जिला- सारंगढ़जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

सारंगढ़ का केड़ार बांध लबालब, 100 फीसदी भरा, पुटका बांध और किंकारी बांध में 82 फीसदी पानी

सारंगढ़ का केड़ार बांध लबालब, 100 फीसदी भरा, पुटका बांध और किंकारी बांध में 82 फीसदी पानी

सारंगढ़ का केड़ार बांध लबालब, 100 फीसदी भरा, पुटका बांध और किंकारी बांध में 82 फीसदी पानी

छत्तीसगढ़ में बारिश का कोटा पूरा, लेकिन सारंगढ़ जिला में अभी तक 25% कम बरसा पानी
सारंगढ़ तहसील में अभी तक 97 फीसदी बरसा पानी,
बिलाईगढ़ में 90%, भटगांव में 78% और सरसीवां तहसील में 59% बरसा पानी
बरमकेला तहसील में 75% और सरिया में 57% बरसा पानी,
सरिया और सरसीवां तहसील को सूखाग्रस्त तहसील घोषित किया जाने की मांग,

सारंगढ़,
भारी वर्षा की चेतावनी के विपरीत सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में सूखा जैसा मौसम है। छत्तीसगढ़ के कम वर्षा वाले जिले मे सारंगढ़-बिलाईगढ़ चौथे स्थान पर है। इसमे सरिया और सरसीवां तहसील की स्थिति बदहाल है। वही सारंगढ़ और बिलाईगढ़ तहसील में लगभग 100 फीसदी बारिश हो रही है किन्तु कुल आंकड़े में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में अभी तक 25 फीसदी कम बारिश हुआ है। वही सारंगढ़ तहसील में आने वाला केड़ार बांध लबालब हो गया है और वेस्ट वेयर से पानी जाना शुरू हो गया है, वही बरमकेला के किंकारी बांध और सारंगढ़ का आमाकोनी बांध में 82 प्रतिशत जलभराव हुआ है।

गोमर्डा अभ्यारण्य के हरी-भरी वादियो के बीच स्थित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला उद्योग से मुक्त जिला है किन्तु यहा पर 25 फीसदी कम बारिश होने से पर्यावरण प्रेमी चितिंत है। यहा पर हर वर्ष 991 मिमी की औसत वर्षा होती है किन्तु आज 12 सितंबर तक यह मात्रा
सिर्फ 616 मिमी तक ही पहुंची है। सारंगढ़ तहसील में 12 सितंबर तक हर वर्ष लगभग 928 मिमी वर्षा होती है किन्तु इस बार सिर्फ 900 मिमी वर्षा हुई है। यानि लगभग 3 फीसदी कम बारिश हुई है। वही बरमकेला तहसील में 863 मिमी वर्षा के स्थान पर 645 मिमी वर्षा हुई है। जबकि सरिया तहसील में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहा पर 856 मिमी की औसत वर्षा के

स्थान पर अभी तक सिर्फ 490 मिमी वर्षा हुई है। वही बिलाईगढ़ तहसील में 733 मिमी वर्षा के स्थान पर अभी तक सिर्फ 663 मिमी वर्षा हुई है, भटगांव तहसील में 727 मिमी के स्थान पर सिर्फ 568 मिमी वर्षा हुई है। वही सबसे खराब स्थिति वाले सरसीवा तहसील में 727 मिमी औसत वर्षा के स्थान पर 429 मिमी वर्षा हुई है। यानि जिले में कुल आज की तिथि तक गत 10 वर्षो में औसत वर्षा 806 मिमी होनी थी किन्तु अभी तक सिर्फ 616 मिमी ही हुई है। ऐसे मे अभी भी सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में मात्र 75 प्रतिशत ही वर्षा हुई है।

केड़ार बांध को छोड़ बाकि बांध अभी भी प्यासे?

सारंगढ़ तहसील में हुई अच्छी वर्षा का प्रभाव सारंगढ़ तहसील में स्थित केड़ार बांध में देखने को मिल रहा है। केड़ार बांध 100 फीसदी भर गया है तथा वेस्ट वेयर से प्रतिदिन यहा पर पानी डिस्चार्ज हो रहा है। वही आमाकोनी बांध भी 82 फीसदी भर गया है। जबकि बरमकेला का किकांरी बांध में अभी भी 82 फीसदी पानी भरा हुआ है। ऐसे में वनो के बीच बसा हुआ सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिला में वर्षा के आंकड़े चिंजाजनक है। इसका प्रभाव भू-जल स्त्रोत पर पड़ते दिखाई दे रहा है।

तहसीलवार वर्षा के आंकड़े (12 सितंबर तक)

सारंगढ़ – 900 मिमी
बरमकेला – 645 मिमी
सरिया – 490 मिमी
बिलाईगढ़ – 663 मिमी
भटगांव – 568 मिमी
सरसीवां – 529 मिमी

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button