बरमकेला नगर पंचायत में 200 पेड़ों की साय साय हो गई अवैध कटाई,
मुख्यमंत्री के एक पेड़ मां के नाम पर वृक्षारोपण की खुल गई पोल
सोता रहा प्रशासन और बरमकेला नप में अवैध रूप से काट दी गई 200 से अधिक पेड़
नगर पंचायत, वन विभाग और जिला प्रशासन बेसुध
सारंगढ़ बरमकेला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना वृक्षारोपण जो ष्एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत आयोजित हो रही है, जिसे पूरे छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी की सरकार ने प्रत्येक जिले व ब्लॉक में पर्यावरण के संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से एक पेड़ मां के नाम के स्लोगन के साथ वृक्षारोपण का वृहद कार्यक्रम पूरी ऊर्जा के साथ आयोजित कर रही है। सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में हर एक विभागीय संस्था समाजसेवी राजनीतिक संगठन और पत्रकार संघ वृक्षारोपण की अलख जगाने पौधों को रोपित कर रहा है और सरकारी वृक्षारोपण में तो सरकार के खर्च भी हो रहे हैं लेकिन वहीं दूसरी ओर देखे तो छत्तीसगढ़ में सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखंड में स्कूल परिसर स्टेडियम से लगे हुए सरकारी भूमि के सैकड़ो हरे भरे ऊंचे छायादार पेड़ों को बिना कोई सरकारी आदेश के अवैध रूप से काट दिया गया। उसे काटने में कई मजदूर कई दिनों तक लगे रहे। सूत्रों और जनचर्चा के अनुसार उक्त अवैध पेड़ों की कटाई को महाविद्यालय की जमीन से लेकर जोड़ा जा रहा है, कांग्रेस शासन काल में शासकीय महाविद्यालय की अनुमति तो मिल गई और भवन न होने पर वह तीन-चार वर्षो तक किराये पर चलता रहा मगर नगर पंचायत के अंदर जमीन न मिल पाना बरमकेला वासीयो के लिए एक बड़ी विडंबना बनी रही। भाजपा सरकार आते ही भवन निर्माण के लिए मंत्री जी ने राशि जारी कर दी अब नगर के अंदर जमीन भी जरूरी है तो क्या उक्त अवैध कटाई के बाद खाली जमीन पर कोई सरकारी भवन बनना है। जिसे लेकर पूरे अंचल में जन चर्चा जोरों पर है।
नगर के हृदय स्थल स्टेडियम के किनारे अवैध कटाई हुई लेकिन धन्य है बरमकेला अंचल के अधिकारी हरे-भरे सैकड़ो पेड़ों की कटाई की उन्हें भनक तक नहीं लगी या फिर जन चर्चा के अनुसार यह पेड़ कटाई एक मिली भगत है और इस पर इशारा एक बड़े नेता जी का है। जिसे लेकर पूरा प्रशासन तंत्र मौनी बाबा बने हुए बैठा है।
गौरतलब हो की वन विभाग बरमकेला के द्वारा लगाए गए सैकड़ो पेड़ जो स्कूल परिसर स्टेडियम मैदान के किनारे लगे हुए हैं उन्हें बिना कोई सरकारी अनुमति के काट दिया गया। उक्त अवैध कटाई पर जब नगर पंचायत बरमकेला, तहसील कार्यालय के अधिकारियों से पत्रकारों ने चर्चा की तो उन्होंने अनभिज्ञता दिखाई एक ओर जब निजी घर या खेत के पेड़ को काटने के लिए कई सरकारी नियमों और कायदे कानून से गुजरना पड़ता है जिसमे हफ्तों और महीनो लग जाते हैं लेकिन बरमकेला अंचल में एक साथ एक ही जगह में 200 से भी अधिक पेड़ों की अवैध कटाई कैसे हुई इसका किसी को मालूमात नहीं? जहां जनप्रतिनिधि एक पेड़ मां के नाम और वृक्षारोपण कार्यक्रम में पौधों को लेकर फोटो खींचवाने में व्यस्त हैं और वृक्षारोपण की वाहवाही लूट रहे हैं उन जिम्मेदारान नेताओं को इन सैकड़ो पेड़ों की कटाई पर आखिर चुप्पी क्यों है?
जहां पूरे छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय सरकार के द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम को मोटिवेट किया जा रहा है। आम नागरिक को कम से कम एक पौधा लगाने की अपील की जा रही है वहीं बरमकेला विकास खंड में वर्षों से लगे हरे भरे छायादार वृक्षों को बड़े ही षडयंत्र पूर्वक अवैध रूप से काटना साफ-साफ जिला प्रशासन और साय सरकार को एक बड़ी चुनौती देना है।
क्या जिला प्रशासन चुप्पी साधे बैठे अधिकारियों पर बड़ी कार्यवाही करेगा? अवैध कटाई करने वालों को संज्ञान में लेकर बड़ी कार्यवाही होगी और सैकड़ो पेड़ों की कटाई की जगह पुनः वृक्षारोपण कराया जाएगा। इसकी आस शासन – प्रशासन और जिला कलेक्टर से है।
क्या कहते हैं अधिकारी – जब पत्रकारों ने बरमकेला नगर पंचायत सीएमओ से दूरभाष में चर्चा की तो उन्होंने उक्त मामले से अधिकता बताई और किसी प्रकार का कोई आदेश जारी नहीं होने की बात कही।
अनिल सोनवानी सीएमओ
नगर पंचायत बरमकेला
मीडिया ने जब सारंगढ़ एसडीएम से चर्चा की तो नव पदस्थ एसडीएम प्रखर चंद्राकर पंे ने कहा की उक्त मामले को हम गंभीरता से लेंगे। मुझे इसी सप्ताह पदभार ग्रहण किए हुए है। विभागीय अधिकारियों से मैं जानकारी लेता हूं अगर अवैध कटाई हुई तो इस पर अवश्य कार्रवाई होगी।
प्रखर चंद्राकर एसडीएम सारंगढ़