
सारंगढ़ में अवैध महुआ शराब का कारोबार बेलगाम, जनता की सेहत से हो रहा खिलवाड़कई गांवों और शहरी मोहल्लों में खुलेआम बन रही जहरीली शराब, पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग
सारंगढ़-बिलाईगढ़। जिले में अवैध महुआ शराब का कारोबार दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है। खासकर सारंगढ़ अंचल के ग्रामीण इलाकों और नगर पालिका क्षेत्र के कई मोहल्लों में यह कारोबार थोक के भाव में फल-फूल रहा है। पुलिस प्रशासन की पकड़ से दूर चल रहे इन अवैध शराब अड्डों ने जनता की सेहत और समाज की सुरक्षा दोनों के लिए बड़ा खतरा खड़ा कर दिया है।
जहरीली महुआ शराब से जनस्वास्थ्य को खतरा
महुआ से बनने वाली देसी शराब में अब घातक केमिकल्स और सस्ती मिलावट का चलन बढ़ गया है, जिससे लोगों की स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। कई बार इसके सेवन से लोगों की तबीयत बिगड़ने और यहां तक कि मौत जैसे मामले भी सामने आ चुके हैं। ग्रामीण अंचलों में यह शराब सस्ती नशे की लत बन चुकी है, जिससे कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं।
शहरी मोहल्लों में भी सक्रिय हैं अवैध शराब निर्माता
चौंकाने वाली बात यह है कि केवल गांव ही नहीं, बल्कि सारंगढ़ नगर पालिका क्षेत्र के कई मोहल्लों में भी अवैध शराब का निर्माण जारी है। ये अवैध अड्डे रिहायशी इलाकों में स्थित हैं, जहां न केवल कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही है बल्कि युवाओं पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
पुलिस को और सख्ती दिखानी होगी
हालांकि पुलिस प्रशासन समय-समय पर कार्रवाई करता रहा है, लेकिन स्थायी समाधान और प्रभावी नियंत्रण अब तक नहीं हो सका है। जनता की मांग है कि अब छोटे-मोटे धंधेबाजों पर नहीं, बल्कि इस कारोबार को संरक्षण देने वाले बड़े चेहरों पर सीधी और कड़ी कार्रवाई की जाए। जब तक रूट लेवल पर नकेल नहीं कसी जाएगी, तब तक यह गंदा कारोबार बंद नहीं होगा।
एसपी अंजनेय वार्ष्णेय से जनता को उम्मीद
जिले के तेजतर्रार और सक्रिय पुलिस अधीक्षक श्री अंजनेय वार्ष्णेय के नेतृत्व में जनता को उम्मीद है कि जल्द ही इस पूरे रैकेट पर करारी चोट की जाएगी। श्री वार्ष्णेय के आने के बाद जिले में कई आपराधिक मामलों पर लगाम लगी है, अब जनता चाहती है कि महुआ शराब के इस जहरीले जाल को भी पूरी तरह नेस्तनाबूद किया जाए। समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर इस समस्या से लड़ना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण मिल सके।