
पत्रकारों का अपमान………..जिला प्रशासन को पड़ सकता है भारी
सारंगढ़ टाईम्स.
सारंगढ़ में आज पहली बार छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का सारंगढ़ दौरा हुआ जिसे लेबर पिछले हफ्ते भर से तैयारियों जोरो पर थी। राज्यपाल को दौरे को लेकर सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सभी पत्रकार लगातार मिडिया में खबरों का प्रकाशन कर जिला प्रशासन को सहयोग भी प्रदान कर रहे थे लेकिन कार्यक्रम के दिन जिस प्रकार से जिला प्रशासन का रवैया देखने को मिला उसके कारण पत्रकारों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। दरअसल राज्यपाल का सारंगढ़ दौरा जिला के विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक के तौर पर हुआ है साथ ही साथ कुछ आयोजनों को लेकर सारंगढ़ आसपास के गांव का दौरा भी है।
कलेक्ट्रेड परिसर में कार्यक्रम व बैठकों के बाद पत्रकार वार्ता भी किया जाना था लेकिन पत्रकारों के बैठने के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही की गई थी, उसके उलट पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया गया जिसके बाद से पत्रकारों में रोष देखने को मिल रहा है जिसके कारण कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा पत्रकारों ने कर दी।
अब नही करेंगे कवरेज- दीपक थवाईत
प्रेस क्लब के जिला अध्यक्ष दीपक थवाईत ने कहा कि पत्रकारों द्वारा हमेशा सभी कार्यक्रमों का कवरेज किया जाता है लेकिन आज भी पत्रकारों के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही की गई थी। एडीशनल एसपी निमिशा पाण्डेय के द्वारा भी पत्रकारों को टीन शेड नीचे से भगा दिया गया। बैठक व्यवस्था करने के स्थान पर जगह खाली करा दिया गया। यही व्यवहार हमेशा हम लोगों के साथ किया जाता है। इसलिए पत्रकारों ने निर्णय लिया है कि अब जिला प्रशासन के किसी कार्यक्रम का कवरेज हम लोग नही करेंगे। आज भी जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण पत्रकारों को अपमान का सामना करना पड़ा है।
एडीशनल एसपी निमिशा पाण्डेय ने हम लोगों को हटा दिया- गोल्डी नायक
राज्यपाल के आगमन को लेकर किसी प्रकार की कोई सुचना नही थी, पीआरओ ग्रुप के मैसेज पढ़ने के कारण पत्रकार गांव गांव से आए हुए थे और शेड के नीचे खडे हुए थे, बैठक को लेकर कोई व्यवस्था नही थी। पुलिस वालों ने सभी पत्रकारों को वहां से हटाया। राज्यपाल के कार्यक्रम का बहिष्कार पत्रकारों द्वारा किया गया। एडीशनल एसपी ने पत्रकारों को वहां से हटा दिया, भले ही एसडीओपी स्नेहिल साहु ने पत्रकारों को बैठने का आग्रह किया लेकिन वहां पर जगह भी नही था।
पत्रकारों के साथ जिला प्रशासन का रवैया बेहद निंदनीय- मयूरेश केशरवानी
इस मामले में नगर पालिका पार्षद, भाजपा जिला मिडिया प्रभारी और सारंगढ़ टाईम्स डीजिटल सर्विस के संचालक मयूरेश केशरवानी ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा किया जा रहा रवैया बेहद निंदनीय है। ऐसा पहली बार नही है जब सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के पत्रकारों के साथ ऐसा सलुक हो रहा है, इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। जिला प्रशासन के द्वारा ना ही पत्रकारों को महत्तव दिया जा रहा है और ना ही जनहित के खबरों पर कार्यवाही की जा रही है। सारंगढ़ बिलाईगढ़ के अधिकारी निरंकुश होते जा रहे हैं जिसके कारण आम जनता में भी दिनों दिन आक्रोश देखने को मिल रहा है। पत्रकारों के साथ हुए व्यवहार को लेकर जिला प्रशासन को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए।
मिडिया को लेकर मनमानी का दौर
गौर करने योग्य बात है कि जिला प्रशासन के द्वारा मिडिया को लेकर मनमानी का दौर चल रहा है, तर्कपुर्ण खबरों पर भी अधिकारियों को बाईट देने में दिक्कत होती है और कार्यवाही के नाम पर भी सिर्फ लीपापोती चल रही है। जो पत्रकार जितना ज्यादा जनहित के मुद्दे उठाता है उन पत्रकारों को जिला प्रशासन के कर्मचारियों द्वारा ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया जाता है और उनको फोन भी नही उठाए जाते। जिस प्रकार से जिला प्रशासन पत्रकारों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही है वह बहुत ज्यादा निंदनीय है। ऐसे ही कई विषयों के कारण आज पत्रकारो का गुस्सा फुट पड़ा और जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।