जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

प्रज्ञा संगीत महाविद्यालय सरसीवां का भव्य शुभारंभ, शास्त्रीय गायन, तबला और कत्थक नृत्य में बच्चों को मिलेगा सुनहरा मंच

प्रज्ञा संगीत महाविद्यालय सरसीवां का भव्य शुभारंभ, शास्त्रीय गायन, तबला और कत्थक नृत्य में बच्चों को मिलेगा सुनहरा मंच

प्रज्ञा संगीत महाविद्यालय सरसीवां का भव्य शुभारंभ, शास्त्रीय गायन, तबला और कत्थक नृत्य में बच्चों को मिलेगा सुनहरा मंच

 

सरसीवां क्षेत्र के लिए यह दिन सांस्कृतिक दृष्टि से ऐतिहासिक बन गया जब दिनांक 09 जून 2024 को प्रज्ञा संगीत महाविद्यालय का विधिवत शुभारंभ उत्साह और उमंग के साथ संपन्न हुआ। इस महाविद्यालय में शास्त्रीय गायन, तबला वादन एवं कत्थक नृत्य की कक्षाएं नियमित रूप से संचालित की जाएंगी, जिससे क्षेत्रीय प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच और मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

इस महाविद्यालय की स्थापना पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं साहू समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री रामकृष्ण साहू जी के सुपुत्र श्री अनिल साहू (संचालक, भवानी ऑटो पार्ट्स, सरसीवां) एवं उनकी बहू श्रीमती शिवकुमारी (शिवा) साहू (वर्तमान जिला पंचायत सदस्य, सारंगढ़-बिलाईगढ़) के संयुक्त प्रयासों से की गई है। यह संस्थान हसौद संगीत महाविद्यालय के निर्देशन में संचालित होगा तथा इंदिरा गांधी संगीत एवं कला विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से संबद्ध रहेगा।

संगीत से जुड़ा है सपना – शिवा अनिल साहू

कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए शिवा साहू ने कहा –
“हमारा सपना रहा है कि हमारे क्षेत्र के बच्चे भी संगीत जैसे सांस्कृतिक क्षेत्र में आगे आएं। उन्हें एक सही ट्रैक और मंच मिले, जिससे वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें। बचपन से ही मुझे गीत-संगीत में गहरी रुचि थी, परंतु उस समय उचित मार्गदर्शन और अवसर के अभाव में मैं अपनी उस रुचि को आगे नहीं बढ़ा सकी। आज मैं नहीं चाहती कि किसी भी बच्चे को अपनी कला और अभिरुचि को लेकर पीछे हटना पड़े। हमारा प्रयास है कि हर बच्चे को मार्गदर्शन और मंच मिले ताकि वह आत्मविश्वास और संस्कार के साथ आगे बढ़ सके। यही इस महाविद्यालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है।”

 

इस शुभ अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय पांडे, पूर्व विधायक डॉ. सनम जांगड़े, मंडल अध्यक्ष श्याम साहू, पूर्व मंडल अध्यक्ष रामकृष्ण साहू, वरिष्ठ भाजपा नेता भुवन मिश्रा, दुर्गा प्रसाद ठाकुर, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष सोनू छाबड़ा, पूर्व मंडल अध्यक्ष मनोहर सुरजाल, भाजपा नेता मनोज मिश्रा, भाजपा युवा नेता मयंक अग्रवाल एवं शिव किशोर साहू सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, माताएं-बहनें और क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

“संगीत आत्मिक शांति का मार्ग” – संजय पांडे

जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पांडे ने अपने आशीर्वचन में कहा –
“वर्तमान समय में मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति के लिए संगीत से जुड़ना अत्यंत आवश्यक है। भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की नींव शास्त्रीय संगीत में है। ऐसे समय में जब समाज पाश्चात्य प्रभावों से जूझ रहा है, तब प्रज्ञा संगीत महाविद्यालय जैसी संस्थाएं युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करेंगी। यह एक सराहनीय और दूरदर्शी पहल है।”

“संगीत समाज में संवेदना और संस्कार भरता है” – डॉ. सनम जांगड़े

पूर्व विधायक डॉ. सनम जांगड़े ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा –
“शास्त्रीय संगीत केवल एक कला नहीं, बल्कि समाज में संवेदना, अनुशासन और संस्कार भरने का माध्यम है। ग्रामीण अंचल में इस प्रकार की पहल निश्चित ही सांस्कृतिक जागरूकता और प्रतिभा विकास की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है। मैं आयोजकों को इस सराहनीय कार्य के लिए शुभकामनाएं देता हूँ।”

कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत भावपूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह का समापन आयोजकों द्वारा आभार प्रदर्शन के साथ हुआ।

 

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