
सरिया के देशी – अंग्रेजी शराब दुकान हटाने की मांग, पंचधार के ग्रामीणों ने खोला मोर्चा
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/साल्हेओना,
चंद्रपुर – सरिया मुख्य मार्ग किनारे पर संचालित सरकारी देशी – अंग्रेजी शराब दुकान सरिया के विरुद्ध ग्राम पंचधार के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है और दोनों दुकान को सड़क किनारे से हटाकर अन्यत्र जगह पर दुकान लगाने की मांग एक दिन पहले बुधवार को सुशासन तिहार के तहत सरिया में आयोजित समाधान शिविर की है। मुख्य मार्ग पर संचालित शराब दुकानों में रोज – रोज शराबियों की जमवाडा से परेशान ग्राम पंचधार
के त्रिनाथ पुरी, प्रदीप पाढी, अक्षय बैरागी, नरेश डनसेना, अजीत पात्रे, महेश बारिक, गोवर्धन दिवान, शिव बैरागी व सुरेन्द्र निषाद ने समाधान शिविर सरिया में लिखित में मांग करते हुए प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है कि सरिया की देशी- अंग्रेजी शराब दुकान को मुख्य सड़क से लगा कर किया जा रहा है। दोनों शराब दुकान से 100 मीटर पर स्कूल व मुख्य निस्तारी तालाब के रुप में खजुरिया तालाब है। ऐसे में आए दिन सडक दुर्घटनाओं की संभावना बना रहता है और शराबियों की जमघट व छींटाकशी से महिलाएं परेशान हैं। इस वजह से देशी – अंग्रेजी शराब दुकान सरिया को उक्त जगहों से हटाकर अन्यत्र जगह पर खोलने की मांग की गई है। 9 गांव के स्कूली बच्चे सामने से गुजरते हैं
आबकारी विभाग के द्वारा संचालित दोनों शराब दुकानों को मुख्य सड़क से महज 20 – 30 मीटर पर खोल दिया गया है। इस वजह से ग्राम बिलाईगढ स, महाराजपुर, पंचधार, पुजारीपाली,बुदबुदा, रतनपाली, नवापारा, लिप्ती, नदीगांव के उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में अध्ययनरत बच्चे इन्हीं शराब दुकानों के सामने से होकर आना जाना करते हैं। इससे उनके मनोबल पर विपरीत प्रभाव पडना स्वाभाविक है। इसी बात का बच्चों के पालकों में चिंता हो रही है।
दो ग्रामीणों की हो चुकी है मौत
देशी शराब दुकान सरिया के ठीक सामने सड़क पर दो ग्रामीणों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। पहला मामला ग्राम रतनपाली के दिवस निषाद पिता एकाबंद उम्र 23 का है। मौत के बाद काफी हो हंगामा हुआ था। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। वही एक पखवाड़े पहले उसी जगह पर ग्राम बुदबुदा के 70 वर्षीय इंद्रजीत चौहान पिता जोहन का भी सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया। इसके बाद भी पुलिस ने लोहे की बेरिकेड्स लगाकर खानापूर्ति कर दी गई है। किंतु शराबियों की हुड़दंग आदि को रोकने की इंतजाम नहीं किया गया है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
क्या कहते है आबकारी सहायक निरीक्षक
" उक्त मांग पत्र शासन स्तर का है इसलिए ग्रामीणों के मांग को उच्च कार्यालय के अधिकारियों को फारवर्ड कर दिया गया है। ऐसे मामलों में शासन के द्वारा एक समिति गठित कर हटाने की कार्रवाई की जाती है।
हबीब खलखों, सहा, निरीक्षक, आबकारी विभाग, सरिया