नक्सलियों के साथ सुरक्षाबल की मुठभेड़ के दौरान पहली बार कोई मुख्यमंत्री धरातल पर था मौजूद, पल-पल विष्णु देव साय ले रहे थे जानकारी…
रायपुर। दंतेवाड़ा जिला के ग्राम थुलथुली और नारायणपुर जिला के ग्राम नेंदूर के जंगलों में डीआरजी और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान में 37 नक्सलियों को मार गिराया है. प्रदेश में नक्सल विरोधी अभियान की इस सबसे बड़ी सफलता के पीछे एक तरफ जहां सुरक्षाबलों की काबिलियत है, तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का मार्गदर्शन भी महत्वपूर्ण है.
जिस समय दंतेवाड़ा और नारायणपुर में सुरक्षाबल अपने अभियान को अंजाम दे रहे थे, उस वक्त बीजापुर में मौजूद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अभियान की पल-पल की जानकारी ले रहे थे. पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री ने धरातल पर बैठकर नक्सल विरोधी अभियान की मॉनिटरिंग की और परिणाम रहा कि 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया.
मुख्यमंत्री साय ने सरकार की मंशा को अपने भाषण में स्पष्ट करते हुए कहा था कि नक्सलियों को हम बिल्कुल भी छोड़ेंगे नहीं. उन्होंने अभियान की जानकारी दी कि किस तरह से छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल उन्मूलन अभियान चला रही है. उन्होंने इंटेलीजेंस का भी जिक्र किया, क्योंकि इंटेलिजेंस के लिए भी यह बड़ी कामयाबी है. दो-तीन दिन पहले से ही इंटेलीजेंस की टीम भी सक्रिय दिखाई दी. पुलिस का सर्चिंग ऑपरेशन भी पहले से ही शुरू था.
बीजापुर-दंतेवाड़ा से लौटने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देर रात अपने निवास कार्यालय में मुठभेड़ को लेकर उच्च-स्तरीय बैठक ली. बैठक में पुलिस महानिदेशक और मुख्यमंत्री सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने माओवादी आतंकियों के विरुद्ध सफल ऑपेरशन पर सुरक्षाबलों के शौर्य तथा अदम्य साहस की सराहना करते हुए बड़ी कामयाबी के लिए उन्हें बधाई दी.
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान सुरक्षाबलों के जवानों का कुशल-क्षेम भी पूछा. उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया कि छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई ना बरती जाए. साथ ही नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में जवानों के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था में कमी ना हो.
मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा कि छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करने हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है. आज बीजापुर में मैंने पुलिस जवानों और माओवादी आतंकवाद प्रभावित लोगों से मुलाकात की. उन सभी को अब यह विश्वास हो गया है कि इस हिंसा का अंत होने वाला है. बस्तर आज विकास और शांति की ओर तेजी से अग्रसर है.
माओवादियों के खिलाफ देश में सबसे सफल ऑपरेशन
नक्सलियों के गढ़ में घुसकर सुरक्षाबल की चुनौती अबकी बार अपेक्षा से कही ज्यादा सफलता लेकर आई. ताजा जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए 37 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. इनमें से दंतेवाड़ा के थुलथुली से 28 और नारायणपुर जिले के नेंदूर से 9 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. इस लिहाज से यह देश की माओवादियों के खिलाफ अब तक का सबसे सफल ऑपेरशन साबित हो रहा है.
पल-पल बढ़ता जा रहा आंकड़ा
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों के साथ सुरक्षाबल के बीच शुक्रवार दोपहर से मुठभेड़ शुरू हो गई थी. नक्सलियों के हताहत होने का पहला आंकड़ा चार का था, जो कुछ घंटों बाद 7 तक पहुंच गया. इसके बाद 14 नक्सलियों के मारे जाने, फिर 25 और देर रात तक 28 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हो गई थी. आज सुबह यह आंकड़ा बढ़कर 31 और समाचार लिखे जाने तक यह आंकड़ा 37 तक पहुंच गया था.