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लंबित अपराधो की पतासाजी एवं सायबर ठगी के मामले मे त्वरित कार्यवाही करें- एस.पी.राजेश कुकरेजा

लंबित अपराधो की पतासाजी एवं सायबर ठगी के मामले मे त्वरित कार्यवाही करें- एस.पी.राजेश कुकरेजा
सारंगढ़,
जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने 31 दिसंबर रात में होने वाले न्यू ईयर आयोजनों के मद्देनजर सुरक्षा तैयारियों के निर्देश दिए। साथ ही साथ लंबित अपराधों की पतासाजी करने, मौसम के हिसाब से चोरी एवं अन्य घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए गस्त करने कहा। साथ ही अन्य राज्यों से आने वाले फेरी वालों पर विशेष ध्यान देकर तस्दीक करने निर्देशित किए। इसके साथ ही साथ साईबर संबंधित लंबित अपराधों को जल्द जांच करने साइबर ठगी के मामलों में पीड़ितों की राशि को जल्द से जल्द होल्ड वापस करने सोशल वीडियो पर आपराधिक तत्वों पर नजर रखने, बच्चों एवं महिलाओं से संबंधित मामलों में त्वरित कार्यवाही करने को निर्देशित किए हैं।
साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से एसपी राजेश कुकरेजा ने कहा कि साईबर टीम द्वारा साईबर अपराधों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से साईबर ठगी से सुरक्षा साईबर अपराधों के प्रकार एवं साईबर अपराध से बचने तरीकों के बारे में जानकारी दी। जिसमें अनजान नंबरो से आने वाले वीडियो कॉल रिसीव नहीं करने, एटीएम कार्ड में लिखी जानकारी किसी से साझा ना करने, लोन देने वाले मोबाइल ऐप और रिमोट एप जैसे एनीडेस्क टीमविवर इत्यादि ईस्टॉल नहीं करने, बैंक खाते से संबंधित जानकारी साझा नहीं करने संबंधी जानकारी बच्चों को भी दें। जिससे साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और पीड़ित पक्षों को तत्काल सहायता मिलेगी। पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने कहा कि पुलिस मुख्यालय रायपुर से प्राप्त निर्देशनुसार लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध किए जा रहे कार्यों को अवसर प्रदान करने एवं पारदर्शिता लाने के देसी उद्देश्य से इस अभियान के तहत अभिव्यक्ति ऐप की जानकारी एवं ऐप डाउनलोड कराया जाए। साथ ही सुरक्षा के लिए पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, 112 नंबर नोट कराया जाए। साथ ही साथ अपराध से संबंधित कार्य जैसे साइबर क्राइम, पास्को एक्ट, महिला एवं बच्चों के द्वारा मोबाइल उपयोग करते समय व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, फर्जी आईडी आदि के संबंध में जानकारी देवें, तथा अपनी सुरक्षा कैसे करनी है इसका सुझाव देवें। बच्चों पर हो रहे अत्याचार जैसे बाल विवाह, बाल श्रम आदि पर रोक लगाने हेतु पहला करें। पीड़ित महिला एवं बच्चों के रहने एवं न्यायालय प्रकरणों के द्वारा अपने न्याय हेतु लड़ाई लड़ने के लिए निशुल्क सेवा प्रदान करने में सहयोग करें परिवारिक विवादों का काउंसलिंग के माध्यम से थाना एवं कोर्ट के बीना हस्तक्षेप के निपटारा करवाए जाए। महिलाओं के उत्थान हेतु किए जाने वाले शासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी आमजन को दिया गए।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने कहा कि परिवारिक हिंसा रोकने परिजन मदद कर सकते हैं। ऐसा होने पर संबंधित व्यक्ति को रोके अगर वह नहीं मानता है तो स्थानीय प्रशासन ने उनकी शिकायत करें । पीड़ित महिला बुजुर्ग या बच्चे को सहारा दे, उसको अपमानित करने वाले लोगों से दूर रखें। जग हंसाई से ना डरे, अधिक मामलों में लोगों को पता होता है कि उनके साथ हिंसा हो रही है लेकिन वह दूसरों से शेयर नहीं करते हैं। उन्हें लगता है कि परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा दांव पर लगेगी, लेकिन जरा सोचिए कि – अगर आप नहीं बोलेंगे तो यह स्थिति और बिगड़ेगी। आपको काफी सहन करने के बाद एक समय तो बोलना ही पड़ेगा नहीं तो हिंसा रुकेगी नहीं ऐसे में शुरुआत होते ही इसको रोकने की पहल करें। अक्सर देखा जाता है कि कई बार सामाजिक रूप से दबाव डलवाने पर भी पारिवारिक हिंसा रुक जाती है। इसीलिए जब भी लगे कि कोई प्रताड़ित कर रहा है तो अपने आसपास के लोगों को बताएं। जैसे किसी बुजुर्गों के साथ हो रहा है तो पड़ोसियों अपनी उम्र के लोगों को साझा करें इसी तरह महिलाओं के साथ हो रहा है तो अपने मायके या सहेलियों से साझा करें। इससे मामलों में कमी देखी गई है।
अंत में पुलिस कप्तान राजेश कुकरेजा ने मुख्य रूप से लंबित अपराधों, चालान, महिला एवं बच्चों संबंधि अपराध, लंबित शिकायतों का निराकरण एवं पीड़ित क्षतिपूर्ति के संबंध में निर्देश दिए। लंबित अपराध एवं चालान का विशेष अभियान चलाकर निराकरण करें। पुलिस मुख्यालय के निर्देश अनुसार गुम बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु मुस्कान अभियान के तहत गुम बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु जिन प्रकरणों में टीम भेजने की आवश्यकता है, उन प्रकरणों में थाना स्तर की संयुक्त टीम बनाकर भेजी जावे और अधिक से अधिक दस्तयाब की जावे। वर्ष 2022 के पूर्ण के सभी मार्ग प्रकरणों का शीर्घ निराकरण करने हेतु निर्देशित किए साइबर संबंधि प्रकरणों में आवेदकों के आवेदन पर थाना स्तर पर विधिवत कार्यवाही करें। अग्रीम कार्यवाही हेतु पुलिस कार्यालय भेजी जावे। असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाने हेतु प्रतिबंधात्मक कार्यवाही अधिक से अधिक हो। सभी थाना, चौकी प्रभारी समंस वारंट की तामिली में विशेष ध्यान देवें। अवैध गांजा, शराब बिक्री करने वालों को, सट्टा, जुआ कार्य वाही करने एवं अंकुश लगाने के लिए निर्देशित किए‌। शहरी क्षेत्र के आउटर कॉलोनियों में पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। सभी शिकायतों का विशेष अभियान चलाकर सप्ताह, भर के भीतर निराकरण किया जाए।

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