
महानदी का जलस्तर घटा : धान, मक्का के फसलों को पहुंचा नुकसान
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/साल्हेओना,
महानदी का जलस्तर घटते ही बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली है। एक दिन पहले महानदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया था। ऐसे में तहसील क्षेत्र सरिया के महानदी के तटवर्ती पोरथ, तोरा, सुरसी, सूरजगढ़, कोर्रा, परसरामपुर, बोरिदा, ठेंगागुडी के धान व मक्का फसलों के खेतों में पानी घुस गया था। इससे लहलहाते फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। महानदी का जलस्तर शनिवार को बढने से तटीय क्षेत्रों के गांवों के खेतों में बाढ़ का मटमैला पानी घुस गया था। जिसमें ग्राम तोरा के प्रदीप साहू, लक्ष्मण प्रधान के मक्का फसलों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। ग्राम तोरा में मक्का की सर्वाधिक खेती किया जा रहा है।
ऐसे में अन्य किसानों के मक्का फसलों को क्षति हुआ है। रविवार को मौसम साफ होते ही ग्राम तोरा के मक्का खेतों में किसान नाव लेकर पहुंचे थे और तोडाई कर ट्रैक्टर के माध्यम से बाहर निकालने की जद्दोजहद करने में जुट गए हैं। साथ ही धान फसल वाले खेतों में बाढ़ का पानी घुस गया था। वैसे तो आसपास के सभी तटीय गांवों के धान फसल खेतों से बाढ़ का पानी नीचे उतरने लगा है। राजस्व अधिकारियों का कहना है कि यदि बाढ़ का मटमैला पानी 3 – 4 दिन तक खेतिहर फसलों में ठहरने से धान फसलों के पौधों को नुकसान होता है। इस बार बाढ़ का पानी एक दिन रुका हुआ था। इससे कम नुकसान होने की संभावना है। फिलहाल अब तक राजस्व विभाग की ओर फसल नुकसान सर्वे के लिए कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है।
पोरथ धाम से भी उतरा पानी
महानदी की तट पर प्रसिद्ध पोरथ धाम का शिव मंदिर है। इस मंदिर में बाढ़ का पानी घुस गया था और पूरा परिसर जलमग्न दिखाई दे रहा था। बीती रात से महानदी का जलस्तर घटने लगा और रविवार सुबह को मौसम साफ होने के साथ ही पोरथ धाम शिव मंदिर से भी पानी उतर गया। मंदिर के पुजारी दिनेश पुरोहित ने बताया कि गांवों में बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा था, लेकिन मंदिर भीतर घुस गया था। रविवार को मंदिर की साफ सफाई कर पुनः पूजा पाठ शुरु कर दिया गया है।
लात नाला पुल में आवागमन चालू
चंद्रपुर – सरिया मुख्य मार्ग पर स्थित लात नाला पुल पर बाढ़ का पानी बहने के कारण आवागमन अवरुद्ध कर दिया गया था। रविवार सुबह को पुल से नीचे पानी प्रवाहित होते ही सुचारु रुप से आवागमन के लिए खोल दिया गया है।