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कर्नाटक चुनाव के बाद हवा में हैं कांग्रेसी- डॉ. दिनेश जांगडे

कर्नाटक चुनाव के बाद हवा में हैं कांग्रेसी- डॉ. दिनेश जांगडे

एमबीबीएस, एमडी शिशु रोग विशेषज्ञ, प्रदेश भाजपा विशेष आमंत्रित सदस्य एवं सह प्रभारी जगदलपुर अजा मोर्चा डॉ. दिनेश लाल जांगड़े ने आज प्रेस के माध्यम से कहा कि कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस को लगने लगा है कि 2024 के चुनावों में के 2004 का इतिहास दोहराया जा सकता है। उन्हे पुराने अपने 2004 पर ज्यादा भरोसा हाने लगा है। गौरतलब है कि 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा ने चुनाव लड़ा था, लेकिन शाइनिंग इंडिया का नारा वोटरों को लुभाने में नाकाम रहा। भाजपा 182 से 138 सीटों पर आ गई। कांग्रेस 118 से बढ़कर 145 सीटों तक जा पहुंची। वामदलों के 50 सांसदों की मदद से यूपीए ने गठबंधन सरकार बनाई लेकिन कांग्रेस का खुद का वोट शेयर
2004 में कितना था ? मात्र 26.53 प्रतिशत 2019 में कांग्रेस को 52 सीटें मिली थी और कांग्रेस के रणनीतिकार
जानते हैं कि 2024 में इसमें मामूली इजाफा ही किया जा सकता है। ऐसे में यूपीए को सरकार बनाने के लिए गठबंधन सहयोगियों की खासी मदद की जरूरत होगी। राहुल गांधी इस बात को समझते हैं कि सरकार बनाने के लिए उन्हें विपक्षी नेताओं को जगह देना होगी। जैसे कि ममता बनर्जी, जिनकी टीएमसी 2024 के चुनावों में दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के रूप में उभर सकती है। वैसी स्थिति में यूपीए-3 की सरकार टीएमसी के समर्थन बिना नहीं बन सकेगी, जैसे कि 2004 में सरकार वामदलों के समर्थन बिना नहीं बन सकती थी। लेकिन इसी बिंदु पर आकर 2004 और 2024 के बीच तुलनाएं समाप्त हो जाती है। अव्वल तो 2004 की तुलना में आज कांग्रेस बहुत कमजोर है। 2014 से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था, जब उसे लोकसभा चुनावों में सौ से कम सीटें मिली हो, लेकिन 2014 में वह 44 और 2019 में 52 सीटों पर सिमट गई थी। इससे पहले उसका न्यूनतम स्कोर 1999 में 114 सीटें था। दूसरे, नरेंद्र मोदी भी अटल बिहारी वाजपेयी नहीं है और 2024 की बीजेपी 2004 की बीजेपी नहीं है। उसने गठबंधन सहयोगियों को भले गंवा दिया हो, लेकिन 2019 में भाजपा ने अपना सर्वोच्च वोट शेयर (37.4 प्रतिशत ) हासिल किया था। इन आंकडों को यहां पर सिर्फ इसलिए दिया जा रहा है ताकि कांग्रेस के युवराज और उनके चमचों को जो धोखा हो रहा है उससे इनकी आंखे खुलेंगी और आईना दिखेगा। ट्रक में बैठकर सफर कर लेने मात्र से वोट नही मिल सकता राजीव गांधी का दौर नही रह गया जहां पर गरीब के घर खाना खाके चुनाव जीत जाओगे। यह दौर मोदी जी का दौर है जहां पर सिर्फ वादे नही होते, वादों के साथ ईरादे भी होते हैं और इरादों के दम पर सभी वादे पुरे भी होते हैं उक्त बातें बिलाईगढ़ भाजपा के नेता डॉ. दिनेश जांगडे के द्वारा प्रेस के माध्यम से कही गई।

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