वैदिक इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल के बाथरूम में बेहोश मिली 12 वीं की छात्रा, हुई मौत
रायगढ़। अंचल के प्रतिष्ठित वैदिक इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को बड़ी अनहोनी घटना हुई। आज प्रात: स्कूल के बाथरूम में 12 वीं कक्षा की छात्रा बेहोशी की अवस्था में मिली। दरअसल, छात्रा नहाने के लिए गई थी और काफी देर तक उसके वापस नहीं आने से परेशान सहेलियों ने हॉस्टल की वार्डन को इसकी सूचना दी, उसके बाद में बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का दृश्य देख वहां उपस्थित सभी लोगों की रूह कांप गई क्योंकि छात्रा श्रेया गबेल मूर्छित पड़ी थी। आनन-फानन में श्रेया को जूटमिल स्थित अपेक्स हास्पिटल ले जाया गया जहां प्राथमिक परिक्षण के बाद डॉक्टर ने छात्रा को जिंदल फोर्टिस अस्पताल रेफर कर दिया।
संडे को डीजे नाईट एन्जॉय किया था
मालखरौदा क्षेत्र के ग्राम पोता के बाशिंदे संजय गबेल पटवारी हैं और उनकी सुपुत्री श्रेया गबेल वैदिक इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 12 वीं में पढ़ती थी। श्रेया स्कूल परिसर में ही निर्मित हॉस्टल में रहती थी। हॉस्टल की वार्डन निरूपमा सिंह पिछले पांच महीनों से यहां जॉब कर रही हैं। सभी छात्राओं की निगरानी की जिम्मेदारी उन्हीं पर थी। वार्डन रात में छात्राओं के साथ रहती थी और सभी छात्राएं एक रूम में रहती हैं। श्रेया के सहेलियों का कहना है कि रविवार की रात उसने सहेलियों के साथ 8: 30 बजे डीजे नाईट में एन्जॉय किया, फिर डिनर के बाद श्रेया ने रात को रूम में भी सहेलियों के साथ एन्जॉय किया।
वेन्टिलेशन से देखा तो जमीन पर पड़ी थी वह
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक आज श्रेया सुबह सोकर उठी तो वह ठीक थी। तकरीबन सुबह 7 बजे लगभग श्रेया नहाने के लिए गई। काफी देर तक बाथरूम का दरवाजा नहीं खुला तो श्रेया की सहेलियों ने हॉस्टल की वार्डन निरूपमा सिंह को इसकी जानकारी दी। वार्डन और अन्य छात्राओं ने टायलेट के वेन्टिलेशन से देखा तो श्रेया जमीन पर गिरी बेहोश पड़ी थी और फिर स्कूल प्रबंधन को सूचना दी गई और दरवाजे को तोड़ा गया, तब स्कूल प्रबंधन ने देखा कि उस वक्त तक छात्रा जीवित थी।
मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए- आरिफ
वैदिक इंटरनेशनल स्कूल में छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने की जानकारी मिलने पर एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आरिफ हुसैन संगठन के कार्यकर्ताओं केे साथ स्कूल पहुंचा और प्रबंधन से एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने घटना के सबंध में जानकारी मांगनी चाही परंतु स्कूल में कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला। इस पर नाराज कार्यकर्ता जूटमिल थाने पहुंचे और स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग किये। आरिफ हुसैन का कहना था कि इस स्कूल में लंबे समय से प्राचार्य की नियुक्ति नहीं की गई है। प्रभारी प्राचार्य के भरोसे स्कूल चल रहा है। इसके लिए एक साल पहले भी हमने ज्ञापन सौंपा था। वहीं वर्तमान में इतनी बड़ी घटना हो गई है, बावजूद इस स्कूल में कोई जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं है। यहां तक कि सुबह के समय जो सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर थे वे भी लापता है। आरिफ ने कहा कि प्रबंधन की सरासर लापरवाही उजागर हो रही है। ऐसे में शिक्षा विभाग को स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए तथा पुलिस से भी मांग है कि स्कूल प्रबंधन व प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए।
पुलिस को सूचना न देना प्रबंधन की गैर जिम्मेदाराना हरकत- एबीवीपी
वैदिक स्कूल में छात्रा की संदिग्ध मौत के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी स्कूल पंहुचे जहां प्रबंधन की ओर से कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिलने पर नाराज कार्यकर्ता स्कूल के मुख्य द्वार के सामने बैठ कर नारेबाजी करने लगे। वहीं काफी देर तक नारेबाजी करने के बाद भी कोई उनसे मिलने नहीं पहुंचा। इस मामले में एबीवीपी के जिला संयोजक सौरभ नामदेव का कहना है कि इतने बड़े स्कूल में प्राचार्य की नियुक्ति नहीं है। वहीं स्कूल प्रबंधन द्वारा थाने में सूचना नहीं देना स्पष्ट करता है कि प्रबंधन किस प्रकार गैर जिम्मेदार है। प्रबंधन की गलती साफ दिख रही है जिसे ढकने का प्रयास किया जा रहा है।
एक्सपर्ट व्यू
कोई जिम्मेदार नहीं मिला शिक्षा विभाग की टीम को भी
वैदिक स्कूल में घटना होने की जानकारी मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर सीआरसी तरकेला के श्रवण कुमार प्रधान वस्तुस्थिति की जानकारी लेने तथा प्रबंधन के बयान लेने पंहुचे थे, परंतु स्कूल में प्रबंधन की ओर से कोई भी जिम्मेदार नहीं मिला जिससे उन्हे बैरंग लौटना पड़ा।