
कच्ची नाली और कच्ची सड़क के भरोसे ग्राम पंचायत गंतुली बडे दर्जनों आवेदनों के बाद भी ग्राम विकास के लिए कोई पहल नही….

सारंगढ़ टाईम्स.
आज हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत “गंतुली बडे़” के बारे में. सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले का यह गांव भी अन्य ग्राम पंचायतों की तरह ही अपनी बदहाली पर आंसु बहा रहा है। दर्जनों ऐसी मागें और जरूरतें हैं जिनके पुरा होने पर क्षेत्र, विकास की पटरी पर आ सकता है। बुनियादी समस्याओं को लेकर ग्राम पंचायत सरपंच और वरिष्ठ ग्राम वासियों ने कई बार उच्चाधिकारियों को आवेदन प्रेषित किये है लेकिन शासन के तरफ से कोई निराकरण के लिए ठोस पहल नही की गई है। आईए जानते हैं आखिर गांव मे कौन कौन सी समस्याएं हैं। दैनिक सारंगढ़ टाईम्स की टीम ने ‘‘मुद्दे की बात‘‘ अभियान के तहत बीते दिनों जनपद क्षेत्र क्रमांक 3 के ग्राम पंचायत गंतुली बडे का दौरा किया जहां पर विशेष तौर पर दर्जनों प्रकार की समस्या जानने और देखने को मिली।
भाठापारा से सोसाईटी तक सीसी निर्माण जरूरी
ग्राम पंचायत का बाईपास सड़क पुरी तरह से जर्जर हो चुका है, लगभग 1 किमी तक की दुरी वाला यह सड़क वास्तव में ग्राम पंचायत के सबसे महत्तवपुर्ण आवश्यकता वाला कार्य है। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि उक्त मार्ग में सीसी सड़क की बहुत ज्यादा जरूरत है। कच्ची नालियो के कारण भी ग्राम में काफी परेशानी हो रही है। चर्चा के दौरान सरपंच ने बताया कि देव प्रसाद के घर से लेकर हेमलाल घर तक नाली निर्माण होना बहुत आवश्यक है। ग्राम पंचायत के कई गली ऐसे हैं जहां पर नाली नही है, बोर की कमी है। पानी को लेकर भी ग्राम पंचायत में समस्या बनी रहती है।

स्कुल में रंगमंच भी नही
ग्राम पंचायत में मिडिल और प्राईमरी स्कुल हैं लेकिन दुर्भाग्य का विषय है कि एक अदद रंगमंच भी नही है। जबकि ग्राम के स्कुल में विद्वार्थियों की संख्या लगभग 200 से अधिक है। ऐसे में रंगमंच ना होने से भी कई प्रकार के कार्यक्रम छुट जाते हैं। रंगमंच बन जाने से विद्वालय परिसर में आने वाले दिनों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन भी बेहद ही आसानी से संपादित हो सकते हैं। स्कुल के अलावा तालाब के पास भी रंगमंच की जरूरत है ताकि ग्रामवासियों को कई प्रकार के अनुष्ठानों मे हो रही समस्याओं से भी राहत मिल सके। मिली जानकारी के अनुसार पुर्व में रंगमंच था लेकिन पुराने सरपंच के द्वारा जबरन उक्त रंगमंच को तोड़ दिया गया था।

भवनों की स्थिति जर्जर
एक तरफ ग्राम पंचायत का भवन भी जर्जर होता जा रहा है, तो वहीं पर आंगनबाड़ी भवन भी दिनों दिन जर्जर हो रहा है, आंगनबाड़ी भीतर से इतना ज्यादा जर्जर है कि बच्चों को भवन के बाहर ही बैठाकर पढ़ाया जाता है। उक्त भवन की छत गिरने का खतरा भी बना रहता है। इस मामले को लेकर भी उच्च अधिकारियों को पत्र व्यवहार किया जा चुका है लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई सार्थक पहल नही की गई। ग्राम में सिंचाई नाली की भी जरूरत है ताकि किसानों को लाभ्ज्ञ मिल सके।
जल जीवन मिशन की स्थिति यहां भी दयनीय
केन्द्र सरकार की जो योजना सबसे ज्यादा महत्त्वकांक्षी है वह योजना सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सबसे दयनीय स्थिति वाली योजना बन चुकी है। कुछ ग्राम पंचायतों को छोड़ दें तो लगभग सभी ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन की हालत बहुत ज्यादा खराब है। इस ग्राम पंचायत में भी जल जीवन मिशन के तहत लगे हुए पाईप्स के बहुत स्थानों पर लिकेज हैं। टंकी का स्तर भी बहुत खराब है। जल जीवन मिशन के बारे में जिस प्रकार से प्रत्येक ग्राम पंचायत से नेगेटिव बातें छनकर आ रही हैं उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इस मामले में जिले के कलेक्टर महोदय को विशेष संज्ञान लेने की आवश्यकता है ताकि जल जीवन मिशन के तहत बन रहे टंकी निर्माण और बिछ रहे पाईप लाईन की गुणवत्ता अच्छी हो सके।

गांव में विकास कार्य की बहुत आवश्यकता – संतोषी श्याम सुंदर चंद्रा
ग्राम विकास के विषय में सरपंच श्रीमती संतोषी श्याम सुंदर चंद्रा ने बताया कि ग्राम पंचायत मे समस्याओं का बहुत ज्यादा अंबार है। पुर्व में भी ग्राम विकास के हित में बहुत से कार्य नही हुए हैं। सीसी रोड़ और नाली निर्माण बहुत ही ज्यादा जरूरी है। आवेदनों के माध्यम से लगातार प्रयास हो रहे हैं कि किसी तरह से ग्राम का सर्वांर्गाीण विकास हो सके। प्रदेश सरकार से भी उम्मीद है कि ग्राम पंचायत के विकास को लेकर आने वाले दिनों में कुछ बेहतर कार्य ग्राम पंचायत के हिस्से में आएंगे। सिंचाई नाली भी यदि बन जाएगा तो किसान भाईयों को बहुत राहत मिल जाएगी।
‘‘मुद्दे की बात‘‘ अभियान के तहत ग्रामीण समस्या पर प्रकाश
जिले के प्रथम दैनिक अखबार सारंगढ़ टाईम्स टीम के द्वारा ’’मुद्दे की बात’’ अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर तक जाकर वहां की परेशानियों को आम जनता के समक्ष रखा जा रहा है। आने वाले समय में और भी अन्य ग्राम पंचायतों की समस्याओं पर प्रकाश डालने का प्रयास किया जाएगा ताकि ग्राम पंचायतों की समस्याएं शासन प्रशासन के नजर में आये ताकि यथासंभव उनका निराकरण हो सके। बीते अंक में ग्राम पंचायत सिंघनपुर, ग्राम पंचायत मल्दा अ के साथ , कोसीर, कपिस्दा अ और भांठागांव को लेकर खबर कवरेज के संदर्भ में भी काफी संख्या में उत्साहपुर्ण संदेश प्राप्त हुए। आपको हमारा अभियान अच्छा लगे तो अभियान के संदर्भ में अपना संदेश 7987698600 में अवश्य भेजें।



