2 करोड़ की लागत से बना सारंगढ़ का “इंड़ोर स्टेडियम” लोकापर्ण के लिये तरस रहा
शुभांरभ के पहले ही जर्जर और खंड़हर मे तब्दील हो रहा है इंड़ोर स्टेड़ियम, खिलाड़ियो को नही मिल रहा है इसका लाभ, 2022 में बनकर तैयार किन्तु लोकापर्ण आज तक नही? नया जिला बना सारंगढ़ में प्रशासन की उदासीनता से खेल सुविधा शून्य? प्रभारी मंत्री जो कि खेल मंत्री है उनके ही क्षेत्र मे स्थिति बदहाल, ताला बंद पड़ा इंड़ोर स्टेड़ियम का परिसर शराबियो के लिये सुरक्षित अड्डा बना, नही है कोई इसका सुध लेने वाला?
सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में 2 करोड़ की लागत से बना हुआ इंड़ोर स्टेडियम 2 साल पहले बनकर तैयार हो गया है किन्तु अभी तक इसका लोकापर्ण नही करने और यहा पर खेल सुविधाओ के लिये बजट नही मिलने से यह इंड़ोर स्टेडियम ताला बंद पड़ा है। लोक निमार्ण विभाग के अर्न्तगत आने वाला यह इंड़ोर स्टेड़ियम देखरेख के अभाव में अब खंड़हर में तब्दील होते जा रहा है। यहा पर असामाजिक तत्वो का जमावडा लगा रहता है। खेल और खिलाड़ी इस इंड़ोर स्टेड़ियम से महरूम हो गये है। संयोग यह है कि प्रदेश के खेल एवं कल्याण मंत्री के तौर पर टंकराम वर्मा कार्यरत है और उनका प्रभार वाला जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ है। फिर भी इंड़ोर स्टेडियम
बनने के साथ ही खड़ंहर होने के कागार पर आ खड़ा हुआ है। इस इंड़ोर स्टेड़ियम को लेकर त्वरित कार्यवाही कर इसका रख-रखाव नही किया गया तो यह खंड़कर बनकर रह जायेगा। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला को बने दो वर्ष हो गये है और इन दो वर्ष में अविकसित
जिला का ठप्पा नया जिला पर लगा है। स्वयं पर पूर्ण रूप से निर्भर नही होने से कई मामलो में त्वरित कार्यवाही नही हो पाती है ताजा मामला भी इसी प्रकरण से जुड़ा हुआ है। सारंगढ़ का लोक निमार्ण विभाग अभी भी अनुविभाग स्तर पर कार्यरत है इस कारण से लोक निमार्ण विभाग के अंड़र में 2 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित हुआ इंड़ोर स्टेड़ियम का आज भी लोकापर्ण नही हो पाया है। चूंकि लोक निमार्ण विभाग का ईई कार्यालय आज भी रायगढ़ में स्थापित है तथा अलग जिला होने के बाद से रायगढ़ लोक निमार्ण विभाग सारंगढ़ के निमार्ण कार्यो के लिये बजट के प्रस्ताव भेजने मे कोई रूचि नही ले रहा है जिसका खामियाजा सारंगढ़ अंचल को भुगतना पड़ रहा है।
यहा 1.92 करोड़ रूपये की लागत से इंड़ोर स्टेड़ियम का भूमिपूजन 19 अक्टूबर 2019 को स्थानीय विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े के करकमलो से हुआ था। यह इंड़ोर स्टेड़ियम 2022 मे बनकर तैयार भी हो गया। किन्तु इसका लोकापर्ण के लिये कोई पहल नही किया गया और आज भी बिना औपचारिक लोकापर्ण के यह इंड़ोर स्टेड़ियम अपने सुविधाओ का बोट जोह रहा है। जानकारो की माने जो राज्य सरकार के द्वारा इंड़ोर स्टेड़ियम के निमार्ण के लिये राशी मंजूर किया गया था तथ इंड़ोर स्टेड़ियम का निमार्ण कर दिया गया है किन्तु यहा पर खेल सुविधाओ के लिये कोई भी राशी की स्वीकृति नही किया गया है इस कारण से यह इंड़ोर स्टेड़ियम सिर्फ स्टेड़ियम मे भवन तक सिमित है। यहा पर खेल सुविधाओ के साथ-साथ परिसर के चार दिवारी और संचालन समिति का गठन कर यहा पर खेल
गतिविधियो को बढ़ावा देने का काम ठप्प है जिसके कारण से यह इंड़ोर स्टेड़ियम अब असामाजिक तत्वो के टूट-फूट का शिकार होने लगा है। बताया जा रहा है कि इस इंड़ोर स्टेड़ियम का अहाता नही होने से इसके चारो ओर असामाजिक तत्वो और शराबियो का जमावड़ा रहता है। वही अवारा मवेशी भी इस स्टेड़ियम के चार चांद में गंदगी लगा रखे है। बताया जा रहा है इस स्टेड़ियम का उपयोग 2023 मे कुछ शासकीय और गैरशासकीय आयोजन के तौर पर किया गया था उसके बाद से यह इंड़ोर स्टेड़ियम ठप्प पड़ा हुआ है।
खेल और खिलाड़ी सुविधा शून्य? इंड़ोर स्टेड़ियम का निमार्ण जनपद पंचायत के पास ब्लाक कालोनी के पीछे गदहाभाठा जाने वाले
सड़क पर किया गया है। इसके निमार्ण होने के बाद आज तक यहा पर खेल और खिलाड़ी से संबंधित कोई काम नही हुआ है। यहा पर ना तो बैड़मिंटन को कोर्ट बनाया गया है और ना ही टेबल-टेनिस या अन्य इंड़ोर गेम्स के लिये कोई व्यवस्था किया गया है।
जितना विशाल यह स्टेड़ियम बना है उसके अनुसार यहा पर जिम से लेकर कई इंड़ोर गेम्स का सुविधा यहा पर होना है और इनके लिये विभिन्न प्रशिक्षको के साथ साथ यहा पर विभिन्न खेलो का प्रतियोगिता का भी आयोजन होना था किन्तु 2 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ इंड़ोर स्टेड़ियम बनने के साथ ही रख-रखाव के अभाव मे जर्जर होते जा रहा है। यहा पर एक भी खेल का आयोजन नही हो पाया है और ना कोई भी इंड़ोर खेल के लिये यहा पर कोई सुविधा है। ऐसे मे नाम मात्र का इंड़ोर स्टेड़ियम बनकर तो तैयार है किन्तु उसका उपयोग खेल और खिलाड़ी के लिये नही हो रहा है इस कारण से आज तक लोकापर्ण का बाट जोह रहा है। इंड़ोर स्टेड़ियम होने लगा खस्ताहाल जनपद पंचायत सारंगढ़ के पीछ़े महज 200 मीटर की दूरी पर बना इंड़ोर स्टेड़ियम के असामाजिक तत्व नुकसान पहुंचाने मे लगे है। यहा पर दर्जन भर से अधिक खिड़कियो को कांच फोड़ दिया गया है। वही प्रमुख गेट को भी नुकसान पहुंचाया गया है। इस इंड़ोर स्टेड़ियम के चारो ओर उग आये खरपतवार तथा कंटीली झाड़ियो से यह स्टेड़ियम अभी से खंडहर जैसा लग रहा है। वही इस इंड़ोर स्टेड़ियम मे कई स्थान पर भवन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। किन्तु जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर नही है जिसके कारण से यह स्टेड़ियम उपेक्षित है। बताया जा रहा है कि स्तरहीन निमार्ण करने के कारण से इस स्टेड़ियम में फर्श में लगा टाईल्स उखड़ने लगा है। वही लाईट व्यवस्था नही होने से यह स्टेड़ियम नाम मात्र का स्टेड़ियम बना हुआ है। तोड़-फोड़ और स्तरहीन निमार्ण से बदहाल इंड़ोर स्टेड़ियम?
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का एक मात्र इंड़ोर स्टेड़ियम में ना तो खेल आयोजन हो रहा है और ना ही किसी प्रकार के खिलाड़ियो के लिये सुविधा उपलब्ध किया गया है। ऐसे मे बिना चौकीदार के ही स्थापित इंड़ोर स्टेड़ियम में लगभग आधा दर्जन खिड़की के शीशे को पत्थर मारकर तोड़ दिया गया है। वही कई खिड़की के ग्रिल को उखाड़ने का प्रयास हो रहा है। बना हुआ निमार्णको तोड़फोड़ करने और अंदर हुआ निमार्ण का स्तरहीन स्थिति से यह इंड़ोर स्टेडियम बद से बदहाली की ओर है। बताया जा रहा है कि कई स्थान पर टाईल्स दब गया है तथा कुछ कमरो मे तो पूरा टाईल्स उखड़ ही गया है जबकि अभी लोकापर्ण तक इस स्टेड़ियम का नही किया गया है। ऐसे मे सारंगढ़-बिलाईगढ़ मे खेल और खिलाड़ियो की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। सरकारी भवन के लिये रोना रो रहा प्रशासन भूल गया है इंड़ोर स्टेडियम को? बताया जा रहा है कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में विभिन्न शासकीय कार्यालयो के संचालन के लिये सरकारी भवन नही होने का रोना जिला प्रशासन रो रहा है किन्तु 2 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो गया इंड़ोर स्टेड़ियम उनके डिक्शनरी से शायब गायब दिख रहा है। इस इंड़ोर स्टेड़ियम का लोकापर्ण कराकर कई सरकारी कार्यालयो को अभी अस्थायी रूप से यहा बने दर्जन
भर से अधिक कमरो से शिफ्ट कर उपयोग किया जा सकता है साथ ही खेल एवं कल्याण विभाग से संबंधित कई प्रमुख गतिविधि को यहा पर संचालित किया जा सकता है किन्तु उदासीनता के कारण से यह सब नही हो पा रहा है। ऐसे मे 2 करोड़ की लागत से बना इंड़ोर स्टेड़ियम के अच्छे दिन कब आयेगें? यह सवाल भी बड़ा सवाल के रूप में सारंगढ़ अंचलवासियो के सामने खड़ा है।
चार दिवारी, खेल सुविधा और संचालन समिति का दरकार जिला मुख्यालय सारंगढ़ के जनपद पंचायत के पीछे स्थित इस नवनिर्मित इंड़ोर स्टेड़ियम के लिये वर्तमान में चार दिवारी की त्वरित आवश्यकता है। साथ ही खेल सुविधाओ के लिये विभिन्न प्रकार से खेल साम्रगी यथा बैडमिंटन कोर्ट, कुश्ती ट्रेक, टेबल टेनिस कोर्ट तथा शतरंज आदि की उपकरण तथा मैदान संबंधी साम्रगी की त्वरित आवश्यकता है। ये होने पर सारंगढ़ में खेल सुविधा को चार चांद लग जायेगा। साथ ही खेल प्रशिक्षक होने तथा जिला प्रशासन के द्वारा इस पर ध्यान देने से सारंगढ़ में खेल सुविधा को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिये गौण खनित और डीएमएफ फंड़ का भी उपयोग किया जाना चाहिये। साथ ही इस इंड़ोर स्टेड़ियम में रख-रखाव तथा देख-रेख के लिये संचालन समिति का भी गठन किया जाना चाहिये।