करने के लिये समिति प्रबंधक ने शाखा प्रबंधक छ.ग. राज्य ग्रामीण बैंक सारंगढ़ को पत्र लिखकर इस मामले मे गर्माहट ला दिया है। सेवा सहकारी समिति कोसीर के उपकेन्द्र रक्शा में गत दिनो विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े के पति गनपत जांगड़े के नाम पर बिका हुआ 272 कट्‌टा धान का मामला अभी भी सुलझ नही पाया है। भाजपा नेताओ ने इस मामले मे शिकायत किया है कि विधायक पति गनपत जांगड़े के नाम पर बोगस धान खरीदी हुई है जिसके बाद देररात को प्रशासन की टीम ने कार्यवाही करते हुए पूरे मामले में जांच किया। वही दूसरी ओर विधायक उत्तरी जांगड़े का दावा है कि उनके पति किसान है तथा विधिवत नियमानुसार उन्होने अपने पंजीकृत रकबा में अपनी
फसल को बेचा है। तथा पूरे मामले को बदनाम करने की साजिश और षड़यंत्र बताया है किन्तु रक्शा धान खरीदी का मामला अब बड़ी कार्यवाही की ओर बढ़ चली है।

सारंगढ़ टाईम्स में छपी खबर पर हरकत में आया प्रशासन ने पूरे मामले में गहन जांच किया है सूत्रो की माने तो सोमवार को इस मामले के जांच प्रतिवेदन उच्चाधिकारियो के पास प्रस्तुत हो सकता है। वही इस खरीदी कांड़ मे रक्शा में चार कर्मचारियो को धान खरीदी की व्यवस्था से हटाये जाने की खबरे छनकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है उच्चाधिकारियो ने मौखिक रूप से आदेश देकर खरीदी व्यवस्था मे लगे फड़ प्रभारी पुकराम मनहर, आवक प्रभारी सुरेश कुमार भारद्वाज पिता देवनारायण भारद्वाज, बारदाना प्रभारी पंकज विष्णु भारद्वाज पिता मनोज भारदाज, हमाल अश्वनी दिनकर पिता धनीराम दिनकर को धान खरीदी के प्रक्रिया से पृथक कर दिया गया है। बताया जा रहा है इस संबंध में आदेश सोमवार को जारी हो सकता है। वही पूरे मामलें में बड़ी कार्यवाही के संकेत मिल रहे है। सूत्रो की माने तो पूरे मामले में जिला प्रशासन किसी भी प्रकार के रियायत के मूड मे नही दिख रहा है। वही दूसरी ओर इस मामले में धान का भुगतान प्राप्त किये हुए कृषक तथा विधायक पति गनपत जांगड़े ने छ.ग.ग्रामीण बैंक सारंगढ़ के बैंक खाते को होल्ड करने के लिये सेवा सहकारी समिति कोसीर के समिति प्रबंधक ने पत्र लिखा है जिसके बाद पूरे मामले को लेकर अंचल में सियासत गर्म होने की उम्मीद दिख रही है।

विधायक पति गनपत जांगड़े का बैंक खाता
होल्ड करने पत्र

वही इस मामले में एक और बड़ी खबर यह निकल कर सामने आ रही है कि सेवा सहकारी समिति कोसीर के समिति प्रबंधक ने शाखा प्रबंधक छ.ग.राज्य ग्रामीण बैंक शाखा-सारंगढ़ को 30 नवंबर 2024 को पत्र लिखकर गनपत जांगड़े पिता श्री लक्ष्मण जांगड़े को खाता को होल्ड करने का निवेदन किया है। इस मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार समिति प्रबंधक ने बैंक के शाखा प्रबंधक को बताया है कि कृषक श्री गनपत जांगड़े पिता श्री लक्ष्मण जांगड़े के बचत खाता में धान खरीदी वर्ष 2024-25 की जमा राशि के आहरण पर तत्काल रोक (होल्ड) लगाया जाये। उन्होने बताया कि दिनांक-28.11.2024 को धान उपार्जन केन्द्र रक्शा में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के औचक निरीक्षण में धान खरीदी में अनियमितता पाई है। समिति प्रबंधक ने लिखा है कि सेवा सह. समिति मर्या. कोसीर पं. क्र. 1561 के धान उपार्जन रक्शा में कृषक श्री गनपत जांगड़े पिता श्री लक्ष्मण जांगड़े निवासी-मुड़वाभांठा (कोसीर) का समर्थन मूल्य पर धान खरीदी वर्ष 2024-25 हेतु धारित रकबा के अनुसार में धान विक्री हेतु पंजीयन है। उक्त पंजीयन में कृषक का बैंक खाता शाखा-छ.ग. राज्य ग्रामीण बैंक शाखा-सारंगढ़ दर्ज है जिसमें धान उपार्जन केन्द्र रक्शा के फड़ प्रभारी एवं अन्य कर्मचारियो द्वारा कृषक के नाम पर 272 बोरा (108.80) क्वि. धान 2300.00 रूपये प्रति क्वि. की दर से राशि 250240.00 (शब्दो में-दो लाख पचास हजार दो सौ चालीस) रूपये मात्र फर्जी तरीके से धान खरीदी की प्रविष्टि किये जाने के कारण कृषक के खाते में उक्त राशि के भुगतान की पुष्टि की गई है। चूंकि उक्त राशि का धान कृषक द्वारा नही बेचा गया है, जिसके कारण तत्काल उक्त राशि के आहरण पर रोक (होल्ड) लगाने का कष्ट करें।

अंचल में राजनिति का बड़ा खेल “धान
खरीदी”?

सारंगढ़ अंचल में धान खरीदी में फर्जीवाड़ा और राजनिति को एक दूसरे का पर्याय माना जाता है। गाताड़ीह, कोसीर, जशपुर, उलखर, छिंद आदि समितियो में धान खरीदी में विवाद और फर्जीवाड़ा का चोली-दामन का साथ रहा है। गत 5 सालो मे किसानो के नाम पर ऋण से शुरू होने वाला खेल सूखत से होकर बकाया धान के मामले तक जाता है। गत वर्ष दो हजार एकड़ से अधिक भूमि का फर्जी पंजीयन पाया गया था और सिर्फ समिति प्रबंधको को बलि का बकरा बना दिया गया था। वही आज भी किसानो के नाम पर लिया गया फर्जी ऋण मामले मे दर्ज एफआईआर में कुछ आरोपी 6 माह भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। ऐसे में अंचल में धान खरीदी केन्द्र में फर्जीवाड़ा और राजनिति के बीच का संबंध के कारण से प्रशासन अपने से कुछ भी करने से पीछे हटते दिखता था किन्तु गत सत्र मे पूरा मामला विधानसभा मे गर्म होने तथा कड़ी कार्यवाही करने के खाद्ध मंत्री के जवाब के बाद से उम्मीद थी कि इस वर्ष धान खरीदी में प्रशासन हावी होगा किन्तु शुरूवात के पखवाड़ा में ही सामने आया शिकवा-शिकायत और जांच में यह बात स्पष्ट हो गया कि अंचल में धान खरीदी और राजनिति का गठजोड़ की कहानी में अभी कई एपीसोड़ बाकि है। बहरहाल देखना है कि रक्शा में फर्जी धान खरीदी को लेकर उठा विवाद और प्रशासन की जांच कहा तक जायेगा और पूरे मामलें में क्या कार्यवाही होता है?

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