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नेशनल हाईवे का बाईपास रोड़ बना खतरनाक? कई स्थान पर अधूरा काम से खतरा

बिना संकेतक दुर्घटना की आशंका?
ना पूरा रोड़ बनाया और ना ही कही पर कोई संकेतक बोर्ड लगाया,
रायगढ़-सारंगढ़-सरायपाली बाईपास बनने के पहले हुआ जर्जर?
सारंगढ़,
रायगढ़-सारंगढ़-सरायपाली नेशनल हाईवे 153 के लिये सारंगढ़ के हरदी से दानसरा तक बनाया गया बाईपास रोड़ बनने के पूर्व ही जर्जर हो गया है। कई स्थान पर अधूरा काम छोड़ देने से तथा किसी भी प्रकार का संकेतक नही लगाये जाने से यह बाईपास बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। लगभग साल भर से काम बंद हो चुका इस बाईपास रोड़ में चलना काफी दुश्वर हो चला है। एनएचआई के अधिकारी और ठेकेदार के बीच चल रहे हनीमून के कारण से सारंगढ़ बाईपास रोड़ बद से बदत्तर स्थिति में पहुंच गया है।


रायगढ़-सारंगढ़-सरायपाली के लिये 90 किलोमीटर के रो़ड़ को भारत सरकार के द्वारा नेशनल हाईवे 216 घोषित किया गया था। जो कि बाद में नेशनल हाईवे 153 का क्रमांक प्राप्त किया। इस रोड़ में सारंगढ़ में हरदी के पास से दानसरा के पास तक का नया बाईपास रोड़ का निमार्ण किया गया है। 2016 मे स्वीकृत और निमार्ण प्रारंभ हुआ इस रोड़ का ठेका को नोयड़ा दिल्ली की कंपनी एरा इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को मिला था। लगभग 328 करोड़ की लागत से बनने वाली इस रोड़ का काम का एरा कंपनी के द्वारा दो साल पहले की छोड़ दिया गया। जिसके बाद अधिकारियो ने इस रोड़ निमार्ण का ठेका पंजाब की कंपनी ग्रोवर कन्ट्रक्शन का प्रदान किया था किन्तु सालभर से ग्रोवर कंपनी के द्वारा भी काम बंद कर दिया गया है तथा नेशनल हाईवे रोड़ बदहाल पड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि लेबल वर्क के लिये एनएचआई के द्वारा नये सिरे से निविदा आमंत्रित किया गया है। वही इस लापरवाही के कारण से बाईपास रोड़ बनने के पूर्व ही जर्जर हो गया है। सारंगढ़ के रायगढ़ रोड़ मे हरदी के पास से रायपुर रोड़ में दानसरा तक का नया बाईपास रोड़ की स्वीकृति एनएचआई ने दिया था किन्तु अधिकारियो के साथ मिलीभगत और ठेका कंपनी की मनमानी के कारण से यह रोड़ आज तक पूर्ण रूप से नही बन पाया है। रोड़ का निमार्ण होने के बाद पुलिया का निमार्ण नही हो पाया था और अब जब पुलिया का निमार्ण इस रोड़ पर कर दिया गया है जो एप्रोच रो़ड़ का निमार्ण पूरा किये बिना ही ग्रोवर कंपनी फरार हो गई जिसके कारण से पुलिया का एप्रोच रोड़ अधूरा पड़ा हुआ है और सिर्फ मिट्‌टी और मुरूम का वर्क होने से यह खतरनाक हो गया है। इस रोड़ मे बनाया गया दो पुल के दोनो छोर पर रोड़ का निमार्ण को रोक दिया गया है तथा पुल का निमार्ण होने के बाद पुल और बचत रोड़ का स्थान पर अभी भी मिट्‌टी मुरूम का ही काम हुआ है। इस कारण से यहा पर रास्ता खतरनाक हो गया है। वर्षाकाल मे बड़ी वाहनो को इस पुल के एप्रोच रोड़ को पार करने मे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। वही इस पुल के एप्रोच रोड़ का निमार्ण कब तक पूरा होगा? इस सवाल का जवाब कोई सक्षम अधिकारी नही दे पा रहा है।


पुलिया के पास खतरनाक हो गया रोड़?
हरदी के पास से दानसरा तक के बाईपास रोड़ में मुख्यरूप से अमेठी के पास का पुलिया का निमार्ण अभी 8 माह पूर्व ही हुआ था। तात्कालिन रायगढ़ कलेक्टर के द्वारा बार-बार दबाव बनाये जाने के बाद बड़ी मुश्किल से इस पुलिया मे स्लैब डाला गया था जिसके कारण से पुलिया का निमार्ण पूर्ण हो पाया। किन्तु इस पुलिया से नेशनल हाईवे रोड़ तक का बचत सड़क जो कि कच्ची सड़क है उसमे आज भी आरसीसी का निमार्ण नही हो पाया है। इसके कारण से रोड़ काफी उबड़-खाबड़ हो गया है तथा वाहनो के आवागमन मे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अधूरा बनाकर छोड़े सड़क पर नही है संकेतक?
सारंगढ़ के लिये बनाया गया बाईपास रोड़ में कई स्थान ऐसा है जहा पर रोड़ का निमार्ण को अधूरा छोड़ दिया गया है। अमेठी और एक अन्य पुल के पास रोड़ का निमार्ण अधूरा छूटा हुआ है किन्तु किसी भी प्रकार का संकेतक नही लगाया गया है। वही छोड़ा गया सड़क का सीसी रोड़ सड़क के बीच मे लगभग 3 फीट से अधिक का गहरा अंतर आ चुका है। ऐसे मे यदि लापरवाहीपूर्ण वाहन चलाने वाले के साथ कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सीसी रोड़ का सड़क अचानक खत्म हो जा रहा है और पटरी वाली स्थान पर मिट्‌टी और मुरुम काफी उबड़-खाबड़ हो गया है। ऐसे मे खतरनाक होते जा रहे इन स्थानो पर नये सिरे से संकेतक लगाने तथा जल्द निमार्ण प्रारंभ नही होने से अभी आवागमन करने वाले वाहनधारियो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

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