उलखर के समिति प्रबंधक नरेन्द्र चंद्रा को पद से हटाया किन्तु बरदुला में प्रभारी प्रबंधक के रूप मे आज भी निरंतर कार्यरत?
सारंगढ़ जिला मे अजीबो-गरीब मामला?
22 नवंबर को पद से हटाने का आदेश, 20 अप्रैल को मूल पद उलखर के समिति प्रबंधक से हटाया गया?
लेकिन प्रभार वाले समिति बरदुला में आज भी समिति प्रबंधक के रूप मे है कार्यरत नरेन्द्र चंद्रा?
सारंगढ़,
नवीन जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ मे सेवा सहकारी समिति उलखर-बरदुला मे एक अनोखा मामला सामने आया है। सेवा सहकारी समिति उलखर मे प्रबंधक के पद पर कार्यरत नरेन्द्र चंद्रा को उपपंजीयन के द्वारा जांच शिकायत मे सही पाये जाने पर पद से पृथक करने का आदेश दिया किन्तु 6 माह बाद ही उसे पद से पृथक किया गया किन्तु बरदुला समिति मे प्रभारी प्रबंधक के पद पर अभी भी नरेंन्द्र चंद्रा कार्यरत है जबकि मूल पद उलखर सोसायटी से उसे पृथक कर दिया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ विकासखंड के उलखर मे सेवा सहकारी समिति में प्रबंधक के पद पर नरेन्द्र कुमार चंद्रा कार्यरत थे। उनके खिलाफ एक शिकायत पर किया गया जांच मे उपपंजीयक सहकारी संस्थाए रायगढ़ ने प्रबंधक नरेन्द्र कुमार चंद्रा के खिलाफ किया गया शिकायतो को सही पाया और 22 नवंबर 2022 को आदेश क्रमांक 1633 में पद से पृथक करने का आदेश जारी कर दिया। इस आदेश मे प्राधिकृत अधिकारी सेवा सहकारी समिति उलखर और बरदुला दोनो को दिया गया। इस आदेश के परिपालन मे धान खरीदी चालू होने तथा स्टाक तथा बारदाना आदि का मिलान करने का बहाना बनारकर प्रबंधक को उपपंजीयक के आदेश के बाद भी पद से पृथक नही किया गया। वही धान खरीदी का सीजन खत्म होने के बाद 20 अप्रैल 2023 यानि आदेश जारी होने के लगभग 6 माह बाद उपपंजीयक के आदेश का पालन करते हुए सेवा सहकारी समिति उलखर के प्राधिकृत अधिकारी ने प्रबंधक नरेन्द्र कुमार चंद्रा को पद से पृथक कर दिया। किन्तु आश्चर्य वाली बात यह है कि उलखर के प्रबंधक के पद के साथ साथ नरेन्द्र कुमार चंद्रा बरदुला सेवा सहकारी समिति का भी प्रबंधक का प्रभार में थे लेकिन वहा के प्रबंधक पद पर आज भी कार्यरत है। इस संबंध में कई लोगो ने सवाल किया कि जब मूल पद सेवा सहकारी समिति उलखर के प्रबंधक है तथा उस पद पर से ही पृथक कर दिया गया है तो आखिर किस हैसियत से सेवा सहकारी समिति बरदुला के प्रबंधक के पद पर नरेन्द्र कुमार चंद्रा बने हुए है? बताया जा रहा है कि उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं रायगढ़ के द्वारा नरेन्द्र कुमार चंद्रा को सेवा सहकारी समिति उलखर और बरदुला दोनो ही स्थान से हटाये जाने का आदेश जारी किया था। किन्तु इस आदेश का परिपालन आदेश जारी होने के 6 माह बाद उलखर सेवा सहकारी समिति के प्राधिकृत अधिकारी ने किया। वही आज 7 माह होने के बाद भी बरदुला सेवा सहकारी समिति के प्राधिकृत अधिकारी नही कर रहे है। ऐसे मे यहा पर कानून का धज्जिया उड़ाने का मामलो स्पष्ट तौर पर सामने दिख रहा है।
इय संबंध मे जानकारो का कहना है कि नरेन्द्र कुमार चंद्रा को जब शिकायत जांच मे उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं रायगढ़ के द्वारा दोषी पाया गया है तथा 22 नवंबर 2022 को ही पद से पृथक करने का आदेश जारी कर दिया है? तो किस आधार पर नरेन्द्र कुमार चंद्रा 6 माह तक प्रबंधक सेवा सहकारी समिति उलखर और बरदुला का प्रबंधक बने रहे? वही उनका मूल पद सेवा सहकारी समिति उलखर है तथा उनको सेवा सहकारी समिति बरदुला का प्रभारी प्रबंधक बनाया गया है। ऐसे मे यदि उनका मूल पद सेवा सहकारी समिति उलखर के प्रबंधक ही खत्म हो गया तो प्रभारी प्रबंधक बरदुला के पद पर किस हैसियत से कार्य कर रहे है? यह समझ से परे है? इस मामल में 20 अप्रैल 2023 को सेवा सहकारी समिति के प्राधिकृत अधिकारी हरीश चंद्रा ने प्रबंधक नरेन्द्र कुमार चंद्रा को लिखित मे आदेश जारी कर अवगत कराया है कि उपपंजीयक के आदेश के अनुसार आपको इस पद से पृथक किया जा रहा है। किन्तु इसके बाद भी प्रभारी प्रबंधक के रूप मे सेवा सहकारी समिति बरदुला मे आज भी नरेन्द्र कुमार चंद्रा किसके आदेश पर कार्यरत है?
बहरहाल अब देखना है कि सारंगढ़ विकासखंड़ के सेवा सहकारी समिति मे चल रही मनमानी और भर्राशाही के इस खेल मे दोषी पाये गये प्रबंधक नरेन्द्र कुमार चंद्रा पर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है?