













सारंगढ़ : मेला को अनुमति देने की मांग को लेकर शत प्रतिशत बंद है सारंगढ़
सुबह से ही शहर मे छाया है सन्नाटा,
महल के खिलाफ शहरवासियो का आक्रोश
प्रशासन के अड़ियल रवैये के खिलाफ जबरदस्त विरोध
सारंगढ़,
सारंगढ़ में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले गणतंत्र मेला और श्री विष्णु महायज्ञ को आज तक अनुमति नही देने के कारण से आज सारंगढ़ बंद को जबरदस्त सफलता मिली है। इस सारंगढ़ बंद मे सुबह से ही एक भी दुकाने नही खुली है तथा हर वर्ग का सर्मथन सारंगढ़ बंद को मिला हुआ है। मेला की अनुमत नही देने से सारंगढ़वासियो मे जबरदस्त आक्रोश भरा हुआ है। धरना प्रर्दशन के बाद आज सारंगढ़ बंद का आव्हान किया गया था जो जबरदस्त सफल रहा है। 1954 से आयोजित होते आ रहे सार्वजनिक मेला को लेकर प्रशासन के उपेक्षित रवैये के खिलाफ आयोजित हो रहा सारंगढ़ बंद मे सभी वर्गो ने सर्मथन दिया।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला बनने के बाद सारंगढ़ का ऐतिहासिक मेला को लेकर प्रशासन और सारंगढ़वासियो मे टकराव बना हुआ है। सारंगढ़ में 1954 से 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन से 9 दिवसीय मेला का आयोजन होते आ रहा है। यह मेला अमर शहीदो की याद मे लगाया जाता है तथा पूरे देश मे एक मात्र मेला है जो कि अमर शहीदो के याद मे लगाया जाता है। इस मेला में श्री विष्णु महायज्ञ का भी आयोजन होता है तथा 9 दिवसीय पूजापाठ के साथ मेला का आयोजन हर वर्ष भव्यता के साथ होता है। यह मेला शहर के हृदय स्थल तुर्की तालाब के पास जवाहर भवन मेला प्रांगण में आयोजित होते हुए आ रहा है। इस आयोजन स्थल को लेकर राजपरिवार के द्वारा बीते कुछ वर्षो से आपत्ति किया गया तथा सार्वजनिक मेला के स्थल पर मेला लगाये जाने का विरोध किया गया। फिर भी पूर्व में मेला की लगातार अनुमति प्रदान किया गया है। वही गत दो वर्षो मे कोरोना की स्थिति को देखते हुए मेला का आयोजन की अनुमति प्रशासन के द्वारा नही दिया गया किन्तु श्री विष्णु महायज्ञ की अनुमति जरूर प्रदान किया जाता रहा है। आसन्न समय मे कोरोना का खतरा काफी कम हो गया है किन्तु प्रशासन एक माह पहले लगाया गया आवेदन के बाद भी आज तक सार्वजिनक गणतंत्र मेला को अनुमति प्रदान नही कर रहा है जिसको लेकर शहरवासियो मे तगड़ा आक्रोश है। भारतमाता चौक पर आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद आज सारंगढ़ बंद का आव्हान किया गया था जिसमे हर वर्ग ने स्वस्फूर्त इस बंद में सहभागिता दर्ज कराकर बंद में सहयोग प्रदान किया।
इस संबंध में सूत्रो से बताया कि मेला समिति और जिला प्रशासन के बीच जमकर रस्सकस्सी चल रही है तथा जिला प्रशासन राजपरिवार के आपत्ति के कारण से जवाहर भवन में मेला लगाने की अनुमति नही दे रहा है वही मेला समिति तथा शहरवासियो का कहना है कि जिस स्थल पर मेला लगाया जाता था वही पर ही मेला लगना चाहिये। चूंकि जमीन संबंधी विवाद के कारण से शासन स्पष्ट नही कर पा रहा है कि उक्त भूमि किसका है तथा सीमांकन आदि मे आज तक स्थिति स्पष्ट नही हो पाया है कि उक्त भूमि का स्वामी कौन है। ऐसे मे ऐतिहासिक मेला जो कि 1954 से लगते हुए आ रहा था उसे एकाएक बंद करा देना या स्थल परिर्वतन के लिये निर्देशित करने से शहर मे आक्रोश की स्थिति बनी हुई है। इस मामले को लेकर मेला समिति और प्रशासन के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है तथा धरना प्रदर्शन के बाद आज सारंगढ़ बंद का आव्हान किया गया है।
बताया जा रहा है कि सारंगढ़ बंद को सभी वर्गो का सर्मथन प्राप्त हुआ है तथा आज बंद शतप्रतिशत पूर्ण हुआ है। वही सारंगढ़ में 69 वर्षो से लगते आ रहा सार्वजनिक मेला को नही लगाने देने की हठधर्मिता से सारंगढ़ में तीखी प्रतिक्रया है। बताया जा रहा है इस कारण से सारंगढ़ में तनाव की स्थिति बन रही है।
बहरहाल आज के सारंगढ़ बंद को लेकर हर वर्ग के लोगो ने जिस प्रकार से अपनी अपनी सहमति और सर्मथन प्रदान किया है उससे महल के सर्मथको में बैचेनी है।
डिजनीलैंड मेला का आना भी साजिश?
इस संबंध में सूत्रो ने बताया कि अमर शहीदो की याद मे आयोजित होने वाले गणतंत्र मेला पर शहरवासियो का गहरा आक्रोश ना हो इसलिये कुछ बड़े चेहरो ने अपनी निजी भूमि पर डिजनीलैंड मेला का आयोजन करवाकर शहर मे भ्रम की स्थिति पैदा करने मे जुटे हुए है। बताया जा रहा है कि डिजनी लैंड मेला भी 26 जनवरी से ही आयोजित किया जा रहा है तथा पूरे अंचल में इस बात का अफवाह फैलाया जा रहा है कि गणतंत्र मेला अब प्रतापगंज मे दूसरे स्थान पर आयोजित किया जा रहा है। डिजनीलैंड मेला के अनुमति को प्रशासन ने एक ही दिन में प्रदान कर दिया किन्तु नियत समय पर आयोजित नही कर इसे 26 जनवरी को ही शुभारंभ करने का षडयंत्र रचा जा रहा है ताकि शहर मे गणतंत्र मेला नही होने पर भी आक्रोश नगरवासियो मे ना पनपे। इस डिजनीलैंड मेला के टायमिंग को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है। चाटुकारो पर आरोप लग रहे है कि जानबूझकर सारंगढ़ मे गणतंत्र मेला के समय डिजनीलैंड मेला लगाया गया है। जो कि एक साजिश के तहत शहर में माहौल खराब करने के लिये आयोजित है।