भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा सारंगढ़ बिलाईगढ़ की जिलाध्यक्ष श्रीमती नंदिनी वर्मा ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भारत सरकार ने 2000 के नोट बंद कर दिये हैं। उक्त नोट के बंद होने से भ्रष्ट्राचार पर अंकुश लगेगा और करप्शन खत्म होगा। ऐसा नही है कि यह फैसला एकाएक लिया गया है। लम्बे समय से एटीएम में इसके उपयोग को बैंकों द्वारा पहले ही बंद किया जा चुका है। 2000 का नोट असल में 8 नवम्बर 2016 को हुए नोटबंदी के बाद चलन में आया था। उस समय बडे नोट लांच करना एक सोची समझी रणनीती रही है। मिली जानकारी के अनुसार 370 करोड़ दो हजार के नोट 6 साल में प्रिंट किये गए थे। इनमें से 54 करोड़ नोट गायब हैं जिनकी वेल्यु 1.09 लाख करोड़ है। 246 करोड़ सरर्कुलेशल में होने चाहिए दो हजार के नोट। आने वाले 30 सितम्बर तक ही यह नोट मान्य होंगे वहीं अभी भी बैंकों में दो हजार के 10 नोट से ज्यादा के नोट जमा नही कराए जा सकेंगे। आम जनता को जरूर थोडी बहुत परेशानी होगी लेकिन देश की जनता ने हमेशा मोदी जी का साथ दिया है क्योंकि देश की जनता को पता है कि मोदी जी का हर फैसला देश के लिए होेता है। इसके पहले भी जब 2016 में नोटबंदी की गई थी तब भी देश के जनता ने मोदी जी का दिल खोलकर साथ दिया था वहीं उसके तीन साल बाद हुए चुनाव में भी दिल खोलकर वोट किया था। आम जनता इस बात को समझ रही है कि 2000 का नोट प्रचलन में लाना अर्थव्यवस्था को पटरी में बैलेंट करने के लिए उठाया गया कदम था और इस क्षेत्र से जुडे़ सभी लोगों पता था कि आज नही तो कल इस नोट को सरकार बंद करेगी। बहरहाल 2000 के नोट बंद के फैसले से जहां भ्रष्ट्राचारियों में भय व्याप्त है तो वही सिस्टम में सुधार की ईच्छा वाले लोगों के चेहरे पर खुशी। उक्त बातें भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष नंदिनी वर्मा के द्वारा प्रेस के माध्यम से कही गई।
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21 hours ago