
पूर्व संसदीय सचिव चंद्रदेव राय एवं पूर्व विधायक पदमा मनहर सहित आधा दर्जन गाड़ी में बैठे कांग्रेस नेता बाल -बाल बचे!
सारंगढ़ दौरा पीसीसी चीफ दीपक बैज के काफिले में पेट्रोलिंग गाड़ी के गलती से ज़बर्दस्त हादसा,
आपस में टकराई काफिला में शामिल नेताओ की वाहन
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ आये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का दौरा में पेट्रोलिंग वाहन के लापरवाही से कांग्रेस नेता बाल-बाल बच गये। सारंगढ़ से रायगढ़ के लिये निकले प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज के काफिले में लगभग दो दर्जन से अधिक वाहन तेज गति से चल रहे थे कि अचानक सरकारी पेट्रोलिंग वाहन के ब्रेक लगाये जाने से काफिला में शामिल आधा दर्जन से अधिक वाहन एक-दूसरे से टकरा गये। इस हादसे में कुछ नेताओ को हल्की चोटे आई है जिसमे पूर्व संसदीय सचिव चंद्रदेव राय और पूर्व विधायक पद्मा मनहर शामिल है। वही कांग्रेस नेता घनश्याम मनहर को भी कमर और पैर में हल्की चोट आई। इस मामले में लापरवाही को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पूर्व संसदीय सचिव चंद्रदेव राय ने शिकायत किया है जिस
पर कार्यवाही होने के आसार जिम्मेदारो पर दिख रहे है।
दरअसल रायगढ़ जाते समय कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज कुछ समय के लिये सारंगढ़
के स्थानीय विश्राम गृह में कुछ समय के लिये रूके तथा कांग्रेस नेताओ के स्वागत को स्वीकार कर चर्चा उपरांत रायगढ़ के लिये रवाना हो गये। सारंगढ़ से रायगढ़ दौरा के दरम्यान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के काफिले में लगाई गईं पेट्रोलिंग वाहन की गलती से अचानक ब्रेक मारने से बड़ा हादसा होते बच गया। इत्तेफ़ाक से पूर्व संसदीय सचिव चंद्रदेव राय, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के साथ उन्हीं की गाड़ी में बैठे थे नहीं तो बड़ा हादसा हो गया होता, वही पूर्व विधायक पदमा मनहर, जिला पंचायत सदस्य विनोद भारद्वाज सहित आधा दर्जन से अधिक गाड़ी में ठोकर लगने से पूरी तरह गाड़ी डेमेज हो गई ।कई गाड़ियों को वही छोड़ना पड़ा, टोचन से ही शो रूम तक ले जाना पड़ा।
वही दौरा आगे होने के वजह से कांग्रेस नेता गण अपनी गाड़ीयो को वही रास्ते पर ही छोड़ कर निकल गये। पूर्व संसदीय सचिव ने सारंगढ़ एस पी अंजनेय वार्ष्णेय से उक्त हादसा की एवं पेट्रोलिंग गाड़ी वाले की गलती पर जानकारी दी है । देखना यह होगा कि विभाग उनके खिलाफ क्या कार्यवाही करती है? उनके द्वारा की गई लाफ़रवाही से कितनों की जान चली गई होती उनके खिलाफ कार्यवाही की नहीं है जान -माल, वीआईपी सुरक्षा की परवाह किए लाखों की नुकसान कि है आखिर इन सबका भरपाई कौन भरेगा?