
ट्रिपल इंजन की सरकार : सारंगढ़ अंचल मे रेल लाईन का सपना क्या पूरा होगा?
केन्द्र में भाजपा, राज्य में भाजपा और उड़ीसा में भाजपा सरकार,
रायपुर-सारंगढ़-झारसुगड़ा रेल लाईन को लेकर अब उड़ीसा सरकार भी करेगा सहयोग,
सारंगढ़ रेल लाईन के लिये सबसे सुनहरा अवसर,
सारंगढ़,
सारंगढ़ अंचल के लिये स्वीकृत हो चुका रेल लाईन को अस्तित्व में लाने के लिये अब तक का सुनहरा अवसर सामने आ गया है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के तौर पर सारंगढ़ अंचल के सांसद रहे श्री विष्णुदेव साय का मुख्यमंत्री होना, केन्द्र में भाजपा शासित सरकार होना और अब उड़ीसा में भी भाजपा की सरकार का होना। एक बहुत बड़ा अवसर है जहा पर रायपुर से सारंगढ़ होकर झारसुगड़ा जाने के लिये स्वीकृत रेल प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिये विशेष प्रयास किया जाये। इससे बढ़िया अवसर और कभी नही मिलेगा।
सारंगढ़ अंचल को रेल सुविधा से जोड़ने वाली रेल परियोजना रायपुर-बलौदाबाजार-कसड़ोल-भटगांव-सरसीवां-सारंगढ़-सरिया-पुसौर-झारसुगड़ा रेल लाईन जो कि 310 किलोमीटर लंबी रेल लाईन है इसको अस्तित्व मे लाना बहुत जरूरी है। इसके लिये रेल मंत्रालय में डीपीआर बनाने के बाद भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कर बजट मे राशी स्वीकृति कराना है। जुलाई 2023 मे तात्कालिक रेन मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि इस प्रोजेक्ट का दर बढ़कर 8 हजार करोड़ रूपये हो गया है। जिसके लिये इस प्रोजेक्ट को कैबिनेट से स्वीकृत कराना होगा। वही भूमि अधिग्रहण का भी मामला बताया था कि उड़ीसा सरकार से इस मामले मे सहयोग नही मिल रहा है। किन्तु इस 10 माह में काफी तेजी से परिस्थिति बदली है। छत्तीसगढ़ मे कांग्रेस की सरकार के स्थान पर दिसंबर माह में भाजपा की सरकार आ गई है वही केन्द्र में भाजपानित गठ़बंधन की सरकार काबिज हो रही है वही उड़ीसा में भी बीजेड़ी के स्थान पर भाजपा की सरकार आ गई है यानि छत्तीसगढ़ और केन्द्र की डबल इंजन की सरकार के स्थान पर इस बार ट्रिपल इंजन की सरकार यालि छत्तीसगढ़-उड़ीसा-केन्द्र की सरकार बैठ रही है और सबसे बड़ी उम्मीद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से है। सारंगढ़ अंचल के सांसद के तौर पर 10 साल तक प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद श्री विष्णुदेव साय अभी छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री के तौर पर विराजमान है ऐसे में उनकी इस रेल परियोजना को पूरा करने मे बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि मुख्यमंत्री श्री साय इस मामले को लेकर उड़ीसा मे बनने जा रही भाजपा सरकार और केन्द्र मे बनने जा रही भाजपा सरकार के पास राशी स्वीकृति तथा भूमि-अधिग्रहण के लिये पहल करे तो आने वाले पांच साल मे ही सारंगढ़ अंचल मे रेल सुविधा आ जायेगी। अर्थात अजा बाहुल्य यह क्षेत्र रेल सुविधा से जुड़ जायेगा।
सारंगढ़ अंचल रेल लाईन के लिये और कब तक करेगा इंतजार?
सारंगढ अंचल में रेल लाईन के लिये 2014 से कार्यवाही प्रारंभ हुआ है। रेल मंत्रालय के द्वारा रायपुर-सारंगढ़-झारसुगड़ा रेल लाईन के पूर्वेक्षेण को स्वीकृति प्रदान किया गया। 2016 मे तात्कालिन केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय के पहल से इस परियोजना के लिये डीपीआर हेतु टेंडर जारी किया गया। किन्तु तात्कालिन समय मे आंकलन किया गया प्राक्कलन 2163 करोड़ रूपये का रिवाईज स्टीमेट अब 8 हजार करोड़ रूपये लगभग पहुंच गया है। ऐसे मे रेल मंत्रालय के द्वारा स्वीकृत इस रेल परियोजना को पूर्ण करने के लिये भूमि उपलब्धता और राज्य के कोटे से राशी को स्वीकृति प्रदान कर इस परियोजना के लिये केबिनेट की मंजूरी पहल करने पर मिल सकती है। किन्तु इसके लिये सारंगढ़ अंचलवासियो को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से लगातार निवेदन करना होगा साथ ही नये सांसद राधेश्याम राठिया और प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी से भी इस परियोजना को पूरा कराने मे सहयोग लेना होगा। सारंगढ़ अंचल इस रेल परियोजना के लिये और इंतजार करने की स्थिति में नही है।
ट्रिपल इंजन की सरकार का विशेष संयोग
सारंगढ़ अंचल की स्वीकृत रेल परियोजना के लिये अभी का समय काफी अनुकुल है। पीएम श्री मोदी के आव्हान पर छत्तीसगढ़ में भाजपा के राज्य सरकार बैठी है। वही प्रदेश के 11 मे से 10 सीटो पर भाजपा सांसद रिकार्ड मतो से जीतकर दिल्ली मे भाजपा को मजबूत कर रहे है। वही उड़ीसा सरकार में भी 24 साल में पहली बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है तथा वहा पर भी 21 मे से 19 सांसद भाजपा के चुनकर आये है। ऐसे अनुकुल और सुनहरा माहौल में ट्रिपल इंजन की सरकार से रायपुर-सारंगढ़-झारसुगड़ा रेल परियोजना को स्वीकृति मिलने की उम्मीद काफी ज्यादा है। इसके लिये राजनिति से उठकर सामूहिक प्रयास करना भी जरूरी है।