सारंगढ़,
छ.ग. सहकारी सोसायटी नियम 1962 के नियम 43-ख के उप नियम 4 (1) के प्रावधान अनुसार गठित कमेटी द्वारा दिनांक 21.11.2022 को प्राथमिक सेवा / आ.जा. कृषि साख सहकारी समिति मर्या. विकास खण्ड सांरगढ तथा बरमकेला जिला सांरगढ़-बिलाईगढ़ (छ.ग.) के बोर्ड की शक्तिओं का प्रयोग करने के लिए अशासकीय सदस्यो की नियुक्ति विभिन्न धान खरीदी केन्द्रो के प्राथमिक सहकारी समितियो मे शासन के द्वारा किया गया है। इसमें सारंगढ़ के 22 सोसायटी तथा बरमकेला के 16 सोसायटी मे अशासकीय सदस्यो की नियुक्ति किया गया है जो प्राथमिक सहकारी समिति में अध्यक्ष के तौर पर कामकाम को सुचारू रूप से संचालित करेगें। बताया जा रहा है कि नियुक्त किया गया अशासकीय व्यक्ति बोर्ड के समस्त शक्तियो का प्रयोग कर सकते है इस कारण से इस पद को पावरफुल माना जा रहा था और इसके लिये जोर-अजमाईश भी काफी लगाया गया है।
सारंगढ़ विकासखंड़ के 22 सोसायटी मे जिनको बतौर अशासकीय सदस्य नियुक्ति किया गया है उसमें दानसरा में भगत मालाकार, गाताडीह में छतराम निराला,मल्दा ब में देवेन्द्र नायक, कोसीर छोटे में गोरा पटेल, नौरंगपुर में रामनारायण पटेल, अमझर में श्याम पटेल, छिंद में प्रकाश साहू, सहसपुर में प्रमोद मिश्रा, सालर में निराकार पटेल, कनकबीरा में गिरजा पटेल, गुड़ेली में राजेश बसंत, कटेली में बोधराम साहू, परसदा बडे में कौशल पटेल, कोसीर में विष्णुनारायण चंद्रा, बरदुला में रामनारायण चंद्रा, जशपुर में छेदूराम साहू, उलखर में हरीश चंद्रा, कोतरी में कन्हैया गिरी गोस्वामी, हरदी में लक्ष्मी वर्मा, भेड़वन में रविन्द्र पटेल, खैरा बड़े में प्रणय सिंह वारे, कपरतुंगा में भगतराम नेताम को अशासकीय सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है। वही बरमकेला विकासखंड़ में 16 सोसायटी में अशासकीय सदस्यो की नियुक्ति किया गया है जिसमें लोधिया में हीरालाल नायक, लुकापारा में धनसाय प्रधान, पंचधार में उपेन्द्र पात्रे, बार में दीनानाथ नायक, बरमकेला में भरत नायक,साल्हेओना में भुवन विजय मालाकार, बोंदा में नरेश साहू, बड़े नावापारा में ताराचंद पटेल, कंठीपाली में घनश्याम ईजारदार,दुलोपाली में श्रीमंत भोई, करनपाली में गोपीनाथ नायक, कालाखूंटा में रामप्रसाद पटेल, तौसीर में हरिशंकर नायक, कुम्हारी में विजय कुमार पटेल,देवंगाव में ललित नायक, गोबरसिंघा में धोबीलाल पटेल को अशासकीय सदस्य नियुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि प्राथमिक सहकारी समितियो का कार्यकाल खत्म होने के बाद अशासकीय सदस्य के रूप मे व्यक्तियो का चयन कर राज्य शासन बतौर अध्यक्ष के रूप मे इनको अधिकार सौप रही है। बोर्ड के प्रबंधकारणी को मिलने वाला समस्त शक्तिया इनको प्रदान किया गया है। जिसके कारण से इस पद पर नियुक्ति के लिये जोर-अजमाईश भी खूब चला है।
———————————————————