सारंगढ़-बरमकेला-सरिया मार्ग पर लगतार बढ़ रहा है यातायात का दबाव, सकरी सड़क से लोग परेशान,
चौड़ीकरण के बिना आवागमन में हो रही परेशानी
रायगढ़ और सारंगढ़ को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क बना बरमकेला,
भारी वाहनो का भी लगातार आवागमन इस मार्ग पर,
चंद्रपुर द्वारा रायगढ़ जाने के स्थान पर सारंगढ़ अंचलवासी कर रहे है इस रोड़ का उपयोग,
महज 5 मीटर चौड़ी इस मार्ग पर यातायात का बढ़ते जा रहा है दबाव,
बरमकेला और सरिया में नगर के अंदर से गुजरता है यह रोड़?
सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के व्यस्त सड़को मे से एक सड़क सारंगढ़-बरमकेला-सरिया सड़क पर लगतार यातायात का दबाव बढ़ते जा रहा है। जिला मुख्यालय पहुंचने के लिये अति-महत्वपूर्ण इस सड़क का चौड़ीकरण की आवश्यकता महसूस किया जा रहा है। चंद्रपुर में गौरवपथ बनने या पुलिया क्षतिग्रस्त होने या कोई भी त्यौहार आदि होने पर सक्ती जिला प्रशासन रूट डायवर्ट कर देता है जिसके कारण से रायगढ़ से औद्योगिक वाहन इस रूट पर आवागमन करते है जिससे यह रोड़ काफी व्यस्त और काफी रिस्की हो गया है। बरमकेला की घाटी सहित बरमकेला-सरिया के बीच इस रोड़ के चौड़ीकरण की जरूरत वक्त की मांग बन गया है।
लोक निमार्ण विभाग छ.ग.शासन के अधीन सारंगढ़-बरमकेला-सरिया रोड़ वर्तमान समय में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का सबसे महत्वपूर्ण सड़क बन गया है। इस सड़क पर भारी वाहनो के रेलमपेल के कारण से यातयात का दबाव भी काफी ज्यादा हो गया है। बताया जा रहा है कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के दो प्रमुख नगर सरिया और बरमकेला इस रोड़ मे आते है तथा सरकारी अधिकारियो सहित आम जनता को जिला मुख्यालय का आवागमन इस रोड़ से पूरा करना होता है। लोक निमार्ण विभाग के इस सड़क की आसन्न समय में चौड़ाई महज 5 मीटर है तथा यह सड़क सर्विस रोड़ के रूप में है किन्तु गत दो सालो से इस रोड़ पर चल रहे भारी वाहन तथा सूरजगढ़ पुल बनने के बाद रायगढ़-सारंगढ़ जिला मुख्यालय को जोड़ने के लिये वैकल्पिक सड़क के नाम से विख्यात हो चुका यह सड़क अब हर समय व्यस्त सड़को मे गिना जाता है। सारंगढ़ से बरमकेला की दूरी 22 किलोमीटर है तथा बरमकेला से सरिया 12 किलोमीटर की दूरी पर है।
वही सरिया से सूरजगढ़ पुल होकर रायगढ़ की दूरी इस सड़क से 32 किलोमीटर है। सूरजगढ़ पुल से लेकर पुसौर-कोड़ातराई होकर रायगढ़ जाने वाली रायगढ़ जिले की सड़क को लेकर गत दिनो वित्त मंत्री ने सड़क के जीर्णोद्धार का भूमिपूजन कर चौड़ीकरण की स्वीकृति दिलवा दिया किन्तु सरिया-बरमकेला-सारंगढ़ की लगभग 32 किलोमीटर लंबी सड़क को लेकर कोई हलचल नही है। इस सड़क के चौड़ीकरण को लेकर लोक निमार्ण विभाग ने भी कोई प्रस्ताव तैयार नही किया है सारंगढ़ जिला मुख्यालय को बरमकेला विकासखंड़ और सरिया तहसील से जोड़ने वाली इस एक मात्र सड़क के चौडी़करण को लेकर जिला प्रशासन भी कोई विशेष पहल नही कर रहा है जिसके कारण से भारी वाहनो के बीच यह सड़क संकरी होने के कारण से परेशानीदायक सफर के रूप जाना जाता है। रायगढ़ क्षेत्र के औद्योगिक भारी वाहने इस सड़क से गुजरते है तथा बरमकेला होकर सारंगढ़ के नेशनल हाईवे के द्वारा सराईपाली होकर रायपुर की ओर जाते है। इस कारण से 16 चक्का से लेकर 32 चक्का वाले भारी हैवी वाहन भी इस सड़क पर आवागमन कर रहे है। इसी प्रकार से एनटीपीसी लारा से निकलने वाले फ्लाईएश की डिमांड़ राजधानी के पास अभनपुर के पास बन रहे एनएच के लिये हो रही है उसके लिये सैकड़ो वाहन प्रतिदिन इस रोड़ से भी गुजरना शुरू कर देगी। ऐसे में भारी वाहनो के लगातार आवाजाही को देखते हुए सारंगढ़-बरमकेला-सरिया रोड़ का चौड़ीकरण और जीर्णोद्धार की आवश्यकता महसूस किया जा रहा है।
बरमकेला घाटी मे दुर्घटना का भय?
सारंगढ़-बरमकेला के बीच 22 किलोमीटर की लंबी सड़क में से बरमकेला घाटी के बीच का लगभग 8 किलोमीटर का सड़क काफी संकरी सड़क है। यहा पर भारी वाहन और घुमावदार मोड़ होने के कारण से हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है। बताया जा रहा है कि इस रोड़ पर हैवी मालवाहन वाहनो का आवागतन द्रुतगति से जारी है जिसके कारण से आवागमन करने वालो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वही सारंगढ़ जिला मुख्यालय होने के बाद से बरमकेला-सरिया अंचल से प्रतिदिन सैकड़ो लोगो को सारंगढ़ आना-जाना लगा रहता है। ऐसे मे घाटी की सड़क का भी चौड़ीकरण की आवश्यकता महसूस हो रही है। संकरी सड़क होने के कारण
से ओव्हरटेक के नाम पर कई दुर्घटना यहा पर हो चुकी है। चौड़ीकरण होने से दुर्घटना से बचा जा सकता है।