
नशे मे धुत छोटे भाई के हरकतो से तंग आकर बड़े भाई ने उतार दिया मौत के घाट! बरमकेला के जामजोरी के जंगल में मिला लाश के मामले मे खुलासा
डंड़े के वार से छोटे भाई को मार डाला बड़े भाई नें,
बरमकेला पुलिस ने चंद घंटों में सुलझाया अंधे क़त्ल की गुत्थी
मृतक का सगा भाई ही निकला हत्यारा,
झारखंड से मजदूरी करने आये थे दोनों भाई
02 आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखंड़ के ग्राम जामजोरी के जंगल में अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बरमकेला पुलिस ने मामले की सूक्ष्म जांच के बाद मृतक के बड़े भाई एवं उसके दोस्त को बरमकेला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया तथा अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा लिया।
इस संबंध मे मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 19.08.2025 को सूचना मिला कि
जामजोरी जंगल में किसी व्यक्ति का शव झाड़ियों में छुपाकर रखा गया है, मामले में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना दौरान अज्ञात मृतक के शव को परमदेव कुमार राम उर्फ राहुल पिता राजेश राम उम्र 17 वर्ष निवासी ग्राम कुचिला थाना छिपादोहर जिला लातेहार (झारखण्ड) के रूप में शिनाख्तगी की गई। जांच में संदेह के आधार पर मृतक के सगे भाई रूपेश कुमार राम निवासी लातेहार तथा उसके नाबालिग दोस्त से पूछताछ पर पता चला कि दिनांक 17.08.25 के रात्रि को मृतक परमदेव कुमार राम उर्फ राहुल शराब के नशे में घरेलू बात पर अपने बड़े भाई रूपेश राम को मार पीट रहा था
जिससे आरोपी रूपेश राम अपने दोस्त के साथ मिलकर डंडे से मृतक को चोंट पहुंचाकर हत्या कर उसके सिर में एक प्लास्टिक बोरी बांधकर शव को मोटर सायकिल के बीच सीट में रखकर ग्राम जामजोरी के लुदु तालाब के उपर जंगल ले जाकर शव को जंगल पास झाड़ी किनारे फेंककर वापस अपने कमरा में आ गये थे। आरोपियों के विरूद्ध धारा 103(1), 238 (ए), 3(5) भा.न्या.सं. का अपराध सबुत पाये जाने से उन्हें दिनांक 19.08.2025 के विधिवत् गिरफ्तार कर आज दिनांक 20.08.2025 को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। समस्त कार्यवाही पुलिस अधीक्षक आँजनेय वार्ष्णेय के निर्देशन तथा अति० पुलिस अधीक्षक श्रीमती निमिषा पाण्डेय एवं उप पुलिस अधीक्षक सारंगढ़ अविनाश मिश्रा के कुशल मार्गदर्शन में किया गया तथा अंधे कत्ल की गुत्थी चंद घंटों में सुलझाया गया।
उक्त कार्यवाही में थाना बरमकेला के थाना प्रभारी उप निरीक्षक ए. के .बेक, स०उ०नि०
त्रित्रांगद वंन्द्रा, प्र०आर०- भुवनेश्वर पण्डा, प्र०आर० विजय यादव, आर० दिनेश चौहान, अशोक पटेल, गुलशन चौधरी एवं अन्य थाना स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा।