



रायगढ़ मिनरल्स , शुभ मिनरल्स , ओम मिनरल्स , जय मां चंद्रहासिनी क्रेशर और सलासर मिनरल्स को किया सील
सद्गुरु साईं मिनरल्स और आर्यन मिनरल्स को मांगा एक सप्ताह में जवाब
सारंगढ़-बिलाईगढ़ कलेक्टर के निर्देश पर योगेंद्र सिंह ने की कार्यवाही
क्रेशर क्षेत्र में मचा हड़कंप , माइनिंग विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही
सारंगढ़, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ कलेक्टर के निर्देश पर खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह द्वारा फिर एक बड़ी कार्यवाही देखने को मिली है , जिसमें खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह द्वारा कटंगपली-बोंदा के क्रेशरों में दबिश देकर सील की कार्यवाही की जा रही है । वहीं जानकारों के मुताबिक कटंगपाली के क्रेशरों में डोलोमाइट खनिज के अवैध उत्खनन कर क्रशिंग करने की शिकायत लगातार कलेक्टर और खनिज अधिकारी को मिल रही थी । तभी कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग की टीम ने आज कटंगपाली-बोंदा क्षेत्र में दबिश दी है और कई क्रेशर ऊपर सील की कार्यवाही की गई है । जैसे ही सारंगढ-बिलाईगढ़ कलेक्टर का निर्देश खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह को मिली तो उन्होंने ना देरी करते हुए रायगढ़ से अपने दल बल के साथ कटंगपाली क्षेत्र के क्रेशरों को जांच करने के लिए निकल गए । सबसे पहले रोड से लगे क्रेशर रायगढ़ मिनरल्स में निरीक्षण करने के लिए घुसे और वहाँ हर वैरायटी के खनिज को जांच किया गया । क्रेशर में अत्यधिक मात्रा में डोलोमाइट डंप रखे थे , जिसे देख खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह सीधा लीज एरिया में निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए । जहां रायगढ़ मिनरल्स के खनिज क्षेत्र खदान में खनिज अधिकारी को कई सारे अनियमितताएं दिखी , जिससे क्रेशर को ताला जड़ दिया गया है और क्रेशर मालिक को एक सप्ताह में जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है । जवाब प्रस्तुत नहीं करने तक क्रेशर को सील की कार्यवाही की गई है ।
*मे. ओम मिनरल्स को भी किया गया सील*
वही खनिज विभाग की टीम द्वारा रायगढ़ मिनरल्स को सील करने के पश्चात शुभ मिनरल्स की ओर रुख किया गया । जहाँ अनिमियतता पाए जाने पर शुभ मिनरल्स को भी सील की कार्यवाही किया गया है । तत्पश्चात ओम मिनरल्स में जाकर निरीक्षण किया गया तो वहाँ भी क्रेशर में अनिमियतता पाई गयी जिसके कारण खनिज विभाग द्वारा ओम क्रेशर को भी सील कर दिया गया है ।
*सलासर मिनरल्स और जय मां चंद्रहासिनी मिनरल्स को भी किया सील*
वहीं इन क्रेशरों को सील करने के बाद खनिज विभाग की टीम ने सालासर मिनरल्स और जय मां चंद्रहासिनी क्रेशर उद्योग में जाकर निरीक्षण किया तो क्रेशर नियम के विरुद्ध संचालित हो रही थी । क्रेशरों में जितनी क्षमता रहनी चाहिए उससे अत्यधिक डोलोमाइट भर कर रखे हुए थे । कलेक्टर के निर्देश पर खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह की दबिश से क्रेशर माफियाओं में हड़कंप सी मच गई है , क्योंकि हाल ही दिनों में इतनी बड़ी कार्यवाही देखने को नहीं मिली थी , लेकिन आज योगेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली टीम ने यह कार्यवाही कर दिखाया है जो काबिल-ए-तारीफ है ।
*खदानों का भी किया गया निरीक्षण*
वही खनिज अधिकारी इन सब क्रेशरों पर कार्यवाही करने के बाद अवैध तरीके से जो खदान संचालित हो रहे थे उन पर भी निरीक्षण किया । खनिज सूत्रों के बताए अनुसार अभी केवल एक ही अवैध खदान का निरीक्षण किया गया है , आये दिन चाहे दिन हो या रात किसी भी समय अवैध तरीके से छलनी करके डोलोमाइट खनन कर मालामाल हो रहे खनन माफियाओं पर खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह कहर बनकर बरसेंगे ।
*कोई भी क्रेशर नियम पर नहीं हो रहा था संचालित*
वही खनिज विभाग के अधिकारियों ने पांच क्रेशर को सील की कार्यवाही की है और दो क्रेशरों को नोटिस जारी किया है , जिससे क्षेत्र में हड़कंप सी मच गई है । वहीं खनिज विभाग के अधिकारियों को क्रेशर निरीक्षण के दौरान कई सारे अनियमितताएं मिली है । जहां लीज एरिया में ना तो बाउंडरी वॉल दिया गया था और ना ही डोलोमाइट कितनी क्षमता से उत्पाद हो रही है , उसके लिए धर्म कांटा लगाया गया था । खदानों में भी धर्म कांटा नहीं लगाया गया है और ना ही कोई नियम रूप से खदान को संचालित कर रहे थे , जिसको देखकर खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह ने क्रेशर के मुंशी और मालिकों को सख्त हिदायत दिया है कि अगर आपको क्रेशर संचालित करना है तो नियम से संचालित कीजिए , नहीं तो आपके विरुद्ध एक बड़ी कार्यवाही होगी । वैसे तो माइनिंग विभाग के अधिकारी ने क्रेशरों को सील कार्यवाही कर दी है , जिससे क्रेशर मालिक परेशान नजर आ रहे हैं ।
*क्रेशर हो रहा था सील और माइनिंग विभाग के पास कम पड़ गए ताले-चाबी ।*
वही जब माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने 5 क्रेशरो को सील किया तो उनके पास ताला चाबी कम पड़ जा रहे थे , तभी माइनिंग विभाग ने खनिज जांच चौकी के कर्मचारियों से ताला मंगवाना पड़ा । वही इस दृश्य को क्रेशर के मुंशी द्वारा देखा गया , तो वह भी हैरान हो गए कि आखिर माइनिंग विभाग ने इतनी ताला – चाबी क्यों मंगाया गया ? उसके बाद क्या था , माइनिंग विभाग ने फिर एक और क्रेशर जाने का विचार पहले से ही मन में चल रहा था , तभी उन्होंने आर्यन मिनरल्स की ओर रुख किया । वहां भी जाकर देखा तो जितनी क्षमता थी, उससे अधिक तो यहां डोलोमाइट डंप पड़े हुए थे जिसे देखकर खनिज विभाग के अधिकारी द्वारा नोटिस देकर जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है ।
*क्या कहते हैं खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह*
इस संबंध में खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ कलेक्टर के निर्देश पर आज हमने कटंगपाली के क्रेशरों का निरीक्षण किया है । जिसमें निरीक्षण के दौरान क्रेशरों में कई सारे अनियमितताएं पाई गई , जिसके कारण क्रेशरों को सील की कार्यवाही की गई है । वही पांच क्रेशरों को सील कर दिया गया है और दो क्रेशर को नोटिस देकर एक सप्ताह में जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है । जिसमें रायगढ़ मिनरल्स ,ओम मिनरल्स , सलासर मिनरल्स , जय मां चंद्रहासिनी क्रेशर और शुभ मिनरल्स को सील किया गया है और सद्गुरु साईं मिनरल्स व आर्यन मिनरल्स को नोटिस देकर जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है । हमारी कार्यवाही अभी क्रेशर जगत में जारी रहेगी , जो भी अनियमितताओं के साथ क्रेशर संचालित करेगा उन पर कार्यवाही होगी ।