जशपुर

आराम निवास जशपुर के बागान से चंदन पेड़ काटकर चोरी करने वाले 3 अन्तर्राज्यीय आरोपी जशपुर पुलिस के हत्थे चढ़े,

आराम निवास जशपुर के बागान से चंदन पेड़ काटकर चोरी करने वाले 3 अन्तर्राज्यीय आरोपी जशपुर पुलिस के हत्थे चढ़े,

आराम निवास जशपुर के बागान से चंदन पेड़ काटकर चोरी करने वाले 3 अन्तर्राज्यीय आरोपी जशपुर पुलिस के हत्थे चढ़े,

शिलाजीत बेचने के बहाने दिन में करते थे रेकी, फिर
रात में करते थे तस्करी

जशपुर,
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी राजेन्द्र ताम्रकार निवासी सन्ना रोड जशपुर ने दिनांक 26 नवंबर को थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह विक्रमादित्य सिंह का निज सचिव है एवं आराम निवास का देख-रेख करने का कार्य करता है। 21 नवंबर की रात्रि में आराम निवास के सामने निजी बागान के अंदर मौजूद 03 नग चंदन पेड़ को अज्ञात आरोपियों ने चोरी कर लिया। प्रार्थी की उक्त रिपोर्ट पर थाना जशपुर में भा.न्या.सं. की धारा 303(2) का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह द्वारा रात्रि गष्त को प्रभावी कर उक्त प्रकरण के आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी जषपुर रविशकर तिवारी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित किया गया था।

टीम द्वारा आराम निवास के आसपास एवं क्षेत्र में डेरा डालकर घूम रहे फेरीवालों पर लगातार
निगरानी बनाये रखा गया था, इसी दौरान 24  नवंबर की रात्रि में संदिग्ध व्यक्ति लिखाड़िया उर्फ पिंटू के भागलपुर क्षेत्र में घूमते पाये जाने पर उससे पूछताछ करने पर संदेह होने पर उसे अभिरक्षा में लिया गया, पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने साथीगण नीवर एवं कर बाबू के साथ के साथ मिलकर उक्त दिनांक को आराम निवास बागान से चंदन लकड़ी चोरी करना स्वीकार किया।

नीवर एवं कर बाबू के लोरो दोफा के नीचे टेंट लगाकर फेरीवाले के रूप में मौजूद रहने की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा लोरो दोफा में जाकर दबिश दिया गया, दबिश देने के दौरान वे दोनों पुलिस को देखकर जंगल की ओर भागने लगे, इन दोनों को दौड़ाकर पुलिस द्वारा अभिरक्षा में लिया गया। आरोपियों के संयुक्त मेमोरंडम कथन से विभिन्न चंदन लकड़ी का टुकड़ा कीमती लगभग 50 हजार रू. एवं लकड़ी आरी इत्यादि जप्त किया गया है। उक्त सभी आरोपियों के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर 27 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। इस कार्यवाही में निरीक्षक रविषंकर तिवारी, स.उ.नि. विपिन किषोर केरकेट्टा, स.उ.नि. मनोज सिंह, आर. 350 हेमंत कुजूर, आर. शोभनाथ सिंह, आर. 378 विनोद तिर्की, सै. थानेष्वर देषमुख का योगदान रहा है।

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