सालर में साढ़े सात लाख में बनी नया तालाब हुआ अतिक्रमण का शिकार
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम सालर में जल संरक्षण के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण
रोजगार गारंटी योजना के तहत साढ़े सात लाख रूपये के लागत से बने नया तालाब को अवैध अतिक्रमण कर पाटने
का मामला सामने आया है जिस पर स्थानीय ग्रामीण ग्राम पंचायत सालर के सरपंच सचिव द्वारा एक निजी हाथ में
नया तालाब को लाखों रूपये में बेचकर नया तालाब को अतिक्रमण करने की खुली छूट देने का आरोप लगा रहे हैं वहीं इसकी शिकायत होने पर तहसीलदार सारंगढ़ द्वारा मौके जांच कर अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश दिया गया था लेकिन कुछ दिन बाद फिर से तालाब के शेष हिस्सों को पाटने का कार्य शुरू हो गया है।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के जनपद पंचायत सारंगढ़ के ग्राम पंचायत सालर में 7 फरवरी 2022 को रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत नया तालाब खुदाई के लिए 7 लाख 52300 रूपये शासन से स्वीकृति मिली जिसका कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत सालर को नियुक्त किया गया उक्त निर्माण कार्य को पूर्ण कर नया तालाब का निर्माण किया गया लेकिन यह तालाब अब पूरी तरह से पटकर गायब हो चुका है जिस पर ग्राम पंचायत के जन प्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं मिली जानकारी के अनुसार तालाब के पीछे कृषि भूमि को बिना मद परिवर्तन के व्यावसायिक उपयोग के लिए एक कोचिंग संस्थान के संचालक द्वारा भवन निर्माण कराया जा रहा है
जिसके रास्ते के लिए शासकीय मद से निर्मित नया तालाब को पाट दिया गया लेकिन ग्राम पंचायत के सचिव – सरपंच द्वारा अब तक इसकी लिखित सूचना अधिकारियों को नही दिया है जिसकी वजह से ग्रामीण पंचायत प्रतिनिधियों पर कोचिंग संस्थान संचालक के साथ साठगांठ कर शासकीय तालाब को निजी हाथ में बेचने का आरोप लगा रहे हैं। बहरहाल जल संरक्षण के लिए 2022 में तैयार हुआ नया तालाब अतिक्रमण से पटा या तालाब बने बिना ही लाखों रूपये की मजदूरी भूगतान हुआ है इसकी खुलाशा जांच के बाद ही होगा यदि स्थल पर तालाब नही मिला तो सरपंच सचिव पर लाखों का फर्जी भुगतान करने का शिकायत लोकायुक्त मनरेगा से की जायेगी वहीं जांच के दायरे में मूल्यांकन सत्यापन करने वाले अधिकारी भी लपेटे आ सकते हैं।