
टिमरलगा के खनिज जांच चौकी में जिला पंचायत सदस्य का जमकर हंगामा !
अलसुबह 4 बजे से खनिज बैरियर पहुंचकर खनिज वाहनो को चेक करने लगे,
जिला पंचायत सदस्य के द्वारा गाड़ी रोकने को लेकर हुआ विवाद,
एक दिन पहले भी हुआ था हंगामा,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ के टिमरलगा स्थित खनिज जांच चौकी मे आज सुबह 4 बजे जमकर हंगामा बरपा। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत सदस्य डां. हरिहर जायसवाल ओव्हरलोड़ वाहनो और बिना रायल्टी के वाहनो के बैरियर से पार होने के आरोप लगाते हुए बैरियर पर ही वाहनो को रोक दिया जिससे मौके पर पहुंचे वाहन मालिको और जिला पंचायत सदस्य के बीच तीखा बहस हुआ तथा स्थिति अप्रिय हो रही थी। किसी तरह से मामला को बीच-बचाव कर शांत कराया गया। बताया जा रहा है कि एक दिन पूर्व भी टिमरलगा बैरियर मे हंगामा हुआ था। इस संबंध मे सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार टिमरलगा के खनिज बैरियर को लेकर 24 घंटे मे दो बार हंगामा मचा। जिला पंचायत सदस्य डा.हरिहर जायसवाल आज सुबह 4 बजे खनिज बैरियर पहुंच कर वाहनो के कागजात चेक करने तथा वाहनो पर आरोप लगाया कि खनिज वाहन ओव्हरलोड़ है जिसके कारण से उन्होने वाहनो को जाने से रोक दिया। बैरियर पर वाहनो की बड़ी संख्या हो गई।
वही मामले की सूचना मिलते ही क्रेशर संचालक तथा वाहन स्वामी मौके पर पहुंचे और जिला पंचायत सदस्य के साथ सामान्य वार्तालाप से शुरू हुआ बहस तीखा नोकझोंक तक जा पहुंचा। जिला पंचायत सदस्य का आरोप था कि वाहनो मे रायल्टी नही है तथा ओव्हरलोड़ वाहन खनिज परिवहन कर रहे है। वही वाहन मालिको का कहना था कि उन्होने धर्मकांटा कराया है और सभी वाहन अंड़रलोड़ है किन्तु जिला पंचायत सदस्य मानने को तैयार नही थे और गाड़ियो को नही जाने दे रहे थे। इसी बात को लेकर दोनो पक्षो मे कहासुनी हो रही थी जो कि धीरे-धीरे गंभीर घटना को अंजाम दे सकती थी। मौके जी नजाकत को सम्हालते हुए पुराने चेहरो ने दोनो पक्षो को समझाया बुझाया और मामले को शांत किया। बताया जा रहा है कि वाहनो को जाने देने के बाद ही मामला शांत हुआ। वही जिला पंचायत सदस्य के सर्मथको को मानना है कि टिमरलगा के खनिज बैरियर में अनियमितता की अर्से से शिकायत आ रही थी इस कारण से जिला पंचायत सदस्य को इसकी जानकारी दिया गया था।
वही वाहन स्वामियो के सर्मथको का मानना है कि वाहनो को रोकना या ओव्हरलोड़ या अंड़रलोड़ का जांच कर कार्यवाही करने का अधिकार राजस्व विभाग और खनिज विभाग के अधिकारियो का है। बिना किसी ठोक कारण से वाहनो को रोकने का अधिकारी जनप्रतिनिधियो को नही है। वही सूत्रो की माने तो एक दिन पूर्व भी खनिज जांच चौकी को लेकर बवाल खड़ा हुआ था और जिला पंचायत सदस्य के द्वारा खनिज बैरियर को लेकर सवाल खड़ा किया गया था। वही सूत्र बताते है कि ओव्हरलोड़ और रायल्टी मामला तो सिर्फ दिखावा की राजनिति है असती बात और कुछ है जिसकी जानकारी अभी खुलकर सामने नही आई है। वही जानकार बता रहे है कि जिला पंचायत चुनाव मे जीत हासिल करने के बाद जनप्रतिनिधि बेलगाम हो गये है तथा अधिकारियो के अधिकार को अपना अधिकार समझ कर भारी वाहनो को रोकने और कार्यवाही करना शुरू कर दिये है जो कि उनके अधिकार क्षेत्र मे ही नही आता है। जिसके कारण से आज सुबह से ही माहौल गर्म हो गया था।