जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

सारंगढ़ अस्पताल : ओपीडी में बैठने लगे डाक्टर, लेकिन निजी क्लिनिको में अभी भी ड्यूटी? सारंगढ़ टाईम्स के खबर का दिखा असर,

सारंगढ़ अस्पताल : ओपीडी में बैठने लगे डाक्टर, लेकिन निजी क्लिनिको में अभी भी ड्यूटी? सारंगढ़ टाईम्स के खबर का दिखा असर,

सारंगढ़ अस्पताल : ओपीडी में बैठने लगे डाक्टर, लेकिन निजी क्लिनिको में अभी भी
ड्यूटी?
सारंगढ़ टाईम्स के खबर का दिखा असर,

बंधापाली के एक निजी अस्पताल के आन कॉल डाक्टर्स की सूची मे सरकारी डाक्टरो
के नाम!
शहर के एक क्लिनिक में सिनियर डाक्टर देते है ड्यूटी,
हिर्री और सरसीवां में निजी अस्पताल मे सरकारी डाक्टर?
अस्तपाल की दुर्दशा सुधारने विभिन्न संगठन आंदोलन के मूड में,
भाग-5

सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के जिला अस्पताल सारंगढ़ में 19 डाक्टरो की पदस्थापना के बाद भी ओपीडी में डाक्टरो के नही रहने के खबर का बड़ा असर देखने को मिला है। यहा अब ओपीडी में डाक्टर बैठकर मरीजो का ईलाज करते दिख रहे है किन्तु शायद
एक सप्ताह बाद ओपीड़ी पुरानी व्यवस्था मे ना आ जाये? वही छ.ग.शासन के द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के बाद भी सारंगढ़ के सरकारी अस्पताल में पदस्थ डाक्टर निजी हस्पताल में ऑन-काल के नाम पर ड्यूटी दे रहे है। बंधापाली, हिर्री और सरसीवां और शहर के कई निजी क्लीनिक/हॉस्पीटल में बकायदा सूचना बोर्ड में सरकारी डाक्टरो का नाम लिखा हुआ है। सारंगढ़ के सरकारी अस्पताल की दशा और दिशा को सुधारने के लिये सारंगढ़ टाईम्स की मुहिम को जबरदस्त जनसर्मथन मिल रहा है।

सोशल मिडिया पर सारंगढ़ अस्तपाल के मुद्दे को व्यापक सर्मथन दिया जा रहा है। वही लगातार बढ़ते दबाव को देखते हुए सारंगढ़ अस्पताल मे ओपीडी मे सभी डाक्टरो की ड्यूटी अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही व्यवस्था मे सुधार करने के लिये अधिकारी निरीक्षण करने मैदान पर उतर गये है। किन्तु सारंगढ़ अस्पताल के सरकारी डाक्टरो का निजी क्लीनिक/निजी हॉस्पीटल के ड्यूटी का प्रेम अभी भी खत्म नही हुआ है। कई ऐसे सरकारी डाक्टर है जिनका नाम निजी हॉस्पीटल की आनकाल डाक्टर्स ड्यूटी में बकायदा लिखा हुआ है। बंधापाली के एक निजी हॉस्पीटल में आन काल डाक्टर्स की लिस्ट मे सबसे ज्यादा सरकारी डाक्टरो का नाम लिखा हुआ है। या दूसरे शब्दो मे कहें तो सरकारी डाक्टरो के नाम पर सारंगढ़ मे निजी हॉस्पीटल मरीजो की भर्ती कर रहे है। सरकारी डाक्टरो का निजी हॉस्पीटल के प्रति प्रेमभाव का ही कारण है कि सरकारी अस्पताल मे भर्ती मरीजो को निजी हॉस्पीटल मे रिफर कर दिया जाता है। बताया जा रहा है कि सारंगढ़ के सरकारी अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक के द्वारा रायगढ़ रोड़ स्थित एक निजी क्लिनिक में अपनी सेवाये ओपीडी के समय भी दिया जा रहा है। वरिष्ठ होने का पूरा लाभ उठाते हुए सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजो को निजी क्लिनिक में आने का सलाह खुलेआम दिया जा रहा है।

वही सरसीवां में भी सारंगढ़ के सरकारी डाक्टर आनकाल ड्यूटी देते है ऐसा उनका सूचना बोर्ड बता रहा है। ऐसे में सारंगढ़ मे ओपीडी में भले ही डाक्टर्स बैठ रहे है किन्तु उनका ध्यान अभी भी निजी अस्पताल की ओर है। सारंगढ़ टाईम्स की मुहिम से मचा हड़कंप! सारंगढ़ के बदहाल स्वास्थ सुविधा को लेकर सारंगढ़ टाईम्स के द्वारा सरकारी अस्पताल की दुर्दशा पर मुहिम छेड़ दिया गया है और लगातार सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था को प्रकाश में लाया जा रहा है। गरीब मरीजो को उचित उपचार और यहा पर पदस्थ 19 डाक्टरो के द्वारा ओपीडी में उपस्थिति को लेकर प्रारंभ हुआ यह मुहिम अब रंग दिखा रहा है। स्वास्थ सुविधा के नाम पर लचर रहा सारंगढ़ के सरकारी अस्पताल के इस दुर्दशा धीरे-धीरे पटरी पर लौटने के कागार पर है। सोमवार से ओपीडी मे लगभग अधिकांश डाक्टर उपस्थित दिखे तथा मरीजो का ईलाज करते  हुए नजर आये। वही शाम की ओपीडी को लेकर अभी संशय की स्थिति है। बहरहाल सारंगढ़ टाईम्स के सरकारी अस्तपाल की दुर्दशा की मुहिम को विभिन्न संगठनो ने भी सर्मथन दिया है तथा व्यवस्था मे सुधार नही होने पर आने वाले दिनो मे ज्ञापन, मांग और आंदोलन के रूप मे साथ देने का भी मंशा जाहिर किया है।

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