
तूफानी हवा और बरसाती झड़ी से सारंगढ़ अंचल में 8 घंटे “ब्लैक आऊट”
शहर मे नाली का मलबा आया सड़क पर,
दर्जनो पेड़ गिरने से कई रोड़ हुए बंद,
टिन के शेड़ हवा में उड़े, कच्चे मकानो को नुकसान,
पेयजल व्यवस्था चरमराई, मच्छरो से शहरवासी परेशान,
शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक बिजली बंद से जन-जीवन प्रभावित,
कई स्थान पर तार टूटे, पेड़ की डगाल टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ अंचल में शनिवार को तूफानी हवाओ औश्र मूसलाधार बारिश ने जन-जीवन ठप्प कर दिया। लगभग दो घंटे की मूसलाधार रूपी बारिश के बाद 8 घंटे तक बिजली बंद रहने से नये जिले से ब्लैक आऊट की स्थिति बन गई जिससे रहवासी परेशान हो गये। आधी रात को ही जिला मुख्यालय की बिजली व्यवस्था बहाल हो पाई। वही सारंगढ़ शहर सहित कई गांवो में पेड़ गिरने तथा टिन के शेड़ उड़ने सहित कच्चे मकानो को नुकसान पहुंचने की खबरे आ रही है। लगभग 60-70 कि.मी.प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा से लोग हैरान दिखे। इस ब्लैक आऊट के कारण से शहर और गांवो मे पानी की समस्या से लोगो को दो-चार होना पड़ेगा।
दिन की गर्मी को चीरकर शाम को हवा का रूख तूफानी होना शुरू हुआ किन्तु अंदेशा नही था कि तूफानी हवा और मानसूनी बरसात के डबल डोज यहा पर कहर बरपा देगा। बिलाईगढ़ और सरसीवा अंचल मे शाम लगभग 4 बजे से ही हवाओ के रफ्तार ने अपना रंग दिखाना शुरू किया जो कि शाम 5 बजे तक सारंगढ़ और बरमकेला अंचल को अपना गिरफ्त में कर लिया। देर शाम तक तूफानी हवाओ ने लोगो को परेशान किया। मूसलाधार बारिश और तूफानी हवाओ के डबल डोज से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला काफी प्रभावित रहा और देर शाम तक सौ से अधिक पेड़ो के गिरने से कई रोड़ बाधित होने की खबरे आ रही थी। मूसलाधार बारिश के कारण से आवागमन लगभग बंद पड़े होने से गिरने वाले पेड़ो से कोई जनहानि नही हुई किन्तु बिजली के तारो पर कई पेड़ गिरने से बिजली व्यवस्था चरमरा गई। ग्रामीण क्षेत्रो में आधी रात तक बिजली व्यवस्थ ठप्प रही वही सारंगढ़ जिला मुख्यालय में देर रात को बिजली व्यवस्था बहाल हो गई किन्तु तकनिकी समस्या लगातार जारी थी और बिजली आपूर्ति बार-बार ट्रिप कर जा रही थी।
अंचल में 8 घंटे “ब्लैक आऊट”
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में तूफानी हवा और मानसूनी बारिश ने जितना परेशान नही किया है उससे ज्यादा चरमराई बिजली व्यवस्था ने लोगो को परेशान कर दिया। हवा और बारिश तो शाम 6 बजे थम गये लेकिन उसके बाद ब्लैक आऊट का ताड़ंव से अंचलवासी परेशान हो गये। घरो के इन्वरटर देर शाम तक जवाब दे दिये तो मोबाईल की बैटरी खत्म होने से युवाओ मे बैचेनी देखी गई। वही ठंडी हवाओ से जरूर राहत मिला किन्तु मच्छरो के प्रकोप से घरो से बाहर निकलना दुभर हो गया था। “ब्लैक आऊट” होने से जहा पूरा शहर का जन-जीवन ठप्प हो गया वही पेयजल की समस्या सर पर आ खड़ी हुई। शहर के अधिकांश वार्डो में बोर से पानी की आपूर्ति होती थी किन्तु ब्लैक आऊट ने पानी की आपूर्ति ठप्प कर दिया। जिससे पानी की समस्या खड़ी हो गई। वही दुकानो और घरो मे इर्न्वटर ने जवाब दे दिया जिससे वापस मोमबत्ती की बिक्री शुरू हो गई। अंधेरे मे घरो मे खाना बनाने गृहणियो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि आईस्क्रीम दुकानदार ब्लैक आऊट से अपने आईस्कीम को पिघलने से बचाने के लिये जद्दोजहद करते दिखे। बिजली पर निर्भर छोटे दुकानदारो ने शाम को ही धंधा-पानी समेट दिया। वही नगर में आये कामगारो को अपने गांव जाने मे दिक्कत का सामना करना पड़ा। छोटे गुमटियो और ठेले का व्यापार प्रभावित हो गया तथा शाम को ही जिला मुख्यालय सुनसान हो गया।
मच्छरो के आतंक से पब्लिक परेशान?
सारंगढ़ शहर में ब्लैक आऊट होने से पब्लिक ठंड़ी हवाओ का आनंद लेने के लिये घरो से बाहर निकल कर दरवाजो पर बैठे दिखे किन्तु मच्छरो के आतंक से पूरा शहर परेशान दिखा। अर्से से नाली की सफाई नही होने तथ डीडीटी पाऊडर समेत रसायनिक दवाओ के छिड़काव नही होने से मच्छरो का आतंक सरचढ़कर बोल रहा है। मच्छरो के कारण से लोग काफी परेशान दिखे। ब्लैक आऊट होने के कारण से पंखा की सुविधा ने मच्छरो के आतंक से बचा दिया था किन्तु आज रात को जब सब सिस्टम ठप्प था तब मच्छरो ने जमकर आतंक मचाया। शहर के कोई भी वार्ड ऐसा नही था जहा पर मच्छरो से लोग परेशान नही हुए है। मच्छर अगरबत्ती और हिट स्प्रे करके मच्छरो के आतंक से बचते हुए शहरवासी लाईट आने का इंतजार कर रहा था। नगर पालिका के लापरवाही के कारण से पूरा शहर ब्लैक आऊट में ठंडी हवाओ में मच्छरो के प्रकोप से परेशान दिखे। सारंगढ़ नगर पालिका क्षेत्र के अधिकांश वार्ड मे नालियो का मलबा सड़क पर आ गया और बदबू से पूरा शहर परेशान हो गया।
बोर पर आश्रित गांव और शहर चिंतित
सारंगढ़ अंचल में कई वार्डो में शाम की पानी आपूर्ति में बोर का बड़ा रोल रहता है। यहा पर पानी आपूर्ति में बोर चलने से राहत मिलती है ऐसे मे ब्लैक आऊट से बोर बंद पड़े थे और पानी के लिये पब्लिक परेशान दिख रही थी। वही गांवो में जहा पर पानी आपूर्ति पूर्ण रूप से बोर पर आश्रित था वहा पर भी पानी की समस्या से लोगो को परेशान होना पड़ा। ब्लैक आऊट के कारण से शहर को पानी आपूर्ति करने वाला पानी की टंकी सुबह तक भर नही पायेगी जिसके कारण से शहर को वापस व्यवस्थित होने मे अभी एक-दो दिन लग जायेगा। ब्लैक आऊट के कारण से शहर और गांव पानी की समस्या से ग्रसित दिखे।
तूफानी हवाओ और मूसलाधार बारिश से जन-जीवन ठप्प
सारंगढ़, सरिया, बरमकेला, सरसीवां, भटगांव, बिलाईगढ़ और पवनी में शहर भीतर कई स्थान पर पेड़ो के गिरने के खबरे आ रही है वही ग्रामीण अंचल मे भी सौ से अधिक पेड़ जमीदोंज हो गये है इसके कारण से यातायात प्रभावित हो गया था। बारिश होने के कारण से पेड़ो को उसके स्थान से हटाया भी नही जा पा रहा था। बारिश बंद होने के बाद पेड़ो को हटाकर यातायात को सुचारू बनाया गया। वही व्यापक संख्या में टिन के शेड़ उड़ने और कच्ची मकानो को नुकसान पहुंचने की खबरे आ रही है। इससे बिजली आपूर्ति वाली तार भी तहस-नहस हो गया है। तूफानी हवाओ से लोग हैरान दिखे। सामान्यत: सारंगढ़ अंचल में ऐसा तूफानी हवा और मूसलाधार बारिश को डबल डोज नही दिखता है किन्तु आज शाम को हुई इस अंधड़-बारिश से पूरा जन-जीवन बाधित दिखा।