
डोंगरीपाली टीआई के कार्रवाई पहले ही तस्करों तक पहुंच जा रही है सूचना?
थाने में भी बैठे हैं कुछ भ्रष्ट पुलिसकर्मी!
सारंगढ़,
ओडि़शा के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की डोंगरीपाली थाने में ऊपर से लेकर नीचे तक सब के सब अखंड भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि ग्रामीणों की शिकायत पर अगर खानापूर्ति के लिए थानेदार कार्रवाई के लिए निकलते भी हैं तो तत्काल इसकी सूचना शराब तस्करों तक पहुंच जाती है। ऐसे में तस्कर सतर्क हो जाते हैं और थानेदार खाली हाथ लौट आते हैं।
डोंगरीपाली थाना क्षेत्र के गांव-गांव में महुआ शराब का कारोबार पुलिस संरक्षण में खूब फल फूल रही है। यहां कुछ पुलिसकर्मी तस्कर से मंथली कमीशन बंधा हुआ है। इसके चलते अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। अवैध शराब बिक्री से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों की शिकायत पर डोंगरीपाली पुलिस खानापूर्ति की भी कार्रवाई नहीं कर पा रही है। क्योंकि तस्करों के शुभचिंतक यहां भरे पड़े हैं। थाना से कार्रवाई के लिए टी.आई के निकलते ही उन तक सूचना पहुंचा दी जाती है कि साहेब कार्रवाई के लिए आ रहे हैं। फिर क्या आनन-फानन में तस्कर अपना ठिकाना बदल दे रहे। ग्रामीणों के बताए जगह पर थानेदार पहुंच भी गए तो फिर वहां केवल जली हुई राख व अधजली लकड़ी के सिवाए कुछ नहीं मिल रहा। अगर समय रहते जिले के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया तो आने वाले दिनों में ग्रामीण थाने का घेराव भी कर सकते हैं?
सालों से जमे हुए हैं कई पुलिसकर्मी
डोंगरीपाली थाने में कई पुलिसकर्मी सालों से जमे हुए हैं। इससे क्षेत्र के हर छोटे-बड़े तस्करों के साथ अच्छे मधुर संबंध बन चुके हैं। क्योंकि तस्कर देशी चिकन-मटन से लेकर हर तरह का ख्याल रख रहे हैं। अगर गलती से इनका यहां से ट्रांसफर भी हो जाता है तो किसी तरह जुगाड़ लगाकर वापस पुन: पदस्थ हो जाते हैं। इसकी वजह से इस क्षेत्र में महुआ शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। ऐसे पुलिसकर्मियों को तस्करों के घरों में आना-जाना करते हुए और उठते-बैठते हुए देखा जा सकता है। जिले के संवेदनशील व तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक से डोंगरीपाली थाना क्षेत्र के ग्रामीण आस लगाए बैठे हैं कि आने वाले बड़ा एक्शन लेंगे।