
सारंगढ़ : बिलासपुर रोड़ में लाखो रूपये का सड़क निमार्ण? बिना अनुमति के निमार्ण कार्य की चर्चा?
खेलभाठा स्टेडियम में फेसिंग निमार्ण कार्य जोरो पर?
सरकारी विभाग का अता-पता नही?
ना सूचना बोर्ड और ना ही लागत की जानकारी?
सड़क नेशनल हाईवे की, एनओसी नगर पालिका के पास,
लाखो रूपये का मरम्मत कौन करवा रहा? सवाल का नही मिल रहा है जवाब?
जिला मुख्यालय में अजब-गजब चल रहा है खेला?
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ जिला मुख्यालय की जर्जर सड़क की स्थिति किसी से छिपी नही है किन्तु इस बदहाल स्थिति जिसे आपदा का नाम दिया जा रहा है इस आपदा में भी अवसर की तलाश सेटिंगबाजो ने कर लिया और बिना मानक के सड़क के मरम्मत के नाम पर लाखो रूपये का निमार्ण शुरू कर दिया। अब सड़क का निमार्ण कौन एजेंसी करवा रहा है? इस सवाल का जवाब नही मिल पाया है? बिना टेंडर और बिना वर्क आर्डर के चल रहा निमार्ण कार्य को लेकर जिला मुख्यालय की तस्वीर साफ दिख रही है चापलूसी करके नियम कानून को दरकिनार करने वाले मनमानी करवाने पर तुले है।
एक माह बाद जिला निमार्ण के 3 बरस को पूर्ण करने वाला सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला
बहुत कम समय में पूरे छत्तीसगढ़ में अपना नाम सुर्खियो मे दर्ज करवाया है। मामला चाहे उथल-पुथल निर्णय का हो? या मामला राजनितिक रूप से गर्माहट का हो। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला सुर्खियो मे रहने वाला जिला बन गया है। अब मामला सारंगढ़ जिला मुख्यालय में होने वाले कई निमार्ण कार्यो को लेकर सामने आया है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार नया जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ मे निमार्ण कार्य होने के बाद टेंडर और कार्यादेश का पद्धति को कई चापलूस ठेकेदार सिस्टम मे लाने का प्रयास कर रहे
है और सरकारी अधिकारियो को मीठी-मीठी बाते से अपने पक्ष मे कर रहे है। ताजा मामला सारंगढ़ से बिलासपुर रोड़ का जर्जर रोड़ का है। ग्रीष्मकाल में नगरीय क्षेत्र में आने वाला बिलासपुर रोड़ का सुध तो किसी विभाग ने नही लिया किन्तु जब स्थिति बद से बदत्तर हो गई और रोड़ चलने लायक ही नही बचा तो इस आपदा को भी अवसर मे भुनाने कुछ ठेकेदार सक्रिय हो गये और मरम्मत और निमार्ण के बहाने बिना टेंडर और बिना कार्यादेश के ही निमार्ण पूर्ण करने में लग गये है।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार जर्जर और बदहाल बिलासपुर रोड़ में लगभग 25 लाख रूपये का मरम्मत का कार्य को दिन-रात एक करके स्तरहीन और गुणवत्ताविहीन करने मे एक ठेकेदार लगा हुआ है। इस मरम्मत कार्य को टेंडर और वर्कआर्डर की जानकारी मांगने पर यही बात छनकर सामने आई है कि निमार्ण पहले किया जा रहा है और वर्कआर्डर बाद मे दिया जायेगा। अब ना तो स्थल निरीक्षक का झंझट और ना ही स्टीटमेट का झंझट और ना ही निमार्ण कार्य के लिये सूचना बोर्ड या निविदा दर का झंझट। यानि नाम मात्र का स्तरहीन निमार्ण कार्य और लाखो रूपये का भुगतान? यह सारंगढ़ मे ठेकेदारो की चापलूसी का पोल खोलने के लिये पर्याप्त है। बताया जा रहा है कि ऐसा एक काम मे नही हो रहा है बल्कि कई ऐसे काम यहा पर हो रहे है जिसमे काम पहले कर दिया जा रहा है और बाकि की कार्यवाही बाद मे किया जाना है। सभी कार्य को एक ही ठेकेदार को दिया जा रहा है जिसका निमार्ण कार्य काफी स्तरहीन और गुणवत्ताहीन रहा है। नेशनल हाईवे सड़क पर कुछ स्थान पर सीसी रोड़ की पटरी बनाने मे ना तो मानको का ख्याल रखा गया है और ना ही उससे अनुसार बेस को मजबूत बनाया गया है। सिर्फ दो फीट गहरा गड्ढ़ा करके 20 एमएम का ही बेस डाल दिया जा रहा है और सीसी रोड को तैयार कर दिया जा रहा है। ना तो सीमेंट और बालू की मात्रा का अनुपात का कोई निरीक्षण करने वाला है और ना ही इस निमार्ण कार्य को नजर रखने वाला कोई है।
बताया जा रहा है एक विभाग के अधिकारी के निर्देश पर यह कार्य हो रहा है किन्तु निमार्ण कार्य मे बेसिक गुणवत्ता तक का ख्याल नही रखकर कलेक्टर साहब के गुणवत्तापूर्ण कार्य के नारो को फुस्स करने मे ठेकेदार और अधिकारी जुट गये है। सूत्रो की माने तो सारंगढ़ कलेक्टर डां.संजय कन्नौजे के सक्रियता और जर्जर मार्ग से मुक्ति दिलाने के मंशा को आपदा में अवसर तलाशने मे कुछ़ सरकारी अधिकारी और ठेकेदार जुट गये है और आसन्न समय मे हो रहा बिलासपुर रोड़ के मरम्मत रूपी निमार्ण को इसी कड़ी मे जोड़कर देखा जा रहा है। खेलभांठा मैदान का भी जीर्णोद्धार में अभी तक टेंडर नही? सूत्रो के अनुसार सारंगढ़ के प्रसिद्ध खेलभांटा स्टेड़ियम के जीर्णोद्धार में भी इसी प्रकार का काम किया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस के पहले की खेलभांठा स्टेड़ियम के जीर्णोद्धार और फेसिंग के कार्य को पूर्ण करने के सारंगढ़ कलेक्टर डां. संजय कन्नौजे के मंशा के अनुरूप काम को चेहते ठेकेदार को देकर एक सरकारी अधिकारी अपनी पीठ भले ही थपथपा रहा हो किन्तु गुणवत्ता का ध्यान रखे बिना कराया जा रहा कार्य मे बाद मे सिर्फ और सिर्फ ठेकेदार की मनमानी की चर्चा का विषय बनी रहेगी। बताया जा रहा है खेलभांठा स्टेड़ियम के निमार्ण कार्य के लिये भी किसी भी सरकारी एजेंसी ने कोई भी टेंडर जारी नही किया है। ऐसे मे यहा पर भी बाद मे मामला फंस सकता है। सरकारी विभागो ने कन्नी काटी?
दोनो निमार्ण कार्यो को लेकर सरकारी अधिकारियो से चर्चा करने पर उन्होने चुप्पी साधना उचित समझा। नगर पालिका सारंगढ़ के सूत्र बताते कि स्टेड़ियम और सड़क मरम्मत रूपी निमार्ण को लेकर उनके विभाग की ओर से कोई भी निविदा जारी नही किया गया है। वही पीडब्लूडी और आरईएस विभाग के सूत्र बता रहे है कि यहा भी कोई निविदा या कार्यादेश जारी नही किया गया है। ऐसे मे लाखो रूपये के निमार्ण कार्य को आखिर कौन विभाग करवा रहा है? यह सवाल आने वाले दिनो मे प्रशासन के लिये सरदर्द बन सकता है?