सारंगढ़ में भू-माफियाओ नें सरकारी नहर को पाटकर बना दिया गया 40 फीट का रास्ता!
कलेक्टर कार्यालय के लिये आबंटित भूमि भी अवैध कब्जा का शिकार?
सिंचाई विभाग की नहर खो गई भू-माफियाओ के मनमानी में?
प्रभारी एसडीओ दुर्गेश नायक पूरे मामले से अंजान
कलेक्टर कंपोजिट बिल्ड़िंग के भूमि को भी नही छोड़ा भू-माफियाओ नें,
सारंगढ़ में भू-माफियाओ के हौंसले जिला प्रशासन पर पड़ रहा भारी,
संजय भूषण पांड़े, नरेश केजड़ीवाल, विनोद अग्रवाल, पुरषोत्तम अग्रवाल, राजेश केजड़ीवाल, महेन्द्र
केजड़ीवाल, सुनील केजड़ीवाल बनवा रहे है सड़क?
भाग-1,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
कलेक्टर कंपोजिट बिल्डिंग के लिये आबंटित भूमि को भी अवैध कब्जा कर बनाया जा रहा रास्ता से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में भू-माफियाओ के बुलंद हौंसले का पता चल रहा है। जलसंसाधन विभाग के सरकारी नहर को पाटकर सरकारी भूमि पर जबरन सड़क का निमार्ण यहा पर बदस्तूर जारी है और जिला प्रशासन आंख मूंदकर बैठा हुआ है। ऐसे में नया जिला में विष्णु सरकार के सुशासन पर भू-माफिया भारी पड़ रहे है। मामले में जलसंसाधन विभाग और नगर पालिका के अधिकारी सोमवार को जांच और कार्यवाही की बात कर रहे है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला मे सरकारी नहर को पाटकर 40 फीट का रास्ता बनाने और इसके लिये कलेक्टर बिल्डिंग के लिये आबंटित भूमि पर भी कब्जा करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस संबंध मे मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 2 में मदर टेरसा कालोनी में जलसंसाधन विभाग की उपनहर की सर्विस रोड़ के पास कुछ लोगो के द्वारा मकान निमार्ण किया गया है। यहा पर लगभग 20 फीट चौड़ी उपनहर तथा
लगभग 10 फीट चौड़ी सर्विस रोड़ स्थित थी। यहा पर मां अम्बे डेवलपर्स कंपनी के नाम पर खसरा नंबर 15055,15055/1,127/3,127/1/ख,128/3,143/1 की भूमि रकबा 98920 वर्गफीट यानि 2 एकड़ से अधिक स्थित है। इस भूमि पर पहुंचने के लिये सारंगढ़ के जनसंसाधन विभाग के केड़ार बांध के झरियापारा उपनहर का सर्विस रोड़ स्थित है। इस मार्ग का उपयोग यहा के आसपास के भूमिस्वामी कर रहे थे। इस क्षेत्र में सिंचाई विभाग के केड़ार बांध के उपनहर
झरियापारा नहर का कुल चौड़ाई लगभग 20 फीट तथा सर्विस रोड़ की चौड़ाई लगभग 10 फीट थी। इस सर्विस रोड़ के बाद की भूमि शासकीय मल्टीपरपस स्कूल सारंगढ़ की भूमि थी जिसमें से खसरा नंबर 109/1,109/2, 109/3,114/2, 120, 121, 122/1,122/2, 123, 124/1,124/2, 131 शामिल नं. 143/2, 132, 133 कुल खसरा नंबर 14 तथा कुल रकबा 5.878 हेक्टेयर यानि लगभग 14 एकड़ भूमि को शासकीय मल्टीपरपस स्कूल से कलेक्टर कार्यालय कंपोजिट बिल्डिंग के लिये आबंटित कर दिया गया है।इस भूमि को भी एक बड़ा हिस्सा को भू-माफियाओ
ने सड़क बना दिया है। अर्थात जलसंसाधन विभाग के शासकीय नहर तथा सर्विस रोड़ तथा कलेक्टर कंपोजिट बिल्डिंग की सरकारी भूमि पर दो दिन मे सैकड़ो ट्रेक्टर मुरूम डालकर सड़क का निमार्ण करा दिया गया है। यह निमार्ण शुक्रवार से रविवार तक तीन दिन मे पूर्ण कर दिया गया और जिला प्रशासन को हवा तक नही लगा। बताया जा रहा है कि जलसंसाधन विभाग के 10 फीट चौड़ी सर्विस रोड़ तथा 20 फीट चौड़ी नहर को मुरूम से पाट दिया गया है तथा सरकारी भूमि जो कि कलेक्टर कार्यालय के लिये थी उसका भी लगभग 10 फीट चौड़ी भूमि को सड़क निमार्ण के लिये उपयोग कर दिया गया है। मौके पर निरीक्षण करने पर ज्ञात हुआ कि लगभग 1 किलोमीटर लंबी सड़क का निमार्ण भू-माफियाओ के द्वारा कराया गया है जिसमे किसी भी प्रकार से कोई अनुमति ना तो जलसंसाधन विभाग से लिया गया है और ना ही नगर पालिका सारंगढ़ से लिया गया है। ऐसे मे जलसंसाधन विभाग के सरकारी नहर को पाटकर नहर का निमार्ण करने वालो के खिलाफ जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करता है? यह देखने वाली बात होगी। आखिर क्यो सड़क बना रहा है मां अम्बे डेवलपर्स? इस संबंध मे मिली जानकारी के अनुसार यहा पर सिंचाई विभाग के नहर के बाद मां अम्बे डेवलपर्स की भूमि स्थित है तथा इस भूमि पर आवासीय कॉलोनी का निमार्ण किया जा रहा है। जिसके लिये मां अम्बे डेवलपर्स सारंगढ़ के द्वारा रेरा मे आवेदन किया गया है। एडीएम के सिंगल विंड़ो के द्वारा दिया गया आवेदन के अनुसार इस भूमि पर आवागमन के लिये सिंचाई विभाग की सरकारी नहर और उसके सर्विस रोड़ को छिपाकर 40 फीट की चौड़ी सड़क का स्थित होना कागजो मे बताया गया है। अगर 40 फीट की चौड़ी सड़क यहा पर नही होगी तो टाऊन एंड़ कंट्री प्लानिंग विभाग और रेरा से इस आवासीय कॉलोनी के प्रोजेक्ट को मंजूरी नही मिल पायेगी। इस कारण से इस आवासीय प्रोजेक्ट के लिये रातोरात 10 फीट की सर्विस रोड़ और 20 फीट की नहर को पाटने तथा कलेक्टर कंपोजिट बिल्डिंग के नाम पर आबंटित भूमि पर अवैध कब्जा कर 40 फीट चौड़ी सड़क का निमार्ण किया गया है। जिसके लिये छुट्टी का दिन का उपयोग किया गया है। लगभग 1 हजार ट्रेक्टर से अधिक मुरूम का उपयोग इस सड़क के लिये किया गया है।
मां अम्बे डेवलपर्स के भू-स्वामी कौन-कौन?
राजस्व विभाग के अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ तहसील के पटवारी हल्का नंबर 28 में स्थित खसरा नंबर 15055,15055/1,127/3,127/1/ख,128/3,143/1 की भूमि रकबा 98920 वर्गफीट की जमीन मां अम्बे डेवलपर्स के नाम पर है। जिसके पार्टनर के नामो में संजय भूषण पांड़े पिता बृजभूषण पाण्डेय, नरेश केजड़ीवाल पिता रामदेव केजड़ीवाल, विनोद कुमार अग्रवाल पिता ओंकारमल अग्रवाल, पुरषोत्तम अग्रवाल पिता त्रिलोकचंद अग्रवाल, राजेश केजड़ीवाल पिता गिरधारी लाल, महेन्द्र केजड़ीवाल पिता सीताराम, सुनील केजड़ीवाल पिता जगदीश केजड़ीवाल के नाम दर्ज है। इनके द्वारा सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के जिला प्रशासन के माध्यम
से आवासीय कालोनी के लिये प्रोजेक्ट का आवेदन किया गया है तथा भूमि का ले-आऊट और प्रोजेक्ट को रेरा से पंजीकृत कराने के लिये आवेदन प्रस्तुत किया गया है। जिसके अनुसार ही यहा पर सड़क तथा नाल का निमार्ण कराया जा रहा है। इसी के काम के साथ जलसंसाधन विभाग के शासकीय नहर तथा सर्विस रोड़ तथा कलेक्टर कंपोजिट बिल्डिंग की सरकारी भूमि पर रातोरात 40 फीट की सड़क का निमार्ण करा दिया गया है। यह सड़क अपने प्रोजेक्ट को रेरा मे स्वीकृत कराये जाने के लिये ही बनाया गया है। मौके पर निमार्णाधीन सड़क पर मुरूम डालने वाले ट्रेक्टर वाहन के चालक तथा स्वामियो ने बताया कि उक्त कार्य राजेश और संजय के कहने पर उनके द्वारा किया जा रहा है।
सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर रास्ता निमार्ण?
जल संसाधन विभाग के सरकारी नहर और सर्विस रोड़ को पाटकर तथा कलेक्टर कार्यालय के लिये आबंटित भूमि को बालात् कब्जा करके रोड़ का निमार्ण करना भू-माफियाओ के बुलंद हौंसलो की जानकारी दे रहा है। इस कार्य मे ना तो जल संसाधन विभाग से कोई अनुमति या एनओसी लिया गया है और ना ही नगर पालिका सारंगढ़ से कोई अनुमति लिया गया है। बिना किसी सरकारी विभाग से अनुमति लिये बिना दबंगई के साथ सरकारी भूमि के मूल स्वरूप मे छेड़छाड़ करते हुए 40 फीट चौड़ी सड़क का निमार्ण कर दिया गया है। ऐसे में जिला प्रशासन के
सामने दबंगई करने वालो के खिलाफ एफआईआर करने और कड़ी कार्यवाही करने की बड़ी चुनौती सामने है। देखना है कि जिला प्रशासन ऐसे तत्वो से किस प्रकार से निपटेगा।
सरकारी नहर को पाट दिया भू-माफयाओ ने?
बताया जा रहा है कि यहा पर जलसंसाधन विभाग का केड़ार बांध का नहर का उपनहर स्थित था जिसके झरिया पारा नगर के नाम से जाना जाता है। इस नहर के द्वारा झरियापारा क्षेत्र में लगभग 200 एकड़ से अधिक खेतो मे पानी पहुंचता था। इस नहर को ही पाटकर भू-माफियाओ ने पूरे सरकारी नहर को कब्जा कर लिया है। शासकीय भूमि को पाटकर उसमे कॉलोनी का निमार्ण करने का कार्य दिन-रात तीव्र गति से विराजमान है। ऐसे मे सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करके कालोनी का निमार्ण करने तथा रेरा से प्रोजेक्ट को अनुमति दिलाने मे मां अम्बे डेवलपर्स लगातार प्रयासरत है। देखना अब यह है कि इस मामले में जिला प्रशासन भू-माफियाओ के ऊपर क्या कार्यवाही करता है।
सिंचाई विभाग मामले में अंजान
इस मामले में जब जलसंसाधन विभाग के एसडीओ दुर्गेश नायक से चर्चा किया गया तो उन्होने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्हे नही है। उनके विभाग के द्वारा किसी भी प्रकार से रोड़ आदि का निमार्ण नही कराया जा रहा है। अभी रायपुर में होने के कारण से पूरी जानकारी उन्होने नही दिया मंगलवार को मौके पर जाने के बाद पूरे मामले की जानकारी देने की बात एसडीओ दुर्गेश नायक ने दिया है।
नगर पालिका को नही है कोई जानकारी
इस रोड़ निमार्ण के मामले मे नगर पालिका के सीएमओ राजेश पांड़े को कोई जानकारी नही है। उन्होने बताया कि उनके पास कुछ खबरे शनिवार को आई थी। किन्तु नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 2 में स्थित इस सरकारी भूमि के रोड़ निमार्ण और नहर के कब्जे के मामले मे अभी उनके पास कोई जानकारी नही है। सोमवार को सीएमओ राजेश पांड़े इस मामले मे संज्ञान लेकर स्वयं मौके स्थल पहुंचने का आश्वासन दिया है।