जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

सारंगढ़ : नवरात्र में माता का सजा है दरबार, लेकिन शहर में अंधेरा का साम्राज्य कायम!

सारंगढ़ : नवरात्र में माता का सजा है दरबार, लेकिन शहर में अंधेरा का साम्राज्य कायम!

सारंगढ़ : नवरात्र में माता का सजा है दरबार, लेकिन शहर में अंधेरा का साम्राज्य कायम!

तुर्की तालाब गार्डन, राजापारा गार्डन, पुष्प वाटिका अंधेरे में डूबा,
काली मंदिर के पीछे कायम है अंधेरा,
लचर साफ-सफाई और अव्यवस्था से नवरात्र में भी शहर गंदगी के ढ़ेर में,
सीएमओ छुट्‌टी पर, इंजिनियर सस्पेंड, लिपिक के प्रभार में है नगर पालिका सारंगढ़?


सारंगढ़,
सारंगढ़ अंचल में धूमधाम से मनाया जाने वाला नवरात्र महोत्सव में इस बार नगर पालिका की लापरवाही भारी पड़ रही है। शहर में हर दिन श्रद्धांलुओ की भारी भीड़ हो रही है किन्तु शहर में अंधेरा कायम है। शहर के तुर्की तालाब, राजापारा गार्डन और पुष्पवाटिका गार्डन में एक भी लाईट नही जल रही है। लचर सफाई व्यवस्था और अंधेरे मे डूबा हुआ शहर से सारंगढ़ की काफी बदनामी हो रही है। वही नगर पालिका के सीएमओ राजेश पांड़े स्वास्थगत कारणो से छुट्‌टी पर है तो इंजिनियर निलंबित हो चुके है। ऐसे मे प्रभारी सीएमओ के तौर पर लिपिक सारंगढ़ नगर पालिका का कामधाम देख रहे है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर की स्थिति कितनी बदहाल हो सकती है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ मे नवरात्र का महोत्सव पूरे उल्लास और उत्साह के साथ चल रहा है। अंचल मे पूरे नौ दिन तक देवी पूजा का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है। किन्तु नगर पालिका सारंगढ़ की घोर लापरवाही के कारण से सारंगढ़ अंधेरे मे डूबा हुआ है। सारंगढ़ के कई मोहल्ले में दुर्गा पूजा के कारण से शहर उजालामय दिख रहा है किन्तु अंदर की गलियो मे स्ट्रीट लाईट बंद पड़ी हुई है। काली मंदिर जहा रोशनी से जगमगा रहा है लेकिन उसके ठीक पीछे सार्वजनिक मार्ग में अंधेरा कायम है। इस अंधेरे के
वजह से श्रद्धालुओ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही शहर के हृद्य स्थल पर बसा हुआ तुर्की तालाब का गार्डन नवरात्र मे अंधेरे मे डूब जा रहा है। यहा पर एक भी स्ट्रीट लाईट नही जल रही है जबकि हाल ही में यहा पर 35 लाख रूपये खर्च कर इसे क्रेशर उद्योग के सीएसआर मद से संधारण किया गया है नया लाईट लगाया गया है तथा डिस्प्ले बोर्ड आई लव सारंगढ़ लगाया गया है। किन्तु घनघोर अंधेरे मे यह तुर्की तालाब डूबा हुआ है। वही सड़क बत्ती की स्थिति भी ठीक नही है गौरवपथ मे डिवाईडर शुरू होने के पहले खंबो पर लगाया गया लाईट बंद पड़ा हुआ है। मुख्य मार्ग को छोड़कर अंदर के गलियो मे स्ट्रीट लाईट नही जल रही है। राजापारा गार्डन में भी रोशनी की व्यवस्था नही के सामान है।

वही बिलासपुर रोड़ पुष्प-वाटिका तो पूरी तरह से अंधेरे मे डूबा हुआ है। कागजो पर लाखो रूपये के लाईट यहा पर गत 2 वर्ष मे लगाया गया है किन्तु वास्तव मे एक भी लाईट यहा पर नही जल रहा है। वही सड़क बत्ती की भी स्थिति निराशाजनक है। इसके पीछे नगर पालिका के उदासीनता भरा कार्य है। बताया जा रहा है कि अधोसंरचना मद से लगभग 700 से अधिक लाईट सारंगढ़ नगर पालिका को गत माह प्राप्त हुआ है किन्तु स्ट्रीट लाईट की बंदरबॉट होने के कारण से सारंगढ़ शहर उजाला से वंचित हो गया है। सीएमओ छुट्‌टी पर, इंजिनियर सस्पेंड, लिपिक चला रहा सारंगढ़ पालिका को? इस संबंध मे मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ नगर के इस बदहाली के पीछे नगर पालिका के अधिकारियो की छुट्‌टी है। बताया जा रहा है कि सीएमओ राजेश पांड़े नवरात्र पर गृहशहर रायगढ़ में रह रहे है और स्वास्थगत कारण से मेडिकल अवकाश पर है वही उपयंत्री कंवर को गत माह ही नगर पंचायत सरसीवां के वार्ड परिसीमन के कार्य मे लापरवाही बरतने के कारण से निलंबित कर दिया गया है। वरिष्ठ राजस्व निरीक्षक गोविंद साहू 30 सितंबर को ही सेवानिवृत्त हुए है। ऐसे मे अभी सारंगढ़ नगर पालिका का प्रभार को लिपिक प्रीतम देंवागन चला रहे है। उनके प्रभार में पालिका के कर्मचारियो मे कसावट नही दिख रहा है।

 

नवरात्र जैसे पर्व पर नगर पालिका सारंगढ़ के सीएमओ का कार्य अभी एसडीएम को देने पर शहर की सुदरता मे चार-चांद लगाया जा सकता है। सड़क बदहाल, शहर अंधेरें में, सारंगढ़ का खो गया सम्मान? 1919 से नगर पालिका बना सारंगढ़ अपने सर्वाधिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है। यहा पर अव्यवस्था का दौर इस कदर वाही है कि जिला मुख्यालय बनने के बाद भी नगर पालिका लगातार बदहाली के दौर से गुजर रहा है। आज देर शाम 6 बजे कचहरी से भारतमाता चौक जाने वाली सड़क पर एक फीट से अधिक पानी भरा हुआ था जिससे माता का पंड़ालो मे दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वही अधिकांश वार्डो में अंधेरा कायम होने के साथ-साथ साफ-सफाई का अभाव साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। वही दूर-दराज से मां सम्लेश्वरी और मां काली मंदिर में माता का दर्शन करने के लिये सारंगढ़ आ रहे श्रद्धालुओ को सारंगढ़ के अव्यस्था से निराशा हाथ लग रही है तथा सारंगढ का वैभव और सम्मान इस बदहाली पर खो गया।

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