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6 करोड़ रूपये के गौण खनिज मद को लेकर जनपद पंचायत सारंगढ़ में मचा हुआ है बवाल!

6 करोड़ रूपये के गौण खनिज मद को लेकर जनपद पंचायत सारंगढ़ में मचा हुआ है बवाल!

6 करोड़ रूपये के गौण खनिज मद को लेकर जनपद पंचायत सारंगढ़ में मचा हुआ है बवाल!
सामान्य सभा में जनपद सदस्यो ने प्रस्ताव किया पारित,
जिला प्रशासन ने गौण खनिज के नियमो में
बदलाव के कारण से स्वीकृति पर लगाई रोक?
व्यापक पैमाने पर कमीशनखोरी की चर्चा चल रही है सोशल मिडिया में,
95 कार्यो को सामान्य सभा में दिया गया है स्वीकृति,

सारंगढ़,
सारंगढ़ जनपद पंचायत मे गौण खनिज मद की राशी का जिन्न फिर एक बार बाहर निकल आया है और प्रदेश मे सरकार बदलने के बाद इसकी स्वीकृति को लेकर बवाल मचा हुआ है। यहा के जनपद पंचायत के सामान्य सभा में जनपद सदस्यो ने सर्वसम्मति से 6 करोड़ रूपये के गौण खनिज मद का निमार्ण कार्य स्वीकृति का प्रस्ताव पारित कर इसकी फाईल उच्च कार्यालय प्रेषित कर दिया है किन्तु कांग्रेस समर्थित जनपद पंचायत की सर्वसम्मति से पारित निमार्ण कार्य की प्रस्तावित सूची को उच्च कार्यालय में रोक दिया गया है। वही
सोशल मिडिया में इस निमार्ण कार्य के एवज में बड़े स्तर पर कमीशनखोरी करने का भी आरोप लगाया जा रहा है जिसके कारण से 6 करोड़ रूपये जैसे भारी रकम का बंटरबॉट का सूक्ष्म जांच कराने के ही उपरांत निमार्ण कार्य औ राशी की स्वीकृति किया जाये। सारंगढ़   जनपद पंचायत में गौण खनि  मद को लेकर लगातार माहौल गर्माते जा रहा है   यहा पर जनपद सदस्यो के द्वारा गौणखनिज मद के निमार्ण कार्यो को लेकर सत्ताधारी भाजपा और जनपद पंचायत मे काबिज पदाधिकारियो के बीच खीचतान शुरू हो गया है।


दरअसल जनपद पंचायत सारंगढ़ पूर्ण रूप से कांग्रेस के कब्जे में है तथा यहा पर अध्यक्ष,उपाध्यक्ष से लेकर सभी सदस्य कांग्रेस समर्थित रहे है। यहा पर अध्यक्ष पद पर श्रीमती मंजू मालाकार पदासीन है वही उपाध्यक्ष के तौर पर चंद्रकुमार नेताम पदस्थ है साथ ही सभी 25
जनपद सदस्य कांग्रेस समर्थित निर्वाचित हुए थे। ऐसे में प्रदेश में सरकार बदलने और कांग्रेस के जगह भाजपा की सरकार आने का फर्क साफ तौर पर जनपद पंचायत में देखने को मिल रहा है। जनपद पंचायत सारंगढ़ में कांग्रेस के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और जनपद सदस्यो के द्वारा लगभग 6 करोड़ रूपये के गौण खनिज मद को अपने अनुसार ग्राम पंचायतो मे विभिन्न विकास कार्यो के लिये प्रदान करने की अनुसंशा किया है। लगभग 95 निमार्ण कार्यो के लिये 599 लाख रूपये की स्वीकृति का प्रस्ताव बनाकर उच्च कार्यालय स्वीकृति के लिये भेजा गया है किन्तु इन निमार्ण कार्यो को लेकर चली शिकवा-शिकायत का दौर में उच्च कार्यालय के द्वारा इस निमार्ण कार्य के प्रस्ताव को स्वीकृति नही दिया गया है जिसके कारण से 3 माह का कार्यकाल के पहले निमार्ण कार्य स्वीकृत होने तथा निमार्ण करने उपरांत भुगतान प्राप्त करने के लिये संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच हड़बड़ा रहे है। वही दूसरी ओर कई भाजपा नेताओ के द्वारा किया गया आपत्ति के बाद जिला प्रशासन ने इस गौण खनिज मद पर रोक लगा दिया हैऔर आज भी गौण खनिज मद के निमार्ण कार्य
लंबित की अवस्था में है। जिसके कारण से सरपंच-सचिव के व्हाटसअप ग्रुपो सहित कई सोशल मिडिया प्लेटफार्म में कई प्रकार के आरोप इस सूची में स्वीकृत किया गया निमार्ण कार्य के मामले में लगाया जा रहा है। 95 निमार्ण कार्यो के लिये 6 करोड़
रूपये? बताया जा रहा है कि जनपद सदस्यो को इस गौण खनिज मद के निमार्ण कार्य के लिये प्रस्ताव जमा करने की अनुसंशा सामान्य सभा के बैठक के पूर्व चाही गई थी जिसके बाद जनपद सदस्यो के द्वारा निमार्ण कार्या की अनुसंशा की सूची को जनपद पंचायत में जमा
कर दिया गया और सामान्य सभा में 95 निमार्ण कार्यो को स्वीकृति भी प्रदान कर दिया गया। किन्तु इस निमार्ण कार्यो में कई जनपद
सदस्यो के द्वारा दिया गया निमार्ण कार्यो की अनुसंशा जनपद क्षेत्र से बाहर के ग्राम पंचायत का होने का आरोप लगाया जा रहा है। वही कई निमार्ण कार्य पूर्व से स्वीकृत होने तथा अभी नाम बदलकर उसी निमार्ण कार्य का फर्जी मूल्यांकन कराकर स्वीकृत राशी को डकारने की षड़यंत्र भी कई निमार्ण कार्यो को लेकर लगाये जा रहे है। बताया जा रहा है कि जनपद पंचायत के इस 6 करोड़ रूपये के निमार्ण कार्यो को सत्ताधारी दल भाजपा के कुछ नेताओ के द्वारा स्वीकृति नही देने का राजनितिक आदेश मोबाईल फोन से दिलवाया गया है जिसके बाद से सारंगढ़ जनपद पंचायत में स्वीकृति प्रदान किया गया गौण खनिज मद का निमार्ण कार्य अधर में अटक गया है।
00 दिन के बचे कार्यकाल के लिये छटपटाने लगे सरपंच? इस संबंध मे सूत्र बताते है कि गौण खनिज मद के निमार्ण कार्यो के लिये जिन ग्राम पंचायतो को स्वीकृति मिल रही है उसमें से अधिकांश प्रभावशाली सरपंच है तथा जनपद सदस्यो के द्वारा अनुसंशा किया गया निमार्ण कार्य में अधिकांश कांग्रेस समर्थित सरपंचो को निमार्ण कार्य प्रदान किया जा रहा है। यही बात उच्च स्तर पर देकर गौण खनिज मद के 6 करोड़ रूपये के 95 निमार्ण कार्यो पर वर्तमान में रोक लगवा दिया गया है। वही जनवरी-2025 या दिसंबर 2024 में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 100 दिन बाद आचार संहिता लगने की संभावना जताई जा रही है। इस कारण से ग्राम पंचायतो के लिये स्वीकृत गौण खनिज मद की राशी शीघ्र रिलीज कराने के लिये वर्तमान सरपंच हाथ-पैर मार रहे है। प्रस्तावित निमार्ण कार्यो की जांच आवश्यक? सारंगढ़ जनपद पंचायत में गौण खनिज मद के 6 करोड़ रूपये के 95 निमार्ण कार्यो की जो स्वीकृति प्रदान किया गया है उसमें अधिकांश कार्य सीसी रोड़ और बोर पंप का होना है। वही सूत्र बता रहे है कि इन निमार्ण कार्यो मे कुछ निमार्ण कार्य ऐसे है जो कि अन्य मद से संपन्न हो गया है अथवा होने वाला है। वही कुछ ग्राम पंचायत का सीसी रोड़ भी सवालो के घेरे में है। ऐसे मे ग्राम पंचायत और जनपद सदस्यो के द्वारा दिया गया प्रस्ताव और प्रस्तावित निमार्ण कार्य अभी सवालो के घेरे मे है। ऐसे मे गौण खनिज के प्रस्तावित कार्यो की जांच कराने के उपरांत ही गौण खनिज मद के बारे मे विचार करने का सलाह कई जानकारो ने प्रदान किया है। कौन-कौन से निमार्ण कार्य होना है गौण खनिज से? सारंगढ़ जनपद पंचायत के द्वारा 6 करोड़ रूपये की लागत से 95 निमार्ण कार्यो के लिये जो स्वीकृति सूची सोशल मिडिया में वायरल हुई है वह निम्न है। इस सूची के अनुसार निमार्ण कार्यो को स्वीकृति प्रदान किया गया है:-

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