
बोहराबहाल धान खरीदी केन्द्र : ड़ेढ़ करोड़ का धान का गबन का एफआईआर लेकिन अब सिर्फ 9 हजार रूपये के धान की कमी?
एफआईआर दर्ज होने के बाद डीओ काटकर कागजो मे उठ गया धान?
क्या गलत जांच रिर्पोट के आधार पर हुआ था एफआईआर
जांच समिति ने 5 हजार क्विंटल धान कम पाया था, जो कि अब घटकर 3 क्विंटल रह गया,
एफआईआर होने के बाद आनन-फानन में डीओ काटा गया?
नये कलेक्टर को धान माफियाओ ने दिया चुनौती,
जहा पर 5 हजार क्विंटल धान का गबन का एफआईआर हुआ वहा पर अब महज 3 क्विंटल
कम बता रहा है धान?
अधिकारियो की मिलीभगत से आरोपियो की बचाने की बड़ी जुगत?
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी खुलेआम घूम रहे है आरोपी?
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ के धान खरीदी केन्द्र बोहराबहाल में 5 हजार क्विंटल से अधिक की धान की लगभग ड़ेढ़ करोड़ रूपये के धान की अफरा-तफरी का मामला मे आधा दर्जन आरोपियो पर संगीन धाराओ मे एफआईआर दर्ज हुआ है वही आरोपियो को बचाने के लिये संबंधित सरकारी विभाग ने जिला प्रशासन के आंखो में धूल झोंकते हुए एफआईआर होने के बाद राईस मिलर्स के नाम पर डीओ काटा तथा जिस फड़ में धान नही था वहा पर कागजो में धान की खरीदी बताकर पूरे मामले को रफा-दफा करने का प्रयास कर जांच समिति को ही झूठा ठहराने का षड़यंत्र तैयार कर लिया और आज की तिथि मे उक्त धान खरीदी केन्द्र में धान का बचत मात्र 3 क्विंटल बता रहा है यानि सिर्फ 9 हजार रूपये का ही धान की कमी अब बताया जा रहा है। ऐसे मे सवाल खड़े हो रहे है कि जिला प्रशासन के संयुक्त दल ने जांच कर ड़ेढ़ करोड़ रूपये का धान की जो कमी पाया था क्या वह रिर्पोट फर्जी था? या आज जो 9 हजार रूपये के धान की कमी बताया जा रहा है? यह रिर्पोट फर्जी है? आखिर कौन है पूरे खेल का मास्टर-माईड़? नये कलेक्टर डां.संजय कन्नौजे के सामने धान माफियाओ ने तगड़ा चुनौती दिया है। अब देखना है कि इस कागजी खेल पर क्या कार्यवाही होगी।
दरअसल सारंगढ़ विकासखंड़ के कनकबीरा सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी केन्द्र
बोहराबहाल में 5 हजार क्विंटल से अधिक धान का फर्जीवाड़ा कर अफरा-तफरी करने वालो के खिलाफ जिला प्रशासन ने 8 अप्रैल को सिटी कोतवाली पुलिस थाना सारंगढ़ में इस मामले में समिति प्रबंधक निराकर पटेल, फड प्रभारी नीलाम्बर पटेल, बारदाना प्रभारी दिलेश्वर पटेल, धान आवक-जावक प्रभारी दिलेश विश्वकर्मा, कम्प्यूटर ऑपरेटर शिवकुमार पटेल एवं प्राधिकृत अधिकारी टीकाराम पटेल के खिलाफ डेढ़ करोड़ रूपये के धान घोटाला करने के आरोप में बीएनएस की धारा 316(5), 318(4), 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध कराया है। संजय साहू शाखा अपेक्स बैंक सारंगढ में शाखा प्रबंधक ने बताया कि धान उपार्जन केन्द्र बोहराबहाल का जांच कलेक्टर महोदय के आदेश पर जांच समिति गठित कर जांच किया गया जांच समिति में प्रकाश पटेल नायब तहसीलदार सारंगढ, विद्यानंद पटेल खाद्य निरीक्षक सारंगढ, राजेन्द्र कुमार मेहर सहकारिता विस्तार अधिकारी सारंगढ, घनेन्द्र पटेल पर्यवेक्षक अपेक्स बैंक सारंगढ एवं श्रीमती बबली राय वरिष्ठ सहायक कार्यालय जिला विपणन अधिकारी सारंगढ़ के टीम द्वारा दिनांक 11.03.2025 को जांच किया गया निरीक्षण के दौरान धान खरीदी केन्द्र बोहराबहाल में धान आवक पंजी व विभागीय वेबसाईट में दर्ज धान खरीदी की जानकारी से मिलान करने पर 85 कृषको के नाम पर 4633.60 क्विंटल धान उपार्जन केन्द्र के धान आवक पंजी में फर्जी आवक दर्ज कर फर्जी / बोगस धान खरीदी की गई सहित 5071.60 क्विंटल धान कमी की जिसका मूल्य 1,57,21,960 रूपये (अक्षरांश एक करोड़ संतावन लाख इक्कीस हजार नौ सौ साठ रूपये) का कमी होना
पाया है जिसमें धान उपार्जन केन्द्र बोहराबहाल केन्द्र के सहायक समिति प्रबंधक निराकर पटेल, फड प्रभारी नीलाम्बर पटेल, बारदाना प्रभारी दिलेश्वर पटेल, धान आवक-जावक प्रभारी दिलेश विश्वकर्मा, कम्प्यूटर ऑपरेटर शिवकुमार पटेल एवं प्राधिकृत अधिकारी टीकाराम पटेल सभी निवासी सेवा सहकारी समिति कनकबीरा का धान उपार्जन केन्द्र बोहराबहाल के द्वारा शासन की संपत्ति का घोटाला किया गया है । सिटी कोतवाली पुलिस थाना सारंगढ़ में इस मामले में समिति प्रबंधक निराकर पटेल, फड प्रभारी नीलाम्बर पटेल, बारदाना प्रभारी दिलेश्वर पटेल, धान आवक-जावक प्रभारी दिलेश विश्वकर्मा, कम्प्यूटर
ऑपरेटर शिवकुमार पटेल एवं प्राधिकृत अधिकारी टीकाराम पटेल के खिलाफ डेढ़ करोड़ रूपये के धान घोटाला करने के आरोप में बीएनएस की धारा 316(5), 318(4), 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
फर्जीवाड़ा पर पर्दा डालने राईस मिलर्स के नाम पर डीओ काटा गया? इस मामले मे समिति के दोषी लोगो को बचाने के लिये 5 अप्रैल को कुल 20 डीओ काटा गया और विभिन्न धान खरीदी केन्द्रो में बचत धान को उठाने के लिये 6800 क्विंटल धान को उठाने का निर्देश
दिया गया। इसमें धान खरीदी केन्द्र बोहरा बहाल के लिये सर्वाधिक 5100 क्विंटल धान की मात्रा है। वही
धान खरीदी केन्द्र कपरतुंगा सारंगढ़ में 180 क्विंटल, बरमकेला के करनपाली धान खरीदी केन्द्र में 180 क्विंटल, बिलाईगढ़ के धनसीर धान खरीदी केन्द्र में 280 क्विंटल धान, बरमकेला के लोधिया में 350 क्विंटल धान, सरसीवां धान खरीदी केंन्द्र में 280 क्विंटल और सलिहा धान खरीदी केन्द्र में 280 क्विंटल धान उठाने के लिये डीओ काटा गया है। इसमें सर्वाधिक धान उठाने का डीओ सूरज फूड्स के नाम पर काटा गया है। वही अन्य राईस मिलर्स में आकांक्षा राईस मिल, मेसर्स मनोज अग्रवाल, सिद्धी विनायक राईस मिल, आरके राईस मिल शामिल है। बोहराबहाल में 5100 क्विंटल धान को उठाने के डीओ मे आकांक्षा राईस मिल को 1050 क्विंटल धान का डीओ काटा गया है। वही मेसर्स मनोज अग्रवाल को 350 क्विंटल धान का डीओ और शेष 3700 क्विंटल धान का डीओ सूरज फूड्स को दिया गया है। जबकि कनकबीरा सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी केन्द्र बोहराबहाल में अवलोकन करने पर ज्ञात हुआ कि यहा पर सिर्फ 500 कट्टा की धान बाकि है। पूरे फड़ मे दो स्टेक में 500 बोरी से अधिक धान नही है। ऐसे मे सवाल यही उठ रहा है कि फर्जीवाड़ा और गबन को छुपाने के लिये डीओ का बड़ा खेल खेला गया है। जिसमे खाद्ध विभाग के बड़े अधिकारियो की संलिप्तता सामने आ रही है।
अब मात्र 3 क्विंटल धान की कमी?
बताया जा रहा है कि कलेक्टर के आदेश पर बनी जांच समिति ने 11 मार्च को जांच में 5071 क्विंटल धान की कमी पाया जिस पर 8 अप्रैल को 6 लोगो के खिलाफ 157 लाख रूपये के धान का गबन का एफआईआर दर्ज किया गया किन्तु आज 25 अप्रैल को इस धान खरीदी केन्द्र में धान उठाव की स्टेटस में मात्र 3 क्विंटल धान बाकि बताया जा रहा है। यानि मात्र 9 हजार रूपये का धान की कमी कागज बता रहा है। ऐसे मे 5071 क्विंटल बचत धान में से 5068 क्विंटल धान का उठाव फर्जीवाड़ा को छुपाने के लिये कागजो में ही कर लिया गया है। ऐसे में सूरज फूड़्स राईस मिल में छापामार कार्यवाही कर धान का भौतिक सत्यापन करने से ही धान का उठाव और फर्जीवाड़ा को बचाने का खेल का पता चल जायेगा। धान माफिया हावी है जिला प्रशासन पर
सारंगढ़ में धान माफिया प्रशासन पर हावी दिख रहे है। 8 अप्रैल को आधा दर्जन लोगो पर
गैरजमानती धाराओ मे अपराध दर्ज किया जाता है किन्तु आज तक किसी की गिरफ्तारी नही होती है। वही अब फर्जीवाड़ा को बचाने के लिये ड़ेढ़ करोड़ रूपये के धान का अफरा-तफरी को 9 हजार रूपये के धान की कमी तक मे कागजो तक मे लाकर प्रशासन को धान माफिया खुला चैलेंज कर दिये है। ऐसे मे बिना धान के ही बोहराबहाल के मंडी प्रांगण से धान का उठाव करने वाले सूरज फूड्स राईस मिल के संचालक और दोषी समिति के पदाधिकारी मिलीभगत करके शासन को करोड़ो रूपये का चूना लगा रहे है। देखना है कि नये कलेक्टर इस मामले मे क्या कार्यवाही करते है।
सहकारिता विस्तार अधिकारी आर.के.मेहर की मनमानी? बताया जा रहा है कि सारंगढ़ के धान खरीदी केन्द्रो में फर्जीवाड़ा और धान का गबन के मामले में सहकारिता विस्तार अधिकारी आर.के.मेहर पर संरक्षण का आरोप लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उनके द्वारा आरोपियो को खुलेआम संरक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस कारण से ही 16 अप्रैल से उनको वापस मूल स्थान रायगढ़ में उपस्थिति देने के आदेश के बाद भी अभी तक सारंगढ़ में ही जमे हुए है। हिमलेश्वरी कंवर, सहायक आयुक्त, सहकारिता रायगढ़ ने आदेश जारी कर लिखा है कि शासकीय कार्य सुविधा की दृष्टि से पूर्व में वित्तीय वर्ष 2024-25
धान खरीदी कार्य को देखते हुए श्री आर. के. मेहर, सहकारिता विस्तार अधिकारी, को
कार्यालयीन कार्य के अतिरिक्त विकास खण्ड सारंगढ़ सहकारिता विस्तार अधिकारी, का प्रभार सौपा गया था।
वर्तमान में धान खरीदी का कार्य पूर्ण हो चुका है, तथा सहायक आयुक्त सहकारिता कार्यालय सारंगढ़ में नव नियुक्त दो सहकारी निरीक्षक / सहकारिता विस्तार अधिकारी, के पद पर कार्यभार ग्रहण कर चुके है, अतः श्री आर. के. मेहर, सहकारिता विस्तार अधिकारी, को विकास खण्ड सारंगढ़ सहकारिता विस्तार अधिकारी, के अतिरिक्त प्रभार से आज दिनाँक 16.04.2025 को भारमुक्त किया जाता है। इस कार्यालय में तत्काल उपस्थित होना सुनिश्चित करें। किन्तु आज तक सहकारिता विस्तार अधिकारी आर.के.मेहर रायगढ़ नही गये और सारंगढ़ का कार्य से भारमुक्त नही हो रहे है।