जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

पीडब्लूडी ने सड़क पर चढ़ाया डामर की परत, लेकिन साईड सोल्डर को समतल करना भूल गये !

पीडब्लूडी ने सड़क पर चढ़ाया डामर की परत, लेकिन साईड सोल्डर को समतल करना भूल गये !
सारंगढ़-बरमकेला मार्ग के घाटी रोड़ का मामला,
सड़क और साईड़ की मिट्टी मे 1 फीट का अंतर?
इस कारण से सकरी हो गई सड़क,
साईड नही देने से हो रही है दुर्घटना,
मनमानी कार्य करने के लिये बदनाम है लोक निमार्ण विभाग?
सारंगढ़,
सारंगढ़-बरमकेला मार्ग पर दानसरा से मल्दा तक 8 करोड़ रूपये की नई सड़क के बाद मल्दा ब से बरमकेला घाटी के ऊपर तक की रोड़ में लोक निमार्ण विभाग के द्वारा सड़क के ऊपर डामरीकरण किया गया है किन्तु इस डामरीकरण के बाद साईड सोल्डर मे मिट्टी-मुरूम का काम को छो़ड़ दिया गया है। इसके कारण से डामरीकरण की सड़क और साईड सोल्डर के बीच लगभग 1 फीट का अंतर आ गया है। इस अंतर के कारण से कोई भी दुपहिया या चार पहिया वाहनधारी अपना वाहन डामर सड़क से नीचे नही उतारना चाह रहे है और विपरीत दिशा की वाहन को साईड नही दे रहे है इस कारण से वाहन चालको को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ से बरमकेला मार्ग में दानसरा से मल्दा ब तक की सड़क का पुर्ननिमार्ण लगभग 8 करोड़ रूपये की लागत से किया गया है। किन्तु इस सड़क के बाद मल्दा ब गांव से बंजारी तक की सामान्य सड़क पर डामरीकरण का कार्य तो किया गया है किन्तु सड़क और बगल की मिट्टी को समलत नही किया गया है जिसके कारण से डामरीकरण वाली सड़क और बगल की मिट्टी के बीच लगभग 1 फीट से अधिक का अंतर आ गया है। इसके कारण से वाहन चालको साईड देने मे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मल्दा ब से बंजारी मंदिर तक की सड़क मे साईड सोल्डर पर एक ट्राली भी मुरूम नही डाला गया है जिसके कारण से यहा पर आवागमन करने वाले साईड देने से कतराते है। वही बाईक सवारो को गिरने का ड़र बना हुआ रहता है। वही सड़क पर किया गया डामरीकरण बरमकेला रोड़ के घाटी के ऊपर लगभग 5 किलोमीटर तक किया गया है। लगभग 4 इंच का बीटी करने के बाद इसके ऊपर मे सीलकोट का वर्क किया गया है किन्तु इस डामरीकरण करने के बाद साईड सोल्डर का काम को किया ही नही गया है। इसके कारण से सड़क और बगल की मिट्टी के बीच में गैप काफी ज्यादा हो गया है। इस संबंध मे सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार सड़क पर किया गया डामरीकरण के कार्य में डामरीकरण का बीटी और सीलकोट वर्क के साथ साथ साईड सोल्डर का वर्क भी स्वीकृत प्राक्कलन मे था किन्तु संबंधित ठेकेदार के द्वारा साईड सोल्डर का काम नही किया गया है। इस काम को पूरा करने के बाद साईड सोल्डर मे मिट्टी डालकर समतल नही करने के कारण से सड़क और मिट्टी के बीच अब डामरीकरण करने के बाद गैप काफी बढ़ गया जिसमें दुपहिया वाहनधारियो को सड़क से वाहन उतारने तथा वापस सड़क पर चढ़ाने मे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वही चार पहिया वाहनचालको के द्वारा सड़क से अपना वाहन को नीचे की ओर नही उतारना चाहते है। छोटी कारे को तो खतरा लग रहा है कि साईड सोल्डर मे कार का दो चक्का उतारने से ग्राऊंड क्लीरेंस कम होने से गाड़ी के नीचे इंजन साईड मे डामरी सड़क घिस मत जाये। वही बड़ी चारपहिया वाहन जिसका ग्राऊंड क्लीरेंस अच्छा है वही सड़क के बगल मे गाड़ी को साईड लगाने का रिस्क उठाते है। इसी प्रकार से बड़े व्यावसायिक वाहन जो कि हैवी माल लेकर आवागमन करते है उनके द्वारा बिल्कुल भी रिस्क डामरीकरण सड़क और साईड सोल्डर के बीच नही लेते है। उनको बड़े वाहन के पलटने की खतरा दिख रहा है।
जिला मुख्यालय बनने के बाद बढ़ते जा रहा है ट्रेफिक का दबाव?
सारंगढ़-बरमकेला मार्ग पर पहले के मुकाबले ट्रेफिक मे काफी दबाव बढ़ गया है। जिला मुख्यालय बनने के बाद सारंगढ़-बरमकेला रोड़ में वाहनो का रेलमपेल काफी ज्यादा हो गया है। अलसुबह से देर रात तक वाहनो का चहलकदमी लगातार बनी हुई है। इसके हिसाब से बरमकेला-सारंगढ़ सड़क सकरी ही दिख रही है। बरमकेला शहर से सारंगढ़ के मल्दा ब तक की सड़क सिंगल सड़क है तथा वाहनो के आवागमन मे साईड देने तथा ओव्हरटेक करने का काम इस सड़क पर नही हो पाता है। वही डामरीकरण होने के बाद तथा साईड सोल्डर नही करने से यह समस्या और भी बढ़ गया है। सड़क की चौड़ाई को और बड़ा करने के लिये लोक निमार्ण विभाग को अभी से पहल करनी होगी ताकि जिस स्थान पर सड़क की चौड़ाई और बढ़ सकती है वहा पर चौ़ड़ीकरण का काम का प्राक्कलन तैयार करना चाहिये वही जहा पर सड़क की चौड़ाई नही बढ़ाई जा सकती है वहा पर साईड सोल्डर को समतल कराकर ही काम चलाना होगा। वही लगातार बढ़ रहे वाहनो के दबाव के कारण से बरमकेला घाटी में लोक निमार्ण विभाग को पानी निकासी सहित साईड के स़ड़क पर भी पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता है।
ठेकेदारो के साथ कमीशनखोरी और मनमानी मे डूबी लोक निमार्ण विभाग?
सारंगढ़ के लोक निमार्ण विभाग को पूर्ण रूप से मनमर्जी करने वाला विभाग के नाम से जाना जाता है। फजीँ मस्टर रोल तथा फजी मरम्मत कार्य के नाम से बरमकेला-चंद्रपुर रोड़ पर मोटा रकम आहरण किया गया है। वही सड़को का संधारण और मरम्मत का कार्य नही किया जा रहा है किन्तु इसके नाम पर मोटी रकम आहरण करने की परंपरा लोक निमार्ण विभाग में बनी हुई है। सारंगढ़-बरमकेला मार्ग पर 6 माह मे ही नई सड़क उखड़ना शुरू हो गई है किन्तु ठेकेदार को संरक्षण देने मे लोक निमार्ण विभाग जुटा हुआ है। आज भी सूचना बोर्ड में लगात मूल्य और कार्य पूर्णता होने की तिथि को लोक निमार्ण विभाग अंकित करके प्रदर्शित नही कर पाया है। यह स्थान आज भी अधूरा है। वही डामरीकरण का काम मे शामिल साईड सोल्डर कार्य को भी नही कराया गया है। जिसके लिये लोक निमार्ण विभाग मे अर्से से पदस्थ एक उपयंत्री है जिसके संरक्षण मे ठेकेदारो का बल्ले-बल्ले है तथा हर निमार्ण कार्य मे मोटा कमीशनखोरी और मनमानी है।

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