जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

सारंगढ़ : नेशनल हाईवे-153 रायगढ़ रोड़ और सरायपाली रोड़ आखिर कब तक बनेगा?

सारंगढ़ : नेशनल हाईवे-153 रायगढ़ रोड़ और सरायपाली रोड़ आखिर कब तक बनेगा?

सारंगढ़ : नेशनल हाईवे-153 रायगढ़ रोड़ और सरायपाली रोड़ आखिर कब तक बनेगा?

अधिकारियो और ठेकेदारो के कारण से सारंगढ़ अंचल रोड़ के नाम से बदनाम,
डबल इंजन की सरकार मे भी सारंगढ़ में रोड़ बद से बदत्तर?

सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
रायगढ से सारंगढ़ और सारंगढ़ से सरायपाली तक की 90 किलोमीटर लंबी सडक के लिये करोड़ो रूपये की स्वीकृति होने के बाद भी आज 9 साल बाद भी यह रोड़ पचास फीसदी नही बन पाई है। नेशनल हाईवे 153 में आने वाला यह रोड़ अधिकारियो और ठेकेदारो के बीच आपसी मधुर संबंध के कारण से आज तक बन नही पाया है। आखिर यह रोड़ कब बनेगा? डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी इस रोड़ को लेकर कोई खुशनुमा संकेत नही दिख रहा है।

रायगढ़ से सरायपाली एनएच प्रोजेक्ट संभवत: प्रदेश का सबसे लंबे समय तक चलने वाला
रोड प्रोजेक्ट होगा। करीब नौ साल बीतने के बाद भी रोड अधूरी ही है। बैलेंस वर्क को पूरा करने के लिए सडक़, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वर्ष 24-25 के लिए वार्षिक अनुमोदित कार्यसूची में रायगढ़ के भी कामों को जोड़ा है। रायगढ़ से दानसरा के बीच सीसी रोड कई जगहों पर टूट चुका है, तो कहीं गहरी दरारें पड़ चुकी हैं। शोल्डर वर्क भी अधूरा है। डिवाइडर का काम भी बाकी है। इसलिए रायगढ़ से दानसरा के बीच 45 किमी रोड के लिए 163 करोड़ की मंजूरी दी है। इसके अलावा चंद्रपुर बायपास को अलग कार्य के हिसाब से मंजूरी दी गई है। 6 किमी रोड, जिसमें चंद्रपुर महानदी में नया पुल भी शामिल है। इसके लिए 98 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। किन्तु टेंडर होने के बाद भी इस 87 किमी रोड के पूरा होने की कोई राह नजर नहीं आ रही है।

जनवरी 2015 में एरा इंफ्रा इंजीनियरिंग को 328 करोड़ में इसका ठेका मिला था। अधूरे काम को तीन हिस्सों में बांटकर टेंडर किया गया है। गोमर्डा अभ्यारण्य से सरायपाली तक करीब 33 किमी रोड का टेंडर हो चुका है। 87 करोड़ की तकनीकी स्वीकृति मिली थी, जिसे रायगढ़ के ठेकेदार सुभाष अग्रवाल ने 34 प्रश बिलो में लिया है। 33 किमी रोड को 57 करोड़ में पूरा कर पाना बेहद मुश्किल है। रायगढ़ से दानसरा से आगे तक रोड का बचा हुआ काम पूरा करने के लिए 162 करोड़ का इस्टीमेट है। लेकिन रोड को पूरी तरह उखाडक़र बनाने में राशि कम पड़ जाएगी। पुल वाले हिस्से में दोनों तरफ की सडक़ को मिलाकर करीब सात किमी का हिस्सा है। इसके लिए 97 करोड़ का इस्टीमेट है। दोनों ही टेंडर फाइनल नहीं हो सके हैं। वही सारंगढ़ शहर के भीतर 13 किलोमीटर के लिये 28 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्राप्त हुई थी जिसको ठेकेदार सुभाष अग्रवाल के द्वारा 34 प्रतिशत बिलोव में लिया गया है। इसका निमार्ण भी धीमी गति से चल रहा है। इस गर्मी मे इस रोड़ का पूरा हो पाना मुश्किल दिख रहा है।

मुख्यमंत्री की नारजगी के बाद उम्मीद जगी?

गत दिनो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सारंगढ़ के कनकबीरा आगमन हुआ था और सड़क मार्ग से रायगढ़ जाना हुआ जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस रोड़ को लेकर एनएच के अधिकारियो की खिंचाई किया था। समीक्षा बैठक में भी इस नेशनल हाईवे रोड़ की चर्चा दिल्ली मे होने संबंधी तंज कसने से अधिकारियो मे हड़कंप मचा हुआ है। इस रोड़ से रायगढ़ तक का सफर करने के बाद उम्मीद जगी है कि प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार के द्वारा अब इस रोड़ का जीर्णोद्वार किया जायेगा। किन्तु राशी की स्वीकृति के बाद बिलोव दर मे ठेका लेने वाले ठेकेदारो के कारण से रायगढ़-सारंगढ़-सरायपाली रोड़ मे काम पूर्ण नही हो पा रहा है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button