बातो-बातो मे तो एक दूसरे को कालिंग फ्री होने की चर्चा होती है किन्तु ध्यान से जोड़-
घटाव करने पर ज्ञात होता है कि न्यूनतम एक माह का 300 रूपये तो मोबाईल कंपनी ले ही रहे है।
किन्तु गुणवत्तापूर्ण सुविधा के स्थान पर सारंगढ़ मे बदहाल नेटवर्क से क्षेत्रवासी परेशान है। सारंगढ़ शहर
के अंदर नेटवर्क की बदहाल समस्या के साथ साथ इंटरनेट की स्तरहीन सर्विस से सारंगढ़ के उपभोक्ता
अपने-आप को ठगा महसूस कर रहे है। ऐसा ही हाल आऊटर के क्षेत्र मे भी है सारंगढ़ के नगरीय सीमा
के मुख्य मार्ग की बात हो या बात आऊटर के चार-पाच किलोमीटर दूर की बात हो सारंगढ में नेटवर्क की
बदहाली किसी से छिपी नही है। 5जी के जमाने मे सामान्य तौर पर बात करने के लिये क्षेत्रवासी तरस
जा रहे है। ऐसा नही है कि नेटवर्क की इस बदहाल समस्या किसी एक मोबाईल कंपनी मे है। सरकारी
कंपनी बीएसएनएल के साथ साथ व्हीआई, जिओ और एयरटेल मे बात करने के लिये कई बार नंबर
कालिंग करना पड़ रहा है। सामान्य रूप से बात नही हो पाने वाले मोबाईल कंपनी के बदहाल नेटवर्क से
इंटरनेट की सुविधा का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। 5जी का वादा करने वाली कंपनिया सामान्य
ढंग से इंटरनेट की सुविधा नही दे पा रही है। ऐसे मे सारंगढ़ में नेटवर्क की बदहाली लगातार बढ़ते जा
रही है।
मोबाईल कंपनी टावर की संख्या मे नही कर रहे है बढ़ोत्तरी
सारंगढ़ शहर मे लगे हुए मोबाईल टावर में जो क्षमता है उससे दो गुना से ज्यादा मोबाईल कनेक्शन
मोबाईल कंपनी के द्वारा जारी कर दिया गया है। इसके कारण से कालड्राप की समस्या लगातार बढ़ रही
है। सामान्य तौर पर घरो के अंदर मे मोबाईल का टावर नही आ रहा है। वही पहले रोड़ के ऊपर वाले
घरो मे मोबाईल का नेटवर्क काफी मजबूत आता था किन्तु अब ऐसा नही है। यहा पर भी मोबाईल कंपनी
का नेटवर्क बदहाली की ओर है। नेटवर्क की बदहाली के कारण से इंटरनेट की स्पीड़ बद से बदत्तर हो
गया है। इंटरनेट उपयोग करने वाले उपभोक्ताओ को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लगातार मोबाईल के यूजर बढ़ रहे है किन्तु नवीन जिला बने सारंगढ़ मे अर्से से मोबाईल टावर की
संख्या और क्षमता मे कोई बढ़ोत्तरी नही हो रही है। इसके कारण से यहा पर नेटवर्क दम तोड़ते नजर आ
रहा है। सामान्य तौर पर बैंकिंग कार्य के लिये मोबाईल पर ओटीपी का मैसेज तक कई बार नही आता
है। जिससे सारंगढ़ की बदहाल मोबाईल व्यवस्था का पोल खुल रहा है।
ग्रामीण क्षेत्र मे भी बद से बदत्तर हो गया है मोबाईल सर्विस?
सारंगढ़ अंचल में जब पहली बार मोबाईल सर्विस की शुरूवात हुई थी तब ऐसा लगा था कि सारंगढ़
अंचल के सभी क्षेत्र अब आपस मे कनेक्टिंग हो जायेगे। तथा एक दूसरे से जरूरत पड़ने पर संपर्क करते
आसानी से बनेगा, लेकिन अधिकांश गांवो मे नेटवर्क की बदहाली बद से बदत्तर हो गया है। कई गांव ऐसे
है जहा पर बस्ती मे नेटवर्क नही आता है तथा हजारो रूपये का मोबाईल खाली डब्बा बनकर रह जाता
है। वही बात करने या इंटरनेट उपयोग करने के लिये गांव के बाहर या किसी के घर के छत जाना प़ड़ता
है। ग्रामीण क्षेत्र मे स्थापित मोबाईल टावर बिजली विभाग के मेहरबानी से चल रहे है यदि विद्युत की
आपूर्ति बाधित होती है तो मोबाईल टावर का नेटवर्क ठप्प हो जाता है। कंपनी के कागजो मे मोबाईल
टावर मे प्रति माह सैकड़ो लीटर डीजल की खपत नेटवर्क को बरकरार रखने के लिये किया जाता है
किन्तु वास्तव मे ग्रामीण क्षेत्र मे लाईट गुल होने के थोड़ी देर बाद मोबाईल कंपनी का नेटवर्क भी चल
देता है।
बीएसएनएल का फायबर भी अब बदहाली की ओर?
सारंगढ़ शहर मे हाईस्पीड़ इंटरनेट सर्विस के लिये बीएसएनएल फायबर की शुरूवात दो साल पहले हुइ
थी। शुरू-शुरू मे हाईस्पीड़ इंटरनेट सेवा देने वाली बीएसएनएल की फायबर सेवा अब ठप्प होने की ओर
है। हाईस्पीड़ तो छोड़िये सामान्य तौर पर इंटरनेट की सर्विस देने मे यह नाकाम साबित हो रही है।
हजारो रूपये की मासिक शुल्क के साथ प्रारंभ यह सेवा भी लोगो का रूलाने में कोई कसर बाकि नही
छोड़ रही है। वही एयरटेल, व्हीआई और जिओ की सर्विस भी लोगो को परेशान करके रख दिया है।
नेटवर्क की इस समस्या से सारंगढ़वासियो को कब ईजाद मिलेगा? यह सवाल का जवाब कोई देने वाला
नही है।