
केरल में संघ के शाखाओं पर मंदिरो में रोक सर्वथा अनुचित- भारत भुषण जोल्हे
– पुर्व जनपद अघ्यक्ष, अधिवक्ता संघ के पुर्व अध्यक्ष एवं भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक, मिलनसार भाजपा नेता भारत भुषण जोल्हे ने आज प्रेस माध्यम से कहा कि केरल के मंदिरों में संघ के शाखाओं के रोक लगाए जाने की खबरें अखबारों के माध्यम से मिल रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार केरल के मंदिरों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा लगाना बैन कर दिया गया है। केरल में मंदिरों का मैनेजमेंट संभालने वाले त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने सभी 1248 मंदिरों को सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया कि मंदिरों में सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान और आयोजन ही कराए जाएं। किसी भी राजनीतिक गतिविधि या आरएसएस की शाखा की परमिशन नहीं दी जाए। इस प्रकार के रोक कहीं ना कहीं बडे षडयंत्र की ओर ईशारा करते हैं। भारतभुषण जोल्हे ने कहा कि केरल में आखिर चल क्या रहा है वह आज द केरल स्टोरी के माध्यम से पुरी दुनिया देख रही है। केरल के सच्चाई सामने आ जाने से वामपंथियों को अब कुछ सुझ नही रहा है। यही कारण है जिसकी वजह से केरल में इस प्रकार के नियमों को आमजनता पर लादा जा रहा है। वहां के वामपंथियों को पता है कि संघ ही एकमात्र ऐसी संस्था है जो भारतीयता की बात करती है और देशहित में अपनी जान पर भी खेल जाती है यही वजह है जिसके कारण संघ पर मंदिरों में प्रतिबंध का कुत्सिक प्रयास किया जा रहा है। शुरू से संध के विचारधारा से जुडे हुए पुर्व जनपद अध्यक्ष एवं अनुभवी भाजपा नेता भारतभुषण जोल्हे ने केरल में जारी हुए उक्त सर्कुलर का विरोध करते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की।