जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

एक तरफ डॉ. दिनेश हो रहे ओछी राजनीति के शिकार तो वहीं दुसरी तरफ पुर्व मुख्यमंत्री के निवास पहुच रहे भाजपा के डीडीसी 

एक तरफ डॉ. दिनेश हो रहे ओछी राजनीति के शिकार तो वहीं दुसरी तरफ पुर्व मुख्यमंत्री के निवास पहुच रहे भाजपा के डीडीसी 

एक तरफ डॉ. दिनेश हो रहे ओछी राजनीति के शिकार तो वहीं दुसरी तरफ पुर्व मुख्यमंत्री के निवास पहुच रहे भाजपा के डीडीसी 

बिलाईगढ़ संवाददाता राजकुमार सोनी की विशेष रिपोर्ट

सारंगढ़ टाईम्स/बिलाईगढ़
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में अभी-अभी नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं चुनाव में सरसींवा, भटगांव में भाजा को जीत मिली और जिला पंचायत में भी भाजपा को खासी बढ़त मिली लेकिन बिलाईगढ़ की राजनीति कुछ और ही बयां कर रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में संजय भूषण पांडे अपनी राजनितिक पहुंच से जिला अध्यक्ष के पद पर काबिज होने में सफल हो गए हैं लेकिन सभी को साथ लेकर चलने में अभी भी उनको समय लग सकता है। यह बीजेपी पार्टी है यहां पर छोटे बड़ों का सम्मान समान रूप से किया जाता है लेकिन जिस प्रकार से भाजपा में प्रचण्ड मतों से जीतकर आए हुए सदस्यों को मान सम्मान न देकर कांग्रेसी विचारधारा रखने वाले सदस्यों को जिला पंचायत के प्रमुख विभागों के सभापति नियुक्त कर दिए गए तथा भाजपा के प्रति अपना तन मन धन से बिना कोई स्वार्थ के काम करने वालों को सिर्फ एक सदस्य के रूप में बैठा दिए हैं, यही राजनीति एक दिन सारंगढ़ बिलाईगढ़ में भाजपा की नैया डूबा सकती है आज सुशीला मारुति साहू जो कि कांग्रेस का हाथ पकड़ कर चुनाव जीती है सत्ता के लालच में भाजपा से हाथ मिलाया तथा वह स्वास्थ्य विभाग की सभापति बना दिए गए वही हाल भगवन्तीन कुंजराम पटेल का है जो कि चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के मुख्या माननीय भूपेश बघेल जी को धन्यवाद देने गए तथा बड़ी बेशर्मी से हाथ मिलाकर पुष्प गुच्छ देकर धन्यवाद कहे, जिन्हें भाजपा ने संचार व संकर्म सभापति बना दिए वहीं डॉक्टर दिनेश लाल जांगड़े जो की विशाल जनमत से अपने लोकप्रियता से बहुजन समाज पार्टी वाली क्षेत्र से अपनी लोकप्रियता के कारण लगभग 14000 वोटो से जीतकर आये हैं।

सरल स्वभाव के धनी डॉ दिनेश को अपनी राजनीतिक द्वेश के कारण कोई भी विभाग का दायित्व नहीं दिया गया अगर भाजपा की यही स्थिति रही तो आगामी विधानसभा व नगरीय निकाय हो या पंचायत चुनाव हो। सभी में हार का गंभीर परिणाम देखने को मिल सकता है। बिलाईगढ़ विधानसभा सतनामी समाज का बहुमूलता का आधार है लेकिन कुछ बड़े नेता भाजपा से जुड़े सतनामी समाज से प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को षड्यंत्र पूर्वक दरकिनार करने की कोशिश करते जा रहे हैं। अगर यही रवैया रहा तो विधानसभा में भाजपा का विधायक बनना मुश्किल है। वहीं डॉक्टर साहब को कोई भी विभाग न मिलने से क्षेत्रवासियों में नाराजगी और उनके क्षेत्र क्रमांक 13 की जनता में तथा सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बिलाईगढ़ विधानसभा की जनता में अत्यधिक रोष देखने को मिल रहा है, वक्त आने पर जनता इसका जवाब देगी क्योंकि अभी-अभी विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं जिसमें डॉक्टर साहब की साहसिक कुशल रणनीति से चुनावी रण के कारण भारतीय जनता पार्टी को एक सम्मानजनक स्थिति में लाने में सफल रहे तथा विधानसभा की जनता में कहीं ना कहीं यह मलाल रह गया है कि हमारे से भूल हो गई है जिसे हम अपने आने वाले विधानसभा चुनाव में भूल नहीं होने देंगे।

सारंगढ़ टाईम्स टीम ने इस विषय पर की पड़ताल

पुर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल से मुलाकात वाले फोटो वायरल होने के बाद मामले ने तुल पकड़ना शुरू कर दिया जिसके बाद इस मामले को लेकर सारंगढ़ टाईम्स की टीम ने भाजपा नेता डॉक्टर दिनेश लाल जांगडे और भगवंतीन कुंजराम पटेल से मोबाईल द्वारा चर्चा की जिस पर उन्होने अपनी प्रतिक्रिया भी दी। गौर करने योग्य बात है कि एक तरफ डॉ. दिनेश लाल जांगडे जिला पंचायत के चुनाव में सर्वाधिक वोटों से जीत दर्ज करने वाले भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी रहे हैं जिन्हे जिला पंचायत में किसी भी विभाग से सभापति नही बनाया गया है और उनको किनारा लगा दिया गया है तो वहीं दुसरी तरफ कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज करने वाली श्रीमती सुशीला मारूती साहु है जिसने जिला पंचायत चुनाव के बाद कांग्रेस को अलविदा कह दिया। विशेष बात यह भी है कि भाजपा के पास पहले से ही बहुमत का तगड़ा आंकड़ा था, पार्टी को बाहर से किसी का समर्थन लेने की भी आवश्यकता नही थी। श्रीमती सुशीला मारूति साहु को कांग्रेस के आये हुए 1 माह भी नही हुए थे कि उनको पार्टी ने सभापति बना दिया जिसके बाद भाजपा के अधिकृत तौर पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज करने वाले भाजपाई जिला पंचायत सदस्य स्वयं को ठगा सा महसुस कर रहे हैं।

मेरे रिश्तेदार की पोस्टिंग है जिसके कारण वहां जाना हुआ- कुंजराम पटेल

पुर्व मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल के साथ वायरल तस्वीर के मामले में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती भगवंतीन पटेल के प्रतिनिधि कंुजराम पटेल से जब मोबाईल पर चर्चा हुई तो उन्होने बताया कि मेरे रिश्तेदार की पोस्टिंग पीएसओ के तौर पर रायपुर में पुर्व मुख्यमंत्री के यहां है जिसके कारण मेरा वहां जाना हुआ था। ईत्तेफाक से पुर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जी की उपस्थिति थी जिसके बाद उनसे सौजन्य मुलाकात करना हुआ। वायरल हुआ फोटो जिला पंचायत चुनाव के तुरंत बाद का है। उक्त बातें कुंजराम पटेल ने मोबाईल द्वारा कही।

स्पष्ट बहुमत के बाद भी कांग्रेसी को महत्तव मिलना दुर्भाग्यजनक – डॉ. दिनेश लाल

जिला पंचायत चुनाव में सर्वाधिक वोटो से विराट जीत करने वाले लोकप्रिय भाजपा नेता डॉ. दिनेश लाल जांगडे से भी सारंगढ़ टाईम्स की टीम ने मोबाईल पर चर्चा की जिस पर उन्होने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। डॉ. दिनेश लाल ने कहा कि जिला पंचायत चुनाव में भाजपा का स्पष्ट बहुमत रहा है। अध्यक्ष पद के लिए जो संख्याबल चाहिए था वो पहले से था। अध्यक्ष का चुनाव भी निर्विरोध हुआ है। ऐसे में जो पार्टी की प्राथमिक सदस्य नही है, कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर आयी है, भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को हरवाकर जीत दर्ज की है सिर्फ सत्ता का लाभ लेने के लिए भाजपा का गमछा पहन ली है और उसे सभापति बना दिया जाता है। ऐसे में संगठन स्तर में इन बातों को ध्यान में रखने की आवश्यकता है। कार्यकर्ताओं में ऐसी घटनाओं के कारण निराशा छा जाती है। पार्टी का जो आदेश रहा है वो हम लोगो ने स्वीकार किया है लेकिन जिस प्रकार से जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है वह बेहद निंदनीय है।

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