
बरमकेला के टिटहीपाली में शिक्षिका की गायब रहने की आदत से तंग ग्रामीणों ने स्कूल में जड़ा ताला?
बरमकेला,
विकासखंड बरमकेला के अंतर्गत एक शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षा की हालत बद से बदतर हो गई है। स्कूल में पदस्थ दो शिक्षकों में से एक शिक्षिका का अक्सर नदारद रहना अब बच्चों के भविष्य पर सीधा असर डाल रहा है। लगातार हो रही पढ़ाई में बाधा और शिक्षण व्यवस्था की लापरवाही से तंग आकर आज ग्रामीणों का गुस्सा फट पड़ा। सुबह जैसे ही बच्चे स्कूल पहुंचे, पालकों ने मुख्य दरवाजे पर ताला जड़ दिया। देखते ही देखते दर्जनों पालक और ग्रामीण अपने बच्चों के साथ स्कूल के सामने खड़े हो गए और जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
नाराज अभिभावकों का कहना है कि शिक्षिका की अनुपस्थिति की शिकायत कई बार शिक्षा विभाग तक पहुंचाई गई, लेकिन विभाग ने सिर्फ आश्वासन देकर मामले को टाल दिया।ग्रामीणों का साफ कहना है—"जब तक छुट्टी रद्द कर शिक्षिका को शाला में हाजिर नहीं किया जाएगा, ताला नहीं खुलेगा।"अब सवाल यह है कि क्या शिक्षा विभाग जागेगा और बच्चों की पढ़ाई बचाने के लिए कदम उठाएगा, या यह मामला भी सरकारी फाइलों में दबकर ‘ठंडे बस्ते’ में चला जाएगा।
बीईओ ने किया अस्थाई तौर पर शिक्षक की व्यवस्था
इस संबंध में बरमकेला बीईओ ने अस्थाई तौर पर टिटहीपाली में शिक्षक की व्यवस्था कर दिया है। जारी आदेश मे लिखा है कि प्राथमिक शाला टिटहीपाली के ग्रामीण द्वारा आवेदन प्रस्तुत कर शिक्षक की मांग किये जाने के कारण एवं प्राथमिक शाला टिटहीपाली की सहायक शिक्षक श्रीमती बिजली मानिकपुरी अवकाश में होने के कारण अध्यापन व्यवस्था के तहत् श्री कमलेश यादव, सहायक शिक्षक, प्राथमिक शाला अमोदा को संबंधित कर्मचारी अवकाश से वापसी होने तक उक्त शाला में संलग्न किया जाता है।