
पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान के कार्यशैली से नाराज होकर सरपंच ने किया हटाने की मांग दोबारा शिकायत पत्र सौंपा गया सीईओ को
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/साल्हेओना,
जनपद पंचायत बरमकेला के ग्राम पंचायतों में पदस्थ पंचायत सचिवों की मनमाने कार्यशैली जगजाहिर है। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत बार में पदस्थ पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान की मनमानी को लेकर सरपंच तेजराम सिदार ने लिखित में शिकायत पत्र सीईओ बरमकेला को देकर उचित जांच कराकर अन्यत्र स्थानांतरण करने को कहा है। इस पंचायत सचिव के मनमाने रवैये से ग्राम पंचायत बार में सरकारी काम काज ठप्प है और ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पंचायत सचिव के रवैये से पंचायत पदाधिकारियों व ग्रामीणों में नाराजगी बढने लगा है और त्वरित कार्रवाई की मांग की गई है। सरपंच तेजराम सिदार ने शिकायत में बताया है कि पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान ने त्रिस्तरीय
पंचायत चुनाव के बाद तीन माह पहले शपथ ग्रहण करने के बाद नवनिर्वाचित सरपंच तेजराम सिदार को पंचायत संबंधित कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करा पाया है। इससे पंचायत की कितनी आय – व्यय की जानकारी नहीं मिल रहा है। पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान के अडियल रवैये के कारण ग्रामीण हितग्राहियों को पेंशन सत्यापन, जन्म – मृत्यु प्रमाण पत्र , स्कूली बच्चों का आय, जाति, निवास पत्र के कार्य अटके हुए हैं और ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है। इन्हीं तथ्यों को लेकर पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान के बारे में कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत करने के बाद इसकी जांच कराई है। जांच में पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान की लापरवाही सत्यता पाई गई है लेकिन उसके विरुद्ध अब तक कार्रवाई नहीं होने पर दोबारा शिकायत पत्र देकर श्यामलाल चौहान को अन्यत्र स्थानांतरण करने की मांग की है।
जांच पर जताया संदेह
सरपंच तेजराम सिदार ने स्पष्ट शब्दों में अधिकारी को अवगत कराया है कि पहली शिकायत पत्र देने के बाद जनपद पंचायत बरमकेला के द्वारा जांच टीम बनाकर पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान के खिलाफ जांच किया गया। जांच में सत्यता पाई गई है लेकिन जांच अधिकारियों ने मिलीभगत कर जांच प्रतिवेदन को बदल दिया गया है। सरपंच ने जांच पर संदेह जताते हुए जांच अधिकारियों पर भी उचित कार्रवाई की मांग की है।
पंचायत सचिव को बचाने का प्रयास
पंचायत सचिव श्यामलाल चौहान के द्वारा जनवरी 2018 में ग्राम पंचायत बार में आवास योजना के पात्र हितग्राही को छोड़ दूसरे को लाभान्वित करने के मामले में निलंबित कर दिया गया था। बावजूद इसके जनपद पंचायत बरमकेला के अधिकारियों के द्वारा पंचायत सचिव को बचाने का खेल चल रहा है। जबकि ग्राम पंचायत बार में मौजूदा समय में 190 पेंशनधारकों का सत्यापन नहीं हो सका है और पंचायत सचिव व अधिकारियों का ध्यान नहीं है।
क्या कहते है सीईओ जनपद पंचायत
जांच टीम के द्वारा प्रतिवेदन दे दिया गया है, जिसे जिला पंचायत सीईओ को भेज हूं। चूंकि पंचायत सचिव का कहना है कि दो – दो पंचायत होने के कारण ऐसी स्थिति बन रहा है। उसने एकल पंचायत में पदस्थ करने को कहा है।
अजय पटेल, सीईओ, जनपद पंचायत, बरमकेला