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सारंगढ़ के भदरा गांव में महानदी की सीना छलनी कर सैकड़ो ट्रेक्टर रेत का हो रहा अवैध उत्खनन,

सारंगढ़ के भदरा गांव में महानदी की सीना छलनी कर सैकड़ो ट्रेक्टर रेत का हो रहा अवैध उत्खनन,

सारंगढ़ के भदरा गांव में महानदी की सीना छलनी कर सैकड़ो ट्रेक्टर रेत का हो रहा अवैध
उत्खनन,

 

भव्य…
सारंगढ़ रास गरबा
तारीख 7 व 8 अक्टूबर
स्थान – होटल श्री ओम सारंगढ़
टिकट व पास के लिए सम्पर्क करें – 9691596496, 8319934516

खनिज विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा, सिंघनपुर का बिहारी करवा रहा है खुलेआम रेत उत्खनन, मुक्तिधाम, सरकारी स्कूल, गोठान और आम रास्ता के बगल में किया जा रहा है रेत को डंप, हाईवा में भरकर सराईपाली मे रेत बेचने की तैयारी, जिला प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम अवैध उत्खनन? ग्राऊंड़ जीरो पहुंची “सारंगढ़ टाईम्स” की टीम, पोकलैंड़ से महानदी की सीना छलनी करने मे लगे माफिया, रेत घाट स्वीकृत नही फिर भी अवैध उत्खनन, ना एनजीटी का आदेश की परवाह ना पुलिस प्रशासन का डर?

सारंगढ़,
नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में कानून को अपने जेब में रखने का दावा करते हुए महानदी की सीना को छलनी करते हुए सैकड़ो ट्रेक्टर रेत का अवैध उत्खनन करने मे मशगूल सिंघनपुर का बिहारी नामक रेत माफिया पोकलैंड़ लेकर प्रतिदिन सैकड़ो टन रेत का अवैध उत्खनन भदरा गांव में महानदी के तट पर कर रहा है। भदरा गांव में ना तो रेत घाट स्वीकृत है और ना ही एनजीटी के नियमो के तहत 2 अक्टूबर को रेत उत्खनन की छूट है। फिर भी खनिज विभाग को अपने साथ में रखने का दावा करते हुए रेत माफिया पोकलैंड और 50 ट्रेक्टर की विशाल काफिला के साथ सीना तान के खोदाई कर रहा है। मजे की बात यह है कि खनिज विभाग कार्यवाही के स्थान पर टालमटोल करता है।

सारंगढ़ जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर कोसीर मार्ग पर सिंघनपुर गांव से आगे पासीद के पास मिरौनी बैराज को पार करके भदरा गांव जाने पर प्राथमिक स्कूल के रोड़ में जाने पर महानदी के तटीय क्षेत्र मे गोठान का निमार्ण किया गया तथा उसी के पास मुक्तिधाम बना हुआ है। यही रिक्त स्थान पर महानदी का सीना को छलनी करते हुए सिंघनपुर का रेत माफिया बिहारी नामक व्यक्ति
के द्वारा अवैध रूप से रेत का उत्खनन करवा रहा है। एनजीटी के नियमो की बात करे तो 15 अक्टूबर के बाद ही ऐसे रेत खदानो मे रेत का उत्खनन करने की अनुमति मिलती है जो कि वैध हो। किन्तु आज 2 अक्टूबर को ही भदरा गांव में सैकड़ो टन रेत का उत्खनन करके उसे डंप करने का बड़ा खेल शुरू कर दिया गया जो कि रेत घाट के रूप मे स्वीकृत ही नही है। अर्थात अवैध रेत उत्खनन करके रायल्टी के नाम पर शासन को लाखो रूपये का चूना लगाने वाला रेत माफिया जिंदादिली के साथ पोकलैंड़ से महानदी की सीना को छलनी कर रहा है। आज दोपहर 1 बजे ग्राऊंड जीरो पर पहुंची सारंगढ़ टाईम्स की टीम ने जब इस बात की जानकारी हासिल करनी चाही कि अभी वर्षाकाल समाप्त नही हुआ है और एनजीटी के नियमो के तहत खनन नही हो सकता और रेत घाट की स्वीकृत नही है

तो मौके पर उपस्थित ट्रेक्टर के मालिको और चालको ने सिर्फ यही बताया कि सिंघनपुर का कोई बिहारी है जो कि पोकलैंड लगाकर रेत का अवैध उत्खनन करवा रहा है। उत्खनन वाला रेत आखिर कहा जा रहा है? इस सवाल का जवाब मे मौके स्थल को दिखाया गया और बताया गया कि मुक्तिधाम और सरकारी प्राथमिक शाला और सरकारी मिडिल स्कूल के पास रेत का भंड़ारण किया जाता है जिसे हाईवा में भरकर गंतव्य स्थल पर बेचा जाता है। मौके पर उपस्थित ट्रेक्टर वाहन के स्वामियो और कई चालको ने बताया कि अभी मिरौनी बैराज का गेट बंद नही किया गया है इस कारण से बैराज के पीछे की ओर अभी पानी कम है। वही पानी का बहाव को एक किलोमीटर आगे से थोड़ा मोड़ दिया गया है इसके कारण से रेत का उत्खनन करते हुए बन जा रहा है। इस कारण से महानदी के तटीय क्षेत्र मे पोकलैंड़ से खुलेआम रेत का उत्खनन करते हुए जिला प्रशासन को ठेंगा दिखाया जा रहा है। इस अवैध रेत उत्खनन के लिये महानदी के तटीय किनारे के मिट्‌टी को काटकर पार बनाया गया है तथा महानदी तथा पार पर लगभग 10 फीट के गैप को उतार बनाकर समतल किया गया है इसी में रेत से भरा ट्रेक्टर को चढ़ाया जाता है।

बताया जा रहा है कि सिंघनपुर गांव को कोई बिहारी नामक व्यक्ति के द्वारा रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से कराया जा रहा है तथा इसके लिये उनके गुर्गो का दावा है कि खनिज विभाग और पुलिस विभाग उनके अनुसार चलते है तथा किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही का भय यहा पर नही है। खनिज विभाग में संरक्षण में अवैध उत्खनन का दावा? इस संबंध में रेत का अवैध उत्खनन करने वालो ने बताया कि खनिज विभाग के बड़े अधिकारी से लेकर छोटे कर्मचारी तक इस रेत के खनन की पूरी जानकारी रखे है तथा उन्ही के संरक्षण में यह अवैध उत्खनन किया जा रहा है। पोकलैंड़ और 50 ट्रेक्टर के भारी भरकम काफिला के साथ हो रहे महानदी में खुलेआम उत्खनन के कारण से यहा पर कानून और व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह दिख रहा है। सूत्रो की माने तो यहा पर अवैध उत्खनन कराने वाला ट्रेक्टर मालिको को भरोसा दिलाया हुआ है कि पुलिस थाना कोसीर और खनिज विभाग सारंगढ़ के द्वारा रेत के अवैध उत्खनन को लेकर किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही नही करेगें। इस कारण से इस रेत खनन में लगभग 50 ट्रेक्टर उत्खनन में शामिल हो गये है।

चोरी छिपे नही, बल्कि दबंगई सें उत्खनन?

बताया जा रहा है कि महानदी मे चोरी छिपे उत्खनन करते हुए रेत का कारोबार यहा पर नही हो रहा है बल्कि डंके की चोट पर दबंगई के साथ रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। यहा पर एक पोकलैंड़ और लगभग 50 ट्रेक्टर के साथ दिन-रात रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्खनन किया गया रेत को अभी डंप किया जा रहा है क्योकि बड़ा हाईवा वाहन डंप स्थान तक नही आ रहा है इस कारण से दो-तीन दिन के बाद रोड़ मरम्मत होने के बाद हाईवा डंप स्थान तक आ जायेगा और रेत को कारोबार धड़ल्ले से चलेगा। बताया जा रहा है कि सराईपाली और डभरा के पास इस रेत का आपूर्ति किया जायेगा। वही रेत के दो गुना मिल रही कीमत के कारण से अवैध उत्खनन दिनरात जारी है।

जिला प्रशासन के नाक के नीचे हो रहा है अवैध उत्खनन?

इस संबंध में भदरा गांव के कुछ निवासियो से चर्चा करने पर जो बात सामने आई उसके अनुसार रेत माफिया पूरे अंचल में यह बात का दावा करते हुए रेत का अवैध उत्खनन कर रहा है कि जिला प्रशासन उसको रेत उत्खनन करने की छूट दिया हुआ है। कोई भी सरकारी विभाग उसका रेत का अवैध उत्खनन को बंद नही करा सकता है। इस कारण से धड़ल्ले से रेत का अवैध उत्खनन भदरा गांव मे किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इससे पहले जुलाई माह में बैराज का गेट बंद होने पर उसके सामने के स्थान जो कि पासीद और सिंघनपुर में आता है वहा पर अवैध रूप से उत्खनन कर हजारो टन रेत को ड़ंप करके रखा था तथा पखवाड़ा भर मे रेत को हाईवा वाहन से परिवहन कर बेच दिया गया। इसमे शासन को मिलने वाला लाखो रूपये का रायल्टी भी नही मिला और अवैध रेत घाट मे धड़ल्ले से रेत का उत्खनन कर दिया गया।

कार्यवाही करने से कतराते है खनिज अधिकारी? नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में खनिज अधिकारी के रूप मे हीरालाल भाराद्धाज पदस्थ है। किन्तु अवैध उत्खनन पर कार्यवाही के सवाल पर अधूरा सेटअप का रोना रोते है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में एक भी रेत घाट स्वीकृत नही होने तथा एनजीटी के नियमो का पालन करने का दावा तो वार्तालाप मे खनिज अधिकारी करते है किन्तु मौके स्थल पर हो रहा अवैध उत्खनन और दबंगई के साथ किया जा रहा उत्खनन को लेकर ठोस कार्यवाही आज तक उनके तरफ से देखने को नही मिल रहा है। ऐसे मे अवैध उत्खनन करने वालो का हौंसला बुलंद है और पोकलैंड़ के साथ 50 ट्रेक्टर का काफिला लेकर दबंगई के साथ रेत का अवैध उत्खनन करने के लिये भदरा मे खुलेआम नियम और कानून का धज्जियां उड़ाते
दिख रहे है।

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